हाथरस केस में अब एक नया एंगल सामने आया है. केस के मुख्य आरोपी संदीप उर्फ चंदू ने अलीगढ़ जेल से हाथरस के एसपी को चिट्ठी लिखी है. इसमें बताया है कि वो और विक्टिम एक दूसरे के दोस्त थे. मिलते-जुलते थे. लेकिन विक्टिम के घरवालों को उनकी दोस्ती पसंद नहीं थी, इसलिए उन लोगों ने उसे मार डाला.
चिट्ठी में उसने लिखा कि उस पर लगाए आरोप झूठे हैं. उसने लिखा,
“वह मेरे गांव की ही लड़की थी, जिससे मेरी दोस्ती थी. मुलाकात के साथ-साथ, मेरी और उसकी कभी-कभी फोन पर बात हो जाती थी. हमारी दोस्ती उसके घरवालों को पसंद नहीं थी. घटना के दिन मेरी उससे खेत में मुलाकात हुई. उसके साथ उसकी मां, भाई थे. उसके कहने पर मैं तुरंत घर चला गया”
संदीप ने आगे लिखा कि उसे बाद में पता चला कि विक्टिम के भाई और मां ने उसे बहुत मारा है. दोनों की दोस्ती को लेकर. इस मारपीट में उसे गंभीर चोट आई और बाद में उसकी मौत हो गई. संदीप ने लिखा कि उसने कभी भी विक्टिम के साथ मारपीट नहीं की, न ही उसके साथ कोई गलत काम किया. उसने बताया कि विक्टिम की मां और भाई ने उसे झूठे आरोप में फंसाकर जेल भेजा है. उसने ये भी लिखा कि अन्य आरोपियों पर भी झूठा इल्ज़ाम लगाया गया है.

दो आरोपियों रामू और रवि की मां ने आज तक से बातचीत में कहा कि उसके दोनों बेटे निर्दोष हैं. उनको बाद में फंसाया गया है चिट्ठी में जो लिखा है वह सही होगा लेकिन हमने यह नहीं देखा है कि वह कब मिलने जाते थे और कब नहीं जाते थे. वहीं, आरोपियों को निर्दोष बताते हुए उनके पक्ष में अगड़ी जाति के लोग पंचायत कर चुके हैं.
हाथरस मामले की जांच एसआईटी कर रही है. उसे 7 अक्टूबर तक रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन एसआईटी को 10 दिन का और समय दिया गया है. वहीं सीएम योगी इस मामले की जांच के लिए सीबीआई जांच की सिफारिश कर चुके हैं. हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. 12 अक्टूबर को सुनवाई है. एक मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है.
हाथरस केस: पुलिस का दावा, पीड़ित परिवार और मुख्य आरोपी के बीच फोन पर एक साल से बातें हो रही थी