केंद्र सरकार ने COVID-19 से निपटने के लिए तीन फेज़ का एक लंबा प्लान बनाया है. सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए इमरजेंसी रिस्पॉन्स पैकेज जारी किया है ताकि हेल्थ सिस्टम को दुरुस्त किया जा सके. इसमें 100 फीसदी फंडिंग केंद्र करेगा. पैकेज में 15,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. पहले फेज़ के लिए 7,774 करोड़ रुपए जारी भी कर दिए गए हैं.
इस प्रोजेक्ट को जनवरी, 2020 से मार्च, 2024 तक तीन फेज़ में बांटा गया है. पहला फेज़ जनवरी, 2020 से जून, 2020 तक, दूसरा फेज़ जुलाई, 2020 से मार्च, 2021 और तीसरा अप्रैल, 2021 से मार्च, 2024 तक होगा. केंद्र और राज्य के बीच कई राउंड की बातचीत के बाद ये पैकेज आया है. राज्य सरकारें भी इसकी मांग कर रही थीं. पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों से बातचीत के दौरान भी ये मुद्दा उठा था.
कहां खर्च होंगे पैसे?
पहले फेज के पैसे COVID स्पेशल अस्पताल, आइसोलेशन वॉर्ड, ICU बनाने, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सप्लाई, लैब, PPE, N95 मास्क, हेल्थ वर्कर की नियुक्ति जैसी चीजों में खर्च होंगे. इसमें से एक हिस्सा अस्पतालों, सरकारी दफ्तरों, सार्वजनिक इस्तेमाल की चीजों, एम्बुलेंस को डिसइन्फेक्ट करने में इस्तेमाल किया जाएगा.
सर्कुलर जारी हुआ
नेशनल हेल्थ मिशन की डायरेक्टर वंदना गुरुनानी ने इसे लेकर एक सर्कुलर जारी किया. ये सर्कुलर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, हेल्थ कमिश्नर को भेजा गया है. कहा गया है कि तत्काल फंड जारी किया जा रहा है. भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 540 मामले सामने आए हैं और 17 मौत हुई हैं.
मास्क और PPE किट के लिए परेशान डॉक्टर्स ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी