बिहार का बेगूसराय. यहां के तेघड़ा में बुधवार 04 नवंबर को एक होटल संचालक का अपहरण कर लिया गया था. दो दिनों बाद उसका शव वैशाली जिले के जंदाहा में मिला. परिजनों के अनुसार किडनैपर्स ने ही फोन कर घटना की जानकारी दी थी. पुलिस को किडनैपर और उसके सहयोगियों के मोबाइल नंबर दिए जाने के बावजूद वह आरोपियों को गिरफ्तार करने मे असफल रही. होटल संचालक की पत्नी का आरोप है कि पुलिस ने उसकी बात को गंभीरता से नहीं लिया. दो दिन बाद उसके पति की लाश जंदाहा में सड़क किनारे पड़ी मिली. घटना से आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को शांत कराया.
क्या है मामला
दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, चार नवंबर को तेघड़ा नगर पंचायत वार्ड-16 के रहने वाले सेठ चौरसिया का अपहरण कर लिया गया. पांच नवंबर को सेठ चौरसिया की पत्नी के मोबाइल पर फोन आया. बताया गया कि उनके पति का अपहरण करके उनकी हत्या कर दी गई है. फोन पर इस तरह की जानकारी मिलने के बाद परिजन थाने पहुंचे. उन्होंने बताया कि फोन आने की जानकारी पुलिस को दी गई. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन बदमाशों की गिरफ्तारी और सेठ चौरसिया को खोजने का कोई प्रयास नहीं किया.
इधर पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो शनिवार 07 नवंबर की रात सेठ चौरसिया का शव वैशाली के देसरी में बरामद किया गया. शव मिलते ही परिजन आक्रोशित हो गए. गांव वालों ने भी पुलिस को दोषी बताते हुए रविवार 08 नवंबर की सुबह तेघड़ा थाना के सामने सड़क जाम कर दिया. जाम और हंगामे की सूचना पर तेघरा बीडीओ संदीप पांडेय और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची. नाराज लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराते हुए मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद जाम खुलवाया जा सका.
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