लखीमपुर खीरी में हुए बवाल के बाद केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है इसमें वह प्रदर्शनकारी किसानों को सुधारने की बात कहते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो वैसे तो 25 सितंबर का है लेकिन 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के बाद तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि इस वायरल वीडियो की वजह से किसानों में काफी नाराजगी थी.
क्या कह रहे वीडियो में?
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा 25 सितंबर को पलिया विधानसभा क्षेत्र के संपूर्णानगर कस्बे में एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे. उसी समय महंगापुर गुरुद्वारे के पास दर्जनों की संख्या में खड़े किसान उनके काफिले को काले झंडे दिखा रहे थे. अजय मिश्रा किसानों को बैड लक का साइन दिखाते हुए आगे निकल गए थे.
मोदी जी के मंत्री अजय मिश्रा जी का 5 दिन पुराना विडीओ, जहां वह उल्टा अंगूठा दिखा कर किसानों का मखौल बना रहे थे – आज गाड़ियों से रौंद दिया।
यह सार्वजनिक जीवन में कलंक हैं #Lakhimpur pic.twitter.com/RJonJ6kMaG
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 3, 2021
इसके बाद जब वह जनसभा में पहुंचे तो काले झंडे दिखाने वाले किसानों का जिक्र करते हुए बोले,
ये देश किसानों का देश है. 10 महीने से ज्यादा हो गए हैं. हम भी किसान हैं. आप भी किसान हैं. यहां आंदोलन क्यों नहीं फैल गया? 10-15 आदमी हैं. अगर मैं वहां उतर जाता तो इनको भागते हुए रास्ता नहीं मिलता. पीठ पीछे काम करने वाले लोग, ऐसे 10-15 लोग शोर मचाते हैं. अगर कृषि कानून खराब है तो पूरे देश में आंदोलन फैल जाना चाहिए था, क्यों नहीं फैला?
ये केंद्रीय मंत्री अजय मिश्राा टेनी हैं, एक हफ्ते पहले किसानों को 2 मिनट में दिमाग ठिकाने लगाने की धमकी दे रहे थे।
आज इनके बेटे पर लखीमपुरखीरी में किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप लगा है। अब तक 6 किसानों की मौत हो चुकी है। pic.twitter.com/PTEuohKk6z
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) October 3, 2021
इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री किसानों को चैलेंज करते हुए दो मिनट में सुधार देने की बात कहते हैं,
मैं यही कहना चाहता हूं सुधर जाओ, नहीं तो सामना करो आकर. हम आपको सुधार देंगे 2 मिनट, नहीं लगेगा. मैं केवल मंत्री नहीं हूं, सांसद-विधायक नहीं हूं. सांसद और विधायक बनने से पहले मेरे विषय में जो लोग जानते होंगे, उनको यह भी मालूम होगा कि मैं किसी चुनौती से भागता नहीं हूं. और जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार कर लिया, उस दिन पलिया नहीं, लखीमपुर छोड़ना पड़ जायेगा, यह याद रखिएगा.
लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद अजय मिश्रा टेनी का ये पुराना वीडियो वायरल है. इस वीडियो को आधार बनाते हुए विपक्ष ने मंत्री टेनी और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला.
ये देश के गृह राज्य मंत्री हैं या कुख्यात अपराधी सुनिये इनकी भाषा खुलेआम किसानो ठीक करने की धमकी दे रहे हैं और गर्व से बता रहे हैं सांसद विधायक मंत्री बनने से पहले इनका इतिहास ख़तरनाक था। pic.twitter.com/D0772FzQdT
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 3, 2021
3 अक्टूबर को हुई तिकोनिया में हिंसा
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में डिप्टी सीएम केशव मौर्य का प्रोग्राम होना था. कार्यक्रम स्थल से कुछ दूरी पर तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान काला झंडा दिखाने के लिए पहुंच गए. किसानों का आरोप है कि लखीमपुर खीरी के सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्राा टेनी के बेटे आशीष उर्फ मोनू मिश्राा ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को गाड़ियों से रौंद दिया. इससे गुस्साए किसानों ने तीन गाड़ियों में आग लगा दी. इस पूरे मामले में 8 लोगों की मौत हो गई. जबकि आशीष मिश्रा का कहना है कि वह मौके पर मौजूद ही नहीं थे. किसानों ने उनके समर्थकों की गाड़ी पर हमला किया और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी. पुलिस ने मोनू मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है.
यूपी सरकार ने मारे गए चार किसानों के परिजनों को 45 लाख रुपये, और घायलों को 10 लाख रुपये देने का ऐलान किया है. इसके अलावा मृतक किसानों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और रिटायर्ड जज की देखरेख में पूरे मामले की जांच की बात भी कही गई है. ये घोषणाएं किसान नेता राकेश टिकैत और एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में की.
लखीमपुर खीरी मामले का किसानों और पुलिस की इस ज्वॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस से अंत हो गया?