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ओडिशा: केंद्रीय मंत्री पर आरोप, अधिकारियों को कमरा बंद कर पीटा

एक अधिकारी का हाथ टूट गया. मंत्री के खिलाफ FIR दर्ज.

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मंत्री की कथित पिटाई से घायल हुआ अफसर, अस्पतल में इलाज जारी (फोटो: इंडिया टुडे)
22 जनवरी 2022 (Updated: 22 जनवरी 2022, 14:22 IST)
Updated: 22 जनवरी 2022 14:22 IST
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ओडिशा से एक अजीब मामला सामने आया है. यहां केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु के ऊपर दो अधिकारियों को पीटने का आरोप लगा है. अधिकारियों का कहना है कि फाइल ना लाने की वजह से केंद्रीय मंत्री ने उन्हें कुर्सी के डंडे से पीट. एक अधिकारी का हाथ भी टूट गया. दूसरी तरफ मंत्री ने इन आरोपों को नकार दिया है. हालांकि, उनके खिलाफ FIR दर्ज हो गई है. मामला क्या है? आजतक में छपी खबर के मुताबिक, शुक्रवार, 21 जनवरी को केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु पर दो सरकारी अधिकारियों ने आरोप लगाया कि समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने उनके ऊपर हमला कर दिया. अधिकारियों के मुताबिक, ये घटना केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडु के गृह नगर ओडिशा के बारीपदा की है. विश्वेश्वर टुडु ओडिशा के मयूरभंज से सांसद है. पिछले केंद्रीय कैबिनेट फेरबदल में उन्हें आदिवासी मामलों और जलशक्ति का राज्य मंत्री बनाया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल केंद्रीय मंत्री ने अपने ऑफिस में एक रिव्यू मीटिंग बुलाई थी. इस बैठक में डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग एंड मॉनीटरिंग विभाग के उप निदेशक अश्विनी कुमार मलिक और असिस्टेंट डायरेक्टर देबाशीष महापात्रा को बुलाया गया था. आरोप है कि रिव्यू मीटिंग के दौरान मंत्री किसी बात को लेकर बहुत उग्र हो गए और उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर दोनों अफसरों पर कुर्सी से हमला कर दिया.
शिकायतकर्ता अधिकारियों में से एक अश्विनी मलिक ने कहा कि जब वे दोनों, मंत्री के पार्टी कार्यालय में मिले तो उन्होंने आपा खो दिया क्योंकि वो MPLADS की फाइल लाना भूल गए थे. उन्होंने कहा,
"मंत्री हम दोनों पर भड़कने लगे और हमें गालियां देने लगे और फिर हमें प्लास्टिक की कुर्सी से पीटना शुरू कर दिया, किसी तरह हम दोनों मौके से भागने में सफल रहे."
वहीं देबाशीष महापात्रा ने कहा,
"मंत्री ने पहले हमें यह कहते हुए डांटा कि हमने प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. हमने उन्हें समझाने की कोशिश की कि अगर हम आदर्श आचार संहिता के समय फाइलों के साथ उनके कार्यालय जाते तो यह अनुचित होता. आगामी पंचायत चुनावों के कारण राज्य में आचार संहिता लागू है. लेकिन, वह नाराज हो गए और हमें मारना शुरू कर दिए."  
पीड़ित अधिकारी देबाशीष महापात्रा (फोटो आजतक)
पीड़ित अधिकारी देबाशीष महापात्रा (फोटो: आजतक)


इस हमले में देबाशीष महापात्रा का हाथ टूट गया है. जबकि अश्विनी कुमार मलिक को चोटें आई है. दोनों अधिकारियों को बारीपदा के पीआरएम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
आजतक को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ दो सरकारी अधिकारियों की शिकायत के आधार पर बारीपदा टाउन पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 323( स्वेच्छा से किसी को चोट पहुंचना) , 325(स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचना) , 294 (लोक स्थान पर किसी को अश्लील शब्द कहना) और 506 (आपराधिक धमकी देना). केंद्रीय मंत्री ने आरोपों को नकारा इस बीच, केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडु ने उनपर लगे मारपीट के आरोपों से साफ इनकार किया है. उन्होंने कहा कि आने वाले पंचायत चुनाव से पहले उनकी छवि को खराब करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैंने उनसे फाइलों के साथ आने के लिए कहा था ताकि ये पता लगाया जा सके कि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए 7 करोड़ रुपये कैसे खर्च किए गए. उनके आरोप बेबुनियाद हैं. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा,
"वे मेरे पास आए, हम लगभग आधा घंटा बैठे रहे, लंच का समय था, समीक्षा बैठक पूरी नहीं हो सकी, इसलिए मैंने उन्हें कल फिर आने के लिए कहा, वे कभी वापस नहीं लौटे."
केंद्रीय मंत्री टुडु आगे कहते हैं कि अगर मैंने उन्हें पीटा होता, तो क्या वे (मेरे कार्यालय से) वापस लौट पाते.

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