जब रेडियो वेव्स की शुरुआत की गई थी तो मकसद था कि हम आवाज़ रिकॉर्ड कर सकें. और उसे बाद में सुन सकें. धीरे-धीरे टेलीफोन आया, फिर मोबाइल फोन और फिर फोन पर ही कॉल रिकॉर्ड का फीचर भी आ गया. अब हम किसी से फोन पर होने वाली बातचीत भी रिकॉर्ड कर सकते हैं, उसे खुद सुन सकते हैं. औरों को भेजकर उनको भी सुना सकते हैं. कॉल, रिकॉर्ड, सेंड/फॉर्वर्ड वाले इस फीचर का इन दिनों राजस्थान के सियासी गलियारी में खासा इस्तेमाल हो रहा है. बैक टू बैक तीन ऑडियो सामने आ चुके हैं और तीन बड़े नेताओं के नाम भी इनमें सामने आ चुके हैं. इन रिकॉर्डिंग्स में क्या है? ये हम बताएंगे. पहले थोड़ा बैकग्राउंड समझ लेते हैं.
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच ठनी हुई है. पायलट महत्वाकांक्षी हैं. सीएम बनना चाहते हैं. पार्टी की बैठकों में जाना उन्होंने छोड़ दिया. कई कांग्रेसी नेताओं ने उनको फोन मिलाया पर उन्होंने बात नहीं की. उनसे मिलना चाहा पर वो मिले भी नहीं. उनके समर्थन में खड़े विधायकों ने गुरुग्राम के एक होटल में डेरा जमा लिया. कोशिशों के बाद भी जब पायलट से संपर्क नहीं हुआ तो गहलोत ने उन्हें कैबिनेट से निकाल दिया. वहीं कांग्रेस ने उनसे पीसीसी अध्यक्ष की कुर्सी छीन ली. कांग्रेस का आरोप है कि सचिन पायलट बीजेपी के साथ मिलकर गहलोत सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं.
अब आते हैं सामने आई ऑडियो क्लिप्स पर
16 जुलाई की रात को अशोक गहलोत गुट ने तीन ऑडियो क्लिप जारी की. इनमें से एक क्लिप 1.37 मिनट, दूसरा 2.01 मिनट और तीसरा ऑडियो 6.18 मिनट का है. इन ऑडियो में जो लोग बात कर रहे हैं वे हिंदी, अंग्रेजी और मारवाड़ी में बोल रहे हैं. हालांकि इन क्लिप की सत्यता की पुष्टि होना अभी बाकी है. लेकिन राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप यानी एसओजी ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है.

गहलोत गुट का दावा है कि इन क्लिप में सचिन पायलट गुट के भंवरलाल शर्मा, विश्वेंद्र सिंह और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत और संजय जैन नाम का एक दलाल शामिल है. गहलोत गुट ने आरोप लगाया कि ये लोग राजस्थान सरकार को गिराने के लिए विधायकों से डील कर रहे हैं. इन क्लिप्स में खुले रूप से पैसों की लेन-देन के बात हो रही है.
राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त की साजिश का पर्दाफाश।
राजस्थान सरकार गिराने का घिनौना षडयंत्र हुआ बेनकाब!भाजपा कर रही ‘जनमत का अपहरण’ व ‘प्रजातंत्र का चीरहरण’!
‘चीन’ व ‘कोरोना’ से लड़ने की बजाय ‘सत्ता लूटने’ का कुकृत्य कर रही भाजपा।
हमारा बयान: pic.twitter.com/nPh8jSh8OJ
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 17, 2020
क्या बातचीत है इन कथित ऑडियो क्लिप में
ऑडियो 1: यह 1.37 मिनट की क्लिप है. दावा है कि इस कथित क्लिप में पहला व्यक्ति संजय जैन और दूसरा विश्वेंद्र सिंह है.
पहला व्यक्ति: हैलो
दूसरा व्यक्ति: हां भाई
पहला व्यक्ति: जी भाई.
दूसरा व्यक्ति: जो साथी हमारे दिल्ली में बैठे हैं वो पैसा ले चुके हैं. पहली किश्त पहुंच चुकी है. फिर कब मिल रहे हैं, कल?
पहला व्यक्ति: ठीक है. लेट्स नोट कमेंट ऑन दैट. (उस पर बात मत करो.)
दूसरा व्यक्ति: ओके. वेन डू आई सी यू? टुमॉरो? (तुम कब मिलोगे? कल?)
पहला व्यक्ति: या. आई सी यू इन अर्ली मॉर्निंगरबाय एट. (हां. मैं आपसे सुबह आठ बजे मिलता हूं.)
दूसरा व्यक्ति: नहीं, नहीं आप आराम से आओ. 11 बजे तक.
पहला व्यक्ति: अच्छा. मुझे उसी दिन वापस भी आना है ना?
दूसरा व्यक्ति: नो. (नहीं.)
पहला व्यक्ति: क्या हो गया?
दूसरा व्यक्ति: वी कांट टेक इट बैक. (हम पीछे नहीं हट सकते)
पहला व्यक्ति: मैं आपको मिलता हूं. आप कितने बजे उठ जाते हैं. मेरे को एक और काम भी है दिल्ली में. आपको आठ या नौ बजे मिल लेता हूं. फिर मेरा काम निपटाकर जब आप बोलोगे तब कर लेंगे.
दूसरा व्यक्ति: ठीक है.
पहला व्यक्ति: फोन पर कम. चलो.
दूसरा व्यक्ति: ठीक. अब हम लीगली मूव करेंगे.
पहला व्यक्ति: आपका एक्शन डिसाइड हो गया न?
दूसरा व्यक्ति: कैसे?
पहला व्यक्ति: वॉट लाइन आर यू टेकिंग? (आप कौनसी लाइन ले रहे हैं?)
दूसरा व्यक्ति: यस, आई एम टेकिंग लाइन. (हां, मैं एक लाइन ले रहा हूं.)
पहला व्यक्ति: यू आर स्टिकिंग विद देम, राइट? (आप उन लोगों के साथ ही हैं, न?)
दूसरा व्यक्ति: हां. चांदना का दोबारा फोन नहीं आया.
पहला व्यक्ति: नहीं आया. मैंने भी नहीं किया.
दूसरा व्यक्ति: ठीक है. ठीक है.
ऑडियो 2: यह 2.01 मिनट की क्लिप है. गहलोत गुट की ओर से दावा है कि इसमें पहला व्यक्ति संजय जैन और दूसरा भंवरलाल शर्मा है.
पहला: हां सा, बात करवाइए.
दूसरा: हैलो.
पहला: हां ठीक है साहब. बढ़िया हुआ, सारी बातचीत हो गई,. एकदम खुल गया और अब कोई शंका नहीं है.
दूसरा: हां. अपन 30 लोग इकट्ठे हो जाएंगे.
पहला: हां ठीक है.
दूसरा: सरकार तो रहेगी नहीं. बर्खास्त करनी होगी.
पहला: हां वो तो ठीक है. पर एक बार आप संख्या बल देख लेना. हमने आज ही प्रोग्राम किए हैं. वो सब बता दिया है आपको.
दूसरा: हां, ठीक है.
पहला: व्यवस्था मैंने बता दी. आपकी और गिरधारी जी की व्यवस्था मेरे जिम्मे है.
दूसरा: ठीक है.
पहला: मैंने साहब को कह दिया कि सचिन जी की तरफ से लिस्ट नहीं आएगी. बाकी बढ़िया हुआ कि आपकी बात गोपनीय रह गई. जैसे आप चाहो वैसे मैं करा रहा हूं.
दूसरा: अमाउंट की बात हो गई न?
पहला: हां. आपको कल मैंने वह बात कह दी थी.
दूसरा: ठीक है.
पहला: आपकी वरिष्ठता और उम्र का पूरा ख्याल रखा जाएगा. एकदम चिंता मत करो.
दूसरा: सबसे वरिष्ठ मैं ही हूं. सात बार का विधायक हूं.
पहला: हां, चिंता मत करो.
दूसरा: ठीक है.
पहला: चेतन डूडी और बलवान पूनिया का प्रयास और कर लो.
दूसरा: चेतन डूडी भी आएगा और बलवान पूनिया भी आएगा, हो सकता है कि रिछपाल जी (मिर्धा) का लड़का भी आ जाए.
पहला: फिर तो बहुत ही बढ़िया हो जाएगा.
दूसरा: अपनी संख्या करने में लगा हुआ हूं.
पहला: ठीक है.

ऑडियो 3: यह 6.18 मिनट की क्लिप है. कांग्रेस का दावा है कि इसमें पहला व्यक्ति भंवरलाल शर्मा, दूसरा संजय जैन और ‘साहब’ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह हैं.
पहला: हां बोलो.
दूसरा: अकेले ही हो ना.
पहला: हां.
दूसरा: ठीक है, दो तीन दिन में जल्दी ही संख्या पूरी हो जाएगी, 30 की संख्या जल्दी दो-तीन दिन में पूरी हो जाएगी.
पहला: होने वाली है.
दूसरा: टूट सकते हैं. अब टाइम नहीं लगेगा.
पहला: हां, दो जगह हमारी भी बात हुई है उधर.
दूसरा: हां तो उस परिस्थिति में मैंने साहब को बता दिया है कि दो लोग हैं जो बहुत हैजिटेशन कर रहे हैं. उनकी डायरेक्ट आप से बात है. वो जो डिटेल देंगे, वहां वो काम है, वो तुरंत प्रभाव से होना चाहिए. वो बोले, संजय भाई आपने बता दिया कहीं कोई दिक्कत नहीं है, तुरंत काम होगा. मैं आपको जानकारी पूरी दे रहा हूं. अपनी बात सारी हो रखी है.
पहला: हां.
दूसरा: तो अब सचिन जी जो लिस्ट देंगे, तो आप भी कह देना की मेरे हिसाब से बात हो रखी है, मेरा नाम मत लेना.
पहला: हां, कह दूंगा.
दूसरा: क्योंकि बात क्रॉस नहीं होनी चाहिए.
पहला: नहीं, कह दूंगा.
दूसरा: और एक गिरधारी जी का.
पहला: वह नाम नहीं देगा.
दूसरा: रात को मेरी बहुत बात हुई. उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास में बात बताऊं. मेरी बात समझो. मैंने आज तक जो भी राजनीति करी है, वह मेरे हिसाब से की है. आज मैं आया हूं, तो मेरे हिसाब से आया हूं. मुझे आप पर विश्वास है. यह बात आप तक ही रहनी चाहिए. मैंने कहा कि या तो यह मैंने जानी या आपने जानी. वह बहुत ज्यादा घबराहट महसूस कर रहे हैं.
पहला: नहीं, नहीं कोई घबराहट नहीं रखनी.
दूसरा: आप दोनों मेरे जिम्मे हो. कोई दिक्कत नहीं लेनी. आप सचिन जी को कह देना कि लिस्ट में नाम नहीं देना.
पहला: अगर दिन में संभव हो तो गजेंद्र जी से बात और करवा देना.
दूसरा: हां, करा दूंगा. बोलो तो अभी करवा दूं.
पहला: हां, करवा दो.
दूसरा: बात करवा देता हूं. और एक आपको जानकारी दे दूं कि गिरधारी जी ने कहा कि मुझे एक बार गांव और जाना है. मैंने कहा अभी पांच सात दिन मत जाओ.
पहला: नहीं, अभी दो-तीन तो नहीं जाना है.
दूसरा: उनका अब एकदम ध्यान रखो. मैंने कह दिया कि अभी कहीं नहीं जाना. अभी चार-पांच दिन उनका थोड़ा ध्यान रखो.
पहला: मैं एक बार बात कर लेता हूं. कह दूंगा. अभी ये है कि मेरे पास बड़े-बड़े ऑफर आने लग गए हैं. रणदीप सुरजेवाला का, सीएम का, कि तुम्हें पद मिलेगा. मैंने कहा कि कहीं भी रख दो. मैं निकल गया तो निकल गया.
दूसरा: हां सही बात है. कल आपने बहुत बड़ी बात कही है. जो बात सो हो गई. गर्दन कट सकती है पर बिक नहीं सकते हैं.
पहला: हां, अब वापस नहीं जा सकते.
दूसरा: हां, तो ठीक है, अपनी बात हो गई. दो लोगों की. आप अपने हिसाब से देख लेना. सचिन जी को कह देना. अभी आप चालू रखो मैं बात करवाता हूं साहब से.
साहब को कॉल मिलाई गई.
साहब: हैलो
पहला: हां जी
साहब: गजेंद्र सिंह अर्ज कर रहा हूं महाराज.
पहला: ओहो, मैं उमर में बड़ा हूं तो आशीर्वाद दे दूं. विजयी भव, विजयी भव.
साहब: बिल्कुल साहब, आपके आशीर्वाद से विजयी होंगे.
पहला: सारा मामला, एक दो दिन में संख्या पूरी हो जाएगी.
साहब: बस एक बार संख्या पूरी हो जाए, फिर हम यहां से भेज देंगे. फिर तो उनके घुटने झुक जाएंगे. अब तो क्या है कल मैंने भी संजय जी से बात की. अपने को 8-10 दिन तो इधर ही रहना है. राज तो 15 दिन तक बाड़े में तो रह नहीं सकता. जैसे ही लोगों को छोड़ देंगे लोग इधर आ जाएंगे.
पहला: या बात मैं भी समझता हूं कि होटल से राज नहीं चलता.
साहब: हां.
पहला: और संख्या बल है नहीं.
साहब: हां, संख्याबल नहीं है.
पहला: बाकी वो आपकी बात संजय से हो गई होगी आपकी?
साहब: हूं, हूं, हूं.
पहला: मेरा लिस्ट में नाम नहीं है.
साहब: हूं.
पहला: मैंने उसको कह दिया है.
साहब: हां वो मैं कर लूंगा.
पहला: हां वो देख लेना, ठीक है.
साहब: हां ठीक है हुकुम.
पहला: हां ठीक है.
शर्मा और सिंह दोनों बोले- फर्जी है ऑडियो क्लिप
गहलोत के गुट के आरोपों का भंवरलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने खंडन किया. दोनों ने ऑडियो के फर्जी होने का दावा किया है. वहीं विश्वेंद्र सिंह का कोई बयान नहीं आया है. भंवरलाल शर्मा ने कहा,
ऑडियो में मेरी आवाज नहीं है. सीएम हताशा में है और फर्जी ऑडियो तैयार करवाकर दबाव बनाया जा रहा है. मेरी कोई बात नहीं हुई. ये पूरी तरह से फर्जी है.
वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि क्लिप में उनकी आवाज नहीं है. वह इस मामले में किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा,
मैं मारवाड़ की भाषा बोलता हूं जबकि ऑडियो टेप में झुंझुनू टच है. जिस गजेंद्र का जिक्र किया गया है, उसके पद का कोई जिक्र नहीं है. किसी जगह तक का जिक्र नहीं है. ऑडियो जोड़-तोड़ कर भी तैयार किया जा सकता है. मैं कई संजय जैन को जानता हूं. इसलिए मुझे बताया जाए कि कौन सा संजय जैन है. उन्होंने मेरे किस मोबाइल नंबर पर बात कराई है.
ऑडियो क्लिप सामने आने के बाद कांग्रेस ने भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही दोनों नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. वहीं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने संजय जैन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
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