पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का गांव है तेलीनिपारा. यहां करीब हफ्तेभर से दंगा भड़का हुआ है. पुलिस ने इसी मामले में 14 मई तक 129 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
तेलीनिपारा का माहौल 8-9 मई से बिगड़ना शुरू हुआ था. दरअसल तेलीनिपारा में हाल ही में एक व्यक्ति कोरोना वायरस पॉज़िटिव पाया गया था. इसके बाद कुछ एक कम्युनिटी के लोगों ने दूसरी कम्युनिटी के लोगों पर ये कहते हुए हमला कर दिया, ‘तुम लोग कोरोना फैला रहे हो’. यहीं से हिंसा भड़की, जो सांप्रदायिक होती गई.
सार्वजनिक शौचालय के इस्तेमाल से रोकने पर लड़ाई
चंदननगर पुलिस कमिश्नर हुमायूं कबीर ने बताया –
“एक कम्युनिटी के कुछ लोगों को ‘कोरोना’ कहे जाने के बाद माहौल बिगड़ गया था. तेलीनिपारा में ही विक्टोरिया जूट मिल के पास एक सामुदायिक शौचालय बना हुआ है. जिस कम्युनिटी को कोरोना कहा गया, उन्हें इस शौचालय का इस्तेमाल करने से भी रोक दिया गया. इसी बात पर लड़ाई हुई और धीरे-धीरे हिंसा बढ़ गई. 10 तारीख़, रविवार को काफी हिंसा हुई. कई दुकान-मकान जला दिए गए. पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया. फिर 26 राउंड आंसू गैस और 10 राउंड रबर बुलेट चलाई गई. तब जाकर भीड़ तितर-बितर हुई. उसी रात 37 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.”
इसके बाद पश्चिम बंगाल के गृह मंत्रालय ने ट्वीट करके बताया कि स्थिति सुधरी है और 129 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है.
Strong actions have been taken against miscreants in Telinipara, Hooghly. 129 persons have so far been arrested and and more will be arrested. Senior officers along with large number of forces are patrolling the area round the clock.
— HOME DEPARTMENT – GOVT. OF WEST BENGAL (@HomeBengal) May 14, 2020
रविवार को ही मालदा में भी हिंसा
पश्चिम बंगाल में मामला तब और बिगड़ने लगा, जब 10 मई को ही मालदा जिले में भी बवाल शुरू हो गया. यहां के माणिकपुर गांव के 12 लोग कोरोना वायरस पॉज़िटिव पाए गए. माणिकपुर से ही लगा हुआ गांव है चंडीपुर. इस गांव ने बांस की खप्पियां लगा-लगाकर माणिकपुर से अपने गांव आने वाला रास्ता बंद कर दिया.
अब माणिकपुर में बिकने वाला ज़्यादातर ज़रूरी सामान चंडीपुर से ही आता है. माणिकपुर में ज़रूरी सामानों की दिक्कत हो गई, तो यहां से कुछ लोग फांदकर चंडीपुर पहुंच गए. इसी पर लड़ाई हो गई. माणिकपुर के लोगों ने चंडीपुर के कई घरों, दुकानों में तोड़-फोड़ कर दी. दोनों गांवों में धारा-144 लागू है.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी इससे जुड़ा ट्वीट किया.
Worrisome incident at Chandipur, PS Harischandrapur, district Malda calls for utmost restraint by all.
Administration and police @MamataOfficial must act detached with no political overtones and tone intelligence.
Community leaders must come forward for promoting peace.(1/2)
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 10, 2020
फेक फोटो वायरल होने से माहौल और बिगड़ा
इसके बाद जलते हुए घरों और कुछ घायल लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होनी शुरू हो गईं. तस्वीरों के साथ दावा कि ये तेलीनिपारा हिंसा की हैं, जहां दलित हिंदुओं को पीटा गया, उनके घरों को जलाया गया.

‘इंडिया टुडे’ के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये दावा झूठ है. वायरल तस्वीरें बंगाल के तेलीनिपारा की नहीं, बल्कि पाकिस्तान में हुई एक हिंसा की हैं.
ममता ने कहा – आईटी सेल की साज़िश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि ये बीजेपी आईटी सेल की साज़िश है, जो लॉकडाउन के वक्त में माहौल बिगाड़ना चाहती है. वहीं पश्चिम बंगाल बीजेपी ने कहा है कि ममता सरकार कोरोना से निपटने में, लॉकडाउन लागू करा पाने में नाकाम हो रही है. इसी वजह से राज्य में जगह-जगह से हिंसा की ख़बरें आ रही हैं.
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