केंद्र सरकार ने गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्टों की जांच के लिए समिति बनाई है. राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट. इन तीनों के वित्तीय लेन-देन की जांच की जाएगी. एक इंटर-मिनिस्टीरियल कमिटी इन तीनों ट्रस्ट की जांच करेगी. तीनों ट्रस्ट पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA), फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) और इनकम टैक्स ऐक्ट के प्रावधानों के उल्लंघन का आरोप है. गृह मंत्रालय के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ED) के स्पेशल डायरेक्टर इस समिति के प्रमुख होंगे.
खबर सामने आने के बाद कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया आई है. पार्टी का कहना है कि वो मोदी सरकार की धमकियों से नहीं डरने वाली है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधा. लिखा,
मिस्टर मोदी मानते हैं कि दुनिया उनके जैसी है. उन्हें लगता है कि हर किसी की कोई कीमत है या उसे धमकाया जा सकता है. वो कभी नहीं समझेंगे कि जो सच के लिए लड़ते हैं, उनकी कोई कीमत नहीं होती और उन्हें धमकाया नहीं जा सकता है.
Mr Modi believes the world is like him. He thinks every one has a price or can be intimidated.
He will never understand that those who fight for the truth have no price and cannot be intimidated.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 8, 2020
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस और उसका नेतृत्व मोदी सरकार की धमकाने वाली कोशिशों से डरने वाला नहीं है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर कुछ भी ऐसा नहीं है, जिससे डरने की कोई बात हो. उन्होंने कहा,
आपके पास पूरा ‘यंत्र और तंत्र’ मौजूद है. आप जांच में हर सवाल पूछ सकते हैं. हम कानून का पालन करते हुए सवाल पूछने वाले को जवाब देंगे. लेकिन क्या सरकार विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन, आरएसएस आदि से सवाल पूछेगी?
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश में दो तरह के कानून हैं. एक तो विपक्षी दलों के लिए और दूसरा अपनी सरकार से जुड़ी हुई संस्थाओं के लिए.
The Indian National Congress and its leadership will not be intimidated by the cowardly acts by a panicked Modi Government.
Our determination to hold the Government accountable to the people of India will only get strengthened by these desperate actions.
Our Statement-: pic.twitter.com/9zjkAmubL3
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 8, 2020
इससे पहले, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस से 10 सवाल पूछे थे. अब कांग्रेस ने भी मोदी सरकार से छह सवाल पूछे हैं-
1. क्या पीएम मोदी पीएम केयर्स फंड में चीन की कंपनियों की ओर से मिले करोड़ों रुपए दान की जांच कराएंगे?
2. क्या मोदी सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को मिले हर तरह के डोनेशन और पैसे की जांच कराएगी?
3. राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की जिस तरह से जांच कराई जा रही है, उसी तरह की जांच विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन और इसी तरह के फाउंडेशन की जांच कराएगी, जिसमें हर तरह के वित्तीय लेन-देन शामिल हैं?
4. क्या सरकार ओवरसीज फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी को मिले फंड, डोनर्स, जिसमें चीन कंपनियां भी शामिल हैं, उनकी जांच कराएगी?
5.सरकार इलेक्शन बॉन्ड के रूप में मिले लगभग 7,000 करोड़ की जांच कराएगी?
6. क्या मोदी सरकार बीजेपी को आय और दान में हुई लगभग 500% की वृद्धि की जांच का आदेश देगी?
कांग्रेस का कहना है कि इस तरह के मुद्दों को उठाकर बीजेपी सीमा की सुरक्षा, कोविड-19 से लड़ने की अपनी नाकामियों, आर्थिक मंदी के सवालों से नहीं बच सकती.
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