IFFCO यानी इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड. इससे जुड़ी एक खबर आई. इसमें बताया गया कि DAP यानी कि डाई अमोनियम फॉस्फेट में कीमत में 58.33 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी गई है. DAP खेती-किसानी में इस्तेमाल होने वाला एक उर्वरक होता है. पिछले महीने तक इसकी जो बोरी 1,200 रुपये में मिलती थी, उसकी कीमत अब 1,900 रुपये कर दी गई है. इससे पहले मार्च के महीने में खबर आई थी कि प्राइवेट कंपनियों ने DAP के दाम 300 रुपए प्रति बोरी बढ़ा दिए हैं.

इससे पहले पारादीप फॉस्फेट लिमिटेड (PPL) और गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर्स कॉर्पोरेशन (GSFC) प्राइवेट सेक्टर की दो कंपनियों ने DAP के दाम बढ़ाए थे. उस वक्त IFFCO ने कहा था कि प्राइवेट कंपनियां भले ही दाम बढ़ाएं, लेकिन वो फिलहाल दाम नहीं बढ़ाएगी. IFFCO ने कहा था कि वो इस पर अंतिम फैसला अप्रैल में करेगी. उसी समय से बातें कही गई थीं कि IFFCO भी तभी तक DAP के दाम स्थिर रख सकती है, जब तक उसके पास DAP का पुराना स्टॉक मौजूद है. नया स्टॉक लेते ही उसे भी दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं. देश में फॉस्फेटिक उवर्रक की 32 फीसदी से अधिक सप्लाई IFFCO ही करती है. अब खबर आई है कि इफको ने भी इसका दाम 1,900 प्रति बैग कर दिया है.
हालांकि दाम बढ़ाने के बाद हो रही किरकिरी के बीच IFFCO के चेयरमैन डॉ. यूएस अवस्थी ने कहा,
इफको के पास 11.26 लाख टन उर्वरक का पुराना स्टॉक है और इसे पुरानी कीमत पर ही बेचा जाएगा. DAP 1200 रुपए, NPK 10:26:26 1175 रुपए, NPK 12:32:16 ₹1185 रुपए, NPS 20:20:0:13 925 रुपए में उपलब्ध कराया जाएगा. नई कीमत के साथ आने वाले बैग की बिक्री किसी को नहीं की जाएगी.
#IFFCO have 11.26 Lakh MT of complex fertilisers & will sell at old rates of #DAP ₹1200/-, #NPK 10:26:26 ₹1175/-, #NPK 12:32:16 ₹1185/- & #NPS 20:20:0:13 ₹925/-. The material with new rates is not for sale to anyone. @PMOIndia @DVSadanandGowda @mansukhmandviya @fertmin_india
— Dr. U S Awasthi (@drusawasthi) April 8, 2021
उन्होंने आगे कहा,
इफको यह आश्वस्त करना चाहता है कि उसके पास पुरानी कीमत वाला स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. मार्केटिंग टीम को निर्देश दिए हैं कि किसानों को पुराने रेट के साथ पहले पैक किया गया उर्वरक ही बेचा जाए. हम हमेशा किसानों के हितों को ध्यान में रखकर फैसले लेते हैं.
उन्होंने आगे कहा,
इफको एक विनिर्माण इकाई है. अपने संयंत्रों द्वारा नए स्टॉक को डिस्पैच करने के लिए बैग पर कीमत का उल्लेख करना पड़ता है. पत्र में उल्लेखित कीमत एक अनुमानित लागत है, जिसे बैग पर लिखा जाना है. यह एक अनिवार्य आवश्यकता है. इफको द्वारा बताई गई उर्वरकों की कीमत अनुमानित है. कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमत अभी कंपनियों द्वारा तय की जानी है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय कच्चे माल की कीमतों में बहुत अधिक तेजी आ चुकी है.
2014 से अब तक कितनी बार बढ़े दाम?
मई 2013-1125 रुपए प्रति बैग
अगस्त 2014-1130 रुपए प्रति बैग
अप्रैल 2015-1141 रुपए प्रति बोरी
जुलाई 2016-1135 रुपए प्रति बैग
जुलाई 2017-1040 रुपए प्रति बैग
सितंबर 2018-1290 रुपए प्रति बैग
अक्टूबर 2019-1250 रुपए प्रति बैग
सितंबर 2020-1200 रुपए प्रति बोरी(सोर्स-विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स)
यह पहली बार है जब 1200 से सीधे 1900 रुपए कीमत करने की बात आ रही है. The Express Tribune की जनवरी-2021 की एक रिपोर्ट के मुताबिक DAP जिन चीजों से मिलकर बनता है, उनकी ही कीमत इंटरनेशनल बाज़ार में काफी तेजी से ऊपर उठी है. फॉस्फोरिक एसिड के दाम बढ़ रहे हैं. कोविड काल के बाद ये बड़ा असर देखा जा रहा है. इस रिपोर्ट के मुताबिक DAP के दाम इंटरनेशनल मार्केट में 35 डॉलर तक बढ़ रहे हैं. वहीं फॉस्फोरिक एसिड भी भारत में बाहर से मंगाया जाता है. इन्हीं वजहों से देश में DAP के दाम बढ़ते जा रहे हैं.
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