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महंत नरेंद्र गिरि केस: CBI ने चार्जशीट में माना-हत्या नहीं, आत्महत्या थी, इन 3 को आरोपी बनाया

20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि का शव मिला था.

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Narendra Giri Anand Giri
महंत नरेंद्र गिरी (दाएं) की मौत के लिए CBI ने आनंद गिरि (बाएं) के अलावा दो अन्य को आरोपी बनाया है. (फाइल फोटो)
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21 नवंबर 2021 (Updated: 21 नवंबर 2021, 06:03 IST)
Updated: 21 नवंबर 2021 06:03 IST
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महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में CBI ने चार्जशीट फाइल कर दी है. शनिवार 20, नवंबर को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक CBI ने माना है कि महंत नरेंद्र गिरि की मौत हत्या, नहीं बल्कि आत्महत्या थी. जांच एजेंसी ने महंत नरेंद्र गिरि की मौत के लिए तीन लोगों उनके चेले आनंद गिरि के अलावा आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को जिम्मेदार बताया है. CBI ने आरोप लगाया है कि इन तीनों ने ही सुनियोजित साजिश के तहत महंत नरेंद्र गिरि को उकसाया था. CBI ने IPC की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) और 120 बी (अपराधिक षड्यंत्र रचने) के तहत तीनों पर मामला दर्ज किया है.

चार्जशीट में और क्या है?

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, CBI ने चार्जशीट में जिक्र किया है कि कुंभ मेले में अलग कैंप लगाने के बाद महंत नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच दूरियां बढ़नी शुरू हो गई थीं. महंत नरेंद्र गिरि की ओर से गंगा सेना को लेकर भी आपत्ति जताई गई थी, जिसका गठन आंनद गिरि ने 2008 में किया था. नरेंद्र गिरि का कहना था कि आनंद गिरि ने मठ में रहते इसके लिए अनुमति नहीं ली.

भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक CBI ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि बाघम्बरी गद्दी मठ में अपने कमरे में फांसी पर लटके मिले थे. CBI ने श्वांसरोधन यानी सांस को बाहर निकलने से रोके रखना, को महंत नरेंद्र गिरि की मौत का कारण बताया है. मेडिकल रिपोर्ट में भी श्वांसरोधन एंटी मार्टम हैगिंग सामने आया था.

नरेंद्र गिरि की ही हैंडराइटिंग

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद जो सुसाइड नोट मिला था, उसकी हैंडराटिंग की जांच के बाद CBI ने कंफर्म किया है कि ये सुसाइड नोट उन्होंने ही लिखा था. इसके अलावा मौत से पहले जो वीडियो बनाया गया था, वो भी उन्होंने ही बनाया था. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि महंत नरेंद्र गिरि ने मौत से पहले अपने 2 सेवादारों से बात की थी. इस बातचीत के दौरान उन्होंने पूछा था कि क्या फोटो और वीडियो में चेहरा बदलकर गलत वीडियो बनाया जा सकता है.

दैनिक भास्कर के मुताबिक, महंत नरेंद्र गिरि के मोबाइल से दो वीडियो मिले हैं. पहले वीडियो में उन्होंने आनंद गिरि आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी को सुसाइड के लिए जिम्मेदार बताया है. दूसरे वीडियो में वह कुछ महिलाओं के साथ हैं. इसी वीडियो के बारे में कहा गया था कि आनंद गिरि महंत नरेंद्र गिरि को बदनाम कर सकते हैं.

कोर्ट ने चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए सुनवाई की अगली तारीख 25 नवंबर तय की है. अदालत ने तीनों आरोपियों की न्यायिक हिरासत भी 25 नवंबर तक बढ़ा दी है.

इसी साल 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि का शव प्रयागराज के अल्लापुर में बाघंबरी मठ के एक कमरे में मिला था. पुलिस ने शुरुआती जांच में सुसाइड की आशंका जताई थी. मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला था. महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि पर मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाया था. यूपी सरकार ने पहले इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था, लेकिन बाद में सरकार ने सीबीआई से जांच कराने का फैसला किया था.

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