बीजेपी के एक विधायक हैं. नाम है ज्ञानदेव आहूजा. राजस्थान के रामगढ़ से विधायक हैं. बतौर विधायक उन्होंने अब तक विकास के क्या काम किए हैं, शायद ही किसी को पता हो. लेकिन बतौर विधायक उन्होंने क्या बयान दिए हैं, ये शायद बहुत से लोगों को मालूम हो. अगर कुछ भूल रहे हैं, तो हम याद दिला देते हैं. पहले उनके बयानों पर गौर फरमाइए-
1. जेएनयू में रोजाना 3000 बीयर की बोतलें, 2000 शराब की बोतलें, 10 हजार सिगरेट के टुकड़े, 4 हजार बीड़ी, 50 हजार हड्डियों के टुकड़े, 2 हजार चिप्स के पैकेट, 3000 इस्तेमाल किए गए कंडोम और 500 गर्भपात के इंजेक्शन मिलते हैं.
2. दिल्ली में 50 प्रतिशत रेप और छेड़छाड़ के अपराध जेएनयू के छात्र करते हैं.
I stand by what I said.Rapes happen daily in #JNU. It is hub of criminal activities:BJP Rajasthan MLA Gyandev Ahuja pic.twitter.com/fNvcfa9dWU
— ANI (@ANI) May 25, 2016
3. गांधी-नेहरू परिवार के ही कारण देश में रेप बढ़ रहे हैं, उनकी सभी मूर्तियां तोड़ देनी चाहिए. इनकी वजह से ही देश में भ्रष्टाचार और रेप बढ़े हैं, क्योंकि इनके संस्कार भी यही हैं.
The statues of members of Nehru-Gandhi family should be brought down,then people will spit on them:BJP Rajasthan MLA Gyandev Ahuja — ANI (@ANI) May 25, 2016
ये उनके कुछ ऐसे बयान हैं, जो उन्होंने पिछले साल दिए थे. अब वो चर्चा से बाहर हो रहे थे, उनके बयानों पर लोग कम ध्यान दे रहे थे. इसी बीच राजस्थान के अलवर जिले के बंसूर इलाके में 23 दिसंबर की सुबह 46 साल के जाकिर नाम के एक शख्स की किसी जागरूक समूह के 15 लोगों ने पिटाई कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से जाकिर को बचाया और अस्पताल में भर्ती करवाया. भीड़ ने जाकिर की पिटाई करते हुए उसे गौतस्कर कहा था और तस्करी का आरोप लगाया था. गाय थी, तो ज्ञानदेव आहूजा को बयान देने का मौका मिल गया. उन्होंने मामले को लपक लिया और बयान दे दिया. उन्होंने कहा-
‘उसे जनता ने नहीं पीटा है. वह बहाना कर रहा है. वह वहां गया ही क्यों था? गो तस्करी करोगे, गोकशी करोगे तो यूं ही मरोगे.’
उनके इस बयान का वीडियो भी आया है. एक बार उनका पूरा बयान सुनिए-
पूरा बयान सुनिए, पता चलता है कि विधायकजी को अब कंडोम गिनने और जेएनयू से फुर्सत मिल गई है. अब वो गायों को मारने वालों को मारने निकले हैं. विधायकजी गायों को बचाते, तब भी कोई बात थी, लेकिन वो तो मरने-मारने की बात कर रहे हैं. अब सत्ताधारी पार्टी का विधायक मरने-मारने की बात करे, तो सवाल तो उठते ही हैं. खैर, विधायक जी, अगर आपको गायों की इतनी ही चिंता है, तो गायों को बचाइए. वो मर रही हैं, खत्म हो रही हैं और उसकी वजह पशु तस्करी या गोतस्कर नहीं, सरकारें हैं. आपको भरोसा नहीं है, तो हम आपको बीजेपी की सरकार का ही उदाहरण दे दे रहे हैं.

मध्यप्रदेश में पिछले 14 साल से बीजेपी की सरकार है. शिवराज सिंह चौहान वहां के मुख्यमंत्री हैं. उस राज्य का एक जिला है आगार. इस जिले के सालरिया गांव में एक गो अभयारण्य है, जहां पिछले 15 दिनों में 300 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है. इन गायों की मौत किसी गो तस्कर या पशु तस्कर की वजह से नहीं, सड़ा चारा खाने की वजह से हुई है. ये हाल तब है, जब इस गोअभयारण्य की नींव खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 4 नवंबर 2012 को रखी थी. अभी करीब 2 महीने से थोड़ा सा ही ज्यादा वक्त हुआ है, जब वहां गायों को रखने की शुरुआत हुई थी. अब हाल ये है कि हर रोज वहां पर सड़ा चारा खाने से 10-20 गायों की मौत हो रही है. इन गायों को गोअभयारण्य के पीछे की खाली जमीन में दफ्न किया जा रहा है.

चलिए, मध्यप्रदेश को एक बार के लिए छोड़ देते हैं. आपको ले चलते हैं छत्तीसगढ़. वहां भी धमतरी जिले के मगरलोड गांव की एक गौशाला में हप्ते भर में 23 गाएं भूख प्यास से मर गई हैं. उस गौशाला को तो चलाने के लिए लोग भी पैसे देते थे, लेकिन हर रोज वहां भी गायें मर रही हैं. इन गायों के मरने में भी किसी गो तस्कर का हाथ नहीं है. छह महीने पहले भी दुर्ग जिले के धमधा के राजपुर और बेमेतरा जिले के रानो में एक गोशाला में दर्जनों गायों की मौत हुई थी. ये मौतें किसी पशु तस्कर की वजह से नहीं हुई थी. और जानकारी के लिए बता दें कि गोशाला बीजेपी नेता हरीश वर्मा की थी.
विधायकजी, पशुतस्करों को रोकने के लिए कानून है, पुलिस है. वो उन्हें सजा दे रही है, आगे भी देती रहेगी. सरकार आपकी है, आप सख्ती करिए, पुलिसवालों के हाथ मजबूत करिए, भ्रष्ट पुलिसवालों पर ऐक्शन लीजिए, गोकशी तो रुक ही जाएगी. लेकिन उन गायों का क्या, जो पशु तस्करों से तो सुरक्षित हैं, लेकिन उन्हें खाने को जो दिया जा रहा है, उससे उनकी मौत हो रही है.
ये भी पढ़ें:
भारत का अगला विलुप्तप्राय जानवर गाय है!
गोरक्षकों के मुंह खून लग गया है, वो गाय के मुद्दे के बिना भी मारेंगे
गाय के बारे में 11 बातें, जो गोरक्षक भी नहीं जानते
वीडियो में देखिए मिड डे मील खाते ऑफिसर की पूरी कहानी