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हिट होने के लिए रेस्तरां ने चाय-बिस्किट के साथ ग्राहकों के आगे 'परोसे' शेर के बच्चे, लोग भड़क गए

जून में खुला ये रेस्तरां फिलहाल रोजाना की 20 टिकटें बेचता है. ये उन लोगों के टिकट्स हैं जो जानवरों को गले लगाना चाहते हैं.

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China Lion Cub Café Sparks Outrage
शावकों की सांकेतिक तस्वीर. (क्रेडिट - Unsplash)
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सौरभ शर्मा
17 जुलाई 2025 (Published: 12:04 AM IST) कॉमेंट्स
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हाल में खुले एक रेस्तरां ने स्टैंड आउट होने के लिए अजीब तरकीब निकाली. दरअसल यहां चाय और स्नैक्स के साथ शेर के शावक दिए जाते हैं, गले लगाने के लिए. रेस्तरां इसे ग्राहकों के लिए ‘सुविधा’ बताता है. लेकिन लोगों ने इसे लेकर रेस्तरां वालों को जमकर लताड़ा है. एनीमल वेलफेयर ग्रुप्स भी इस पर चिंता जता रहे हैं. हालांकि रेस्तरां का कहना है कि वो शावकों की अच्छे से देखभाल कर रहा है.

रॉयटर्स में छपी खबर के मुताबिक, इस रेस्तरां का नाम वानहुई है जो चीन के ताइयुआन शहर में स्थित है. जून में खुला ये रेस्तरां फिलहाल रोजाना की 20 टिकटें बेचता है. ये उन लोगों के टिकट्स हैं जो जानवरों को गले लगाना चाहते हैं. इस एक टिकट की कीमत 1078 युआन (लगभग 13 हजार रुपये) बताई जा रही. कई ग्राहकों ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स वीचैट और वीबो पर शावकों को गोद में लिए हुए अपनी तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए हैं.

वानहुई रेस्तरां के सोशल मीडिया पेज पर शावकों के अलावा लामा, कछुए और हिरण के पोस्ट भी मिले हैं. सोशल मीडिया पर ज्यादातर लोग रेस्तरां की इस पहल की आलोचना कर रहे हैं. यूजर्स ने इस पर कार्रवाई की मांग करते हुए इसे जानवरों के लिए खतरनाक और अमीरों का दिल बहलाने का तरीका बताया.

तमाम आलोचनाओं पर रेस्तरां ने सफाई दी कि शावकों की सही तरीके से देखभाल की जा रही है. इसके लिए अलग से कर्मचारियों को रखा गया है जिन्हें इन जानवरों की देखभाल की विशेष ट्रेनिंग दी गई है.

सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के कुछ चिड़ियाघरों में जानवरों के बाड़ों के व्यू के साथ खाना खाने की सुविधा दी जाती है, लेकिन रेस्तरां में जंगली जानवरों के साथ सीधे शारीरिक संपर्क की सुविधा अभी रेयर है.

'पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स' (PETA) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, जेसन बेकर ने इसे असंवेदनशील बताते हुए कहा, "शावक जानवर हैं, खिलौने नहीं. उन्हें उनकी मां से अलग कर, चाय पीते हुए ग्राहकों के हाथ में देना एक तरह का शोषण है, मनोरंजन नहीं."

उन्होंने आगे कहा कि जानवरों को केवल सोशल मीडिया प्रॉप्स की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है. ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स के चीनी पॉलिसी एक्सपर्ट पीटर ली ने कहा, "सेल्फी और मार्केटिंग के लिए जंगली जानवरों का शोषण न केवल जानवरों के लिए खराब है, बल्कि ग्राहकों के लिए भी खतरनाक हो सकता है. एक छोटा शेर भी इंसान को नुकसान पहुंचा सकता है."

बीते महीने चीनी अधिकारियों ने एक होटल की जांच की जहां रेड पांडा के साथ "वेक-अप सर्विस" दी जा रही थी. चोंगकिंग के इस होटल में रेड पांडा को ग्राहकों के बिस्तर पर चढ़कर उन्हें जगाने की अनुमति दी गई थी.

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