भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) केवी सुब्रमण्यन ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. कहा कि 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने शिक्षा जगत में वापस लौटने का फैसला किया है. ये भी कहा कि इस पद पर रहते हुए उन्हें देश की सेवा करने ‘परम सौभाग्य’ मिला.
ट्वीट के साथ केवी सुब्रमण्यन ने अपना एक भी स्टेटमेंट जारी किया है. इसमें लिखा है,
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में 3 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद मैंने शिक्षा जगत में वापस लौटने का फैसला किया है. मुझे राष्ट्र की सेवा करने का सौभाग्य मिला. हर दिन जब मैं नॉर्थ ब्लॉक में गया, तो मैंने अपनेआप को इस विशेषाधिकार की याद दिलाई. विशेषाधिकार के साथ आने वाली जिम्मेदारी के साथ न्याय करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया.
I have decided to return back to academia following the completion of my 3-year fulfilling tenure. Serving The Nation has been an absolute privilege 🙏and I have wonderful support and encouragement🙏. My statement: @PMOIndia @narendramodi @FinMinIndia @nsitharamanoffc @PIB_India pic.twitter.com/NW5Y64kxJ6
— K V Subramanian (@SubramanianKri) October 8, 2021
बयान में सुब्रमण्यन ने आगे लिखा,
मुझे सरकार के अंदर से बहुत समर्थन मिला. सीनियर्स के साथ काम करने का मौका मिला. लगभग तीन दशक की अपने प्रोफेशनल लाइफ में मैंने पीएम नरेंद्र मोदी से ज्यादा इंस्पायरिंग नेता नहीं देखा. आर्थिक नीतियों को लेकर उनकी समझ शानदार है.
उनके इस्तीफे पर पीएम मोदी ने ट्वीट किया,
केवी सुब्रमण्यन के साथ काम करना एक खुशी की बात है. उनकी अकादमिक प्रतिभा, प्रमुख आर्थिक और नीतिगत मामलों पर अद्वितीय दृष्टिकोण और सुधारवादी उत्साह उल्लेखनीय है. आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं.
Its been a delight to work with @SubramanianKri. His academic brilliance, unique perspectives on key economic as well as policy matters and reformist zeal are noteworthy. Wishing him the very best for his coming endeavours. https://t.co/jZjrqWaJU7
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2021
आईआईटी कानपुर और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र सुब्रमण्यम मुख्य आर्थिक सलाहकार से पहले इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर थे. केवी सुब्रमण्यन को 2018 के अंत में CEA बनाया गया था. उनसे पहले मोदी सरकार के CEA थे अरविंद सुब्रमण्यम. उन्होंने जून 2018 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अरविंद सुब्रमण्यन ने निजी कारणों को हवाला देते हुए ऐसा किया था. उनके इस्तीफे के 5 महीने बाद 7 दिसंबर 2018 को केवी सुब्रमण्यम देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाए गए थे.
अरविंद सुब्रमण्यम ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही ‘पारिवारिक प्रतिबद्धताओं’ का हवाला देते हुए पद छोड़ दिया था. वहीं, केवी सुब्रमण्यन अपना कार्यकाल पूरा करके ऐकडेमिक्स की तरफ वापस जा रहे हैं. मोदी सरकार की तरफ से अब तक अगले मुख्य आर्थिक सलाहकार का नाम सामने नहीं आया है.
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