सपा ने यूपी के इन अधिकारियों पर लगाया बीजेपी कार्यकर्ता होने का आरोप, हटाने की मांग की
पार्टी ने चुनाव आयोग को लिखा लेटर.
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उत्तर प्रदेश सहित 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों के ऐलान के अगले दिन समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. पार्टी का कहना है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए राज्य में तैनात अपर मुख्य सचिव (गृह) समेत कई प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को उनके वर्तमान पदों से तत्काल हटाया जाना चाहिए.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी की ओर से चुनाव आयोग को लिखे पत्र में कहा गया है,
उत्तर प्रदेश शासन में अवनीश अवस्थी उप मुख्य सचिव, नवनीत सहगल अतिरिक्त मुख्य सचिव सूचना, प्रशांत कुमार एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, अमिताभ यश एडीजी पद पर कार्यरत हैं. ये प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं. इन सभी को तत्काल प्रभाव से हटाए बगैर प्रदेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भीक, प्रभाव मुक्त चुनाव संभव नहीं है.दरअसल, अपने पत्र में समाजवादी पार्टी ने अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी को ‘उप मुख्य सचिव’ लिखा है,जबकि राज्य में उप मुख्य सचिव का कोई पद नहीं है. लेटर में आगे कहा गया है,
समाजवादी पार्टी मांग करती है कि उपरोक्त सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान पदों से हटाया जाए जिससे कि प्रदेश में निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त चुनाव संपन्न हो सके.
वहीं इससे एक दिन पहले अखिलेश यादव ने कहा था,Uttar Pradesh | The Samajwadi Party submitted a memorandum to ECI seeking removal of ACS Home Avnish K Awasthi, ADG (Law & Order) Prashant Kumar, and ADG Amitabh Yash for "acting as BJP workers" pic.twitter.com/tf6YADOjFT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 9, 2022
चुनाव आयोग ने जो शर्तें रखी हैं, उन शर्तों का पालन होगा.जो नियम बने हैं, उनके मुताबिक प्रचार करेंगे. लेकिन ये सख्ती सरकार के लिए रखनी चाहिए. सरकार यहां पर मनमानी करेगी. पिछले चुनाव में भी मैंने देखा कि किसी भी नियम को इस सरकार ने नहीं माना. इसलिए इलेक्शन कमीशन ये निगरानी रखे कि सरकार में बैठे लोग उनके नियमों का पालन करें.अखिलेश ने कहा था कि इलेक्शन कमीशन ये सुनिश्चित करे कि सभी पार्टियों को बराबर मौका मिले. बीजेपी के पास पहले से बहुत इन्फ्रास्ट्रक्चर है और वह सरकार में है. खर्चा करने में बीजेपी सबसे आगे है. विज्ञापनों पर सरकारी पैसे खर्च किए जा रहे हैं. विपक्षी पार्टियों को भी स्पेस मिलना चाहिए. इससे पहले 7 जनवरी को चुनाव आयोग ने घोषणा करते हुए बताया कि यूपी में सात चरणों में चुनाव होंगे. पहला चरण – 10 फरवरी, दूसरा चरण – 14 फरवरी, तीसरा चरण – 20 फरवरी, चौथा चरण – 23 फरवरी, पांचवा चरण – 27 फरवरी छठा चरण – 03 मार्च और सातवां चरण – 07 मार्च को है. नतीजे 10 मार्च को आएंगे.