पिछले कई सालों की तरह इस साल भी 15 नवंबर को ट्विटर पर नाथूराम गोडसे का नाम ट्रेंड करना शुरू हुआ. गोडसे को 15 नवंबर के दिन ही अंबाला जेल में फांसी हुई थी. इस बार विवादित ट्वीट किया है आंध्र प्रदेश बीजेपी के स्टेट सेक्रेटरी रमेशनायडू नागोथू ने. ज़ाहिर है, इस बात पर काफ़ी हल्ला हुआ. ये भी ज़ाहिर है कि बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया.
मामला
15 नवंबर को रमेशनायडू नागोथू के ट्विटर हैंडल (@RNagothu) से नाथूराम गोडसे की फोटो के साथ एक ट्वीट किया गया. इसमें लिखा था
आज नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि पर मैं उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट करता हूं. भारत भूमि से पैदा हुए सच्चे और एक महान सपूत.

‘ट्वीट करने वाले को नौकरी से निकाल दिया है’
जब इस ट्वीट को लेकर लोगों ने आपत्ति दर्ज करनी शुरू की तो रमेश नायडू ने ट्विट को डिलीट कर नया ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा
जो मेरा ट्विटर हैंडल चलाते हैं उन्होंने अकाउंट पर आपत्तिजनक पोस्ट किया था. उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया है.

कौन हैं रमेश नायडू
रमेश नायडू आंध्र प्रदेश बीजेपी के स्टेट सेक्रटरी रहने से पहले बीजेपी के यूथ विंग से जुड़े रहे हैं. उनके ट्विटर बायो के अनुसार वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं. इसके अलावा वह आंध्र प्रदेश में कुचिवरीपल्ली ग्राम पंचायत के सरपंच और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्टूडेंट यूनियन के चेयरमैन रहे हैं. इसके अलावा ABVP की ही नेशनल एक्जिक्यूटिव काउंसिल के मेंबर रहे हैं. यानी बीजेपी-संघ से लंबे समय से जुड़े रहे हैं.

इस घटना के बाद फिलहाल कांग्रेस ने रमेश नायडू को उनके पद से हटाने की मांग की है. इससे पहले भोपाल से बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ने 2019 में नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. जिसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आपत्ति जताते हुए कहा था कि वो साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ़ नहीं कर पाएंगे. क्या इस बार PM मोदी अपने इस युवा नेता को मन से माफ़ कर पाएंगे? ओह रुकिए, ट्वीट करने वाला तो कोई और था जिसे नौकरी से निकाल दिया गया है.
वीडियो – नरेंद्र मोदी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे पर बयान के बाद भयंकर आपत्ति जताई है