नेटफ्लिक्स पर एक वेब सीरीज आई है. नाम है क्राइम स्टोरीज़: इंडिया डिटेक्टिव्स. 4 एपिसोड की सीरीज है. इसके पहले ऐपिसोड को कर्नाटक हाईकोर्ट ने ब्लॉक करने का निर्देश दे दिया है. जस्टिस बीएम श्याम प्रसाद ने 28 साल के श्रीधर राव की याचिका पर ये अंतरिम आदेश पारित किया है. श्रीधर राव, निर्मला चंद्रशेखर की हत्या के मामले में सह आरोपी हैं.
क्या है याचिका में?
द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, याचिका में कहा गया है कि वेब सीरीज़ क्राइम स्टोरीज़: इंडिया डिटेक्टिव्स का पहला एपिसोड ‘ए मर्डरड मदर’ नाम से है. इसमें याचिकाकर्ता और एक अन्य आरोपी के खिलाफ दर्ज केस में पुलिस द्वारा की गई जांच के दृश्य शामिल हैं. आरोप है कि अमृता चंद्रशेखर ने अपनी मां को मार डाला था. भाई को मारने का प्रयास किया था और बाद में श्रीधर के साथ अंडमान और निकोबार भाग गईं. वारदात वाले दिन यानी 2 फरवरी, 2020 को हत्या के शुरुआती घंटों के दौरान श्रीधर ने आरोपी को उसके घर के सामने से पिक किया और एयरपोर्ट ले गया जहां से उन दोनों ने अंडमान के लिए उड़ान भरी.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि नेटफ्लिक्स हिरासत में पूछताछ, इंटरव्यू और जांच के दौरान पुलिस द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान को दिखा रहा है. जिसे Minnow Films Ltd द्वारा बनाया गया था. कहा गया है कि याचिकाकर्ता निर्दोष है. यहां तक कि अमृता ने भी पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि वह अपराध में शामिल नहीं थी. याचिका में कहा गया है कि ऐसा करना प्राइवेसी के हनन के अलावा यह संविधान के अनुच्छेद 21 का भी उल्लंघन है.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि याचिकाकर्ता ने पिछले साल फरवरी में जिस दिन उसे गिरफ्तार किया था, उस दिन नोटिस किया था कि पुलिस ने Ms. Claire Goodlass और उनकी Minnow Films की टीम को याचिकाकर्ता से जुड़ी सभी घटनाओं और मूवमेंट के वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए अधिकृत किया था. इस टीम ने विभिन्न अधिकारियों के इंटरव्यू भी रिकॉर्ड किए. इस दौरान याचिकाकर्ता का भी वीडियो शूट किया गया था. बिना किसी प्राधिकरण और अनुमति के कस्टोडियल स्टेटमेंट देने के लिए मजबूर किया गया था. जब याचिकाकर्ता पुलिस हिरासत में था पुलिस ने मिन्नो फिल्म्स द्वारा दिए गए एक पेपर पर जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाए थे. याचिका में कहा गया है कि वे वीडियो फुटेज अब नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज में हैं.
याचिका में आरोप लगाया गया है कि मामले की स्ट्रीमिंग सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यवर्ती दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम 2021 का भी उल्लंघन करता है. हालांकि कोर्ट के निर्देश पर नेटफ्लिक्स की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज़ क्राइम स्टोरीज़: इंडिया डिटेक्टिव्स हिंदी के साथ कन्नड़, तमिल, तेलुगु और अंग्रेजी में भी. सीरीज में कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु की पुलिस को चार एपिसोड में चार अलग-अलग केस सुलझाते दिखाया गया है. चार में से तीन केस निम्न-मध्यमवर्ग और एक फुटपाथ पर रहने परिवार से जुड़ा है. पहले तीन एपिसोड जहां हत्या से जुड़े हैं, जिसमें पुलिस हत्यारे की तलाश में है, वहीं चौथा डेढ़ साल की बच्ची के अपहरण का है. सीरीज में पहला केस एक बेटी द्वारा मां की हत्या और भाई पर जानलेवा हमले का है. युवती फरार है. बेटी द्वारा मां की हत्या का केस खुलता है तो पता चलता है सफलता, पैसा और ग्लैमर पीछे छूटने वालों को ऐसे मुंह चिढ़ाते हैं कि उनका मानसिक और भावनात्मक संतुलन हिल जाता है.
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