दावा
हैदराबाद से सांसद और AIMIM पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक दावा तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल दावे के साथ एक वीडियो है, जिसमें हिन्दू संत की मूर्ति के बारे में बताया जा रहा है. दावा है कि,
ओवैसी के घर के बगल में पीएम मोदी ने हिंदू संत की दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनवा दी है. ओवैसी के घर से इस मूर्ति की दूरी सिर्फ 17 किलोमीटर है. इस हिंदू संत की मूर्ति का नाम स्टेच्यू ऑफ इक्वॉलिटी रखा गया है. ये हैदराबाद के शमशाबाद में बनाई गई है.
वायरल वीडियो को केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर लिखा, (आर्काइव)
अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे। जय महादेव।
अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।
जय महादेव। pic.twitter.com/LJ9g54DuLY
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) January 9, 2022
ट्विटर यूजर मोहन भट्ट ने वायरल वीडियो को ट्वीट कर कैप्शन दिया,
ओवैसी की औकात दिखा दिया उसी के गढ़ में बना दिया विस्व की सबसे बडी मूर्ति लगा कर (अक्षरश:)
ओवैसी की औकात दिखा दिया उसी के गढ़ में बना दिया विस्व की सबसे बडी मूर्ति लगा कर pic.twitter.com/WCKtXftpSS — Mohan Bhatt (@MohanBh90015500) January 9, 2022
ट्विटर के अलावा फेसबुक पर भी वायरल वीडियो को जमकर शेयर किया जा रहा है.
पड़ताल
दी लल्लटॉप ने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला. वीडियो में दिख रही मूर्ति को पीएम नरेन्द्र मोदी ने नहीं बल्कि जीयर एजुकेशनल ट्रस्ट ने बनाया है.
सबसे पहले हमने वीडियो में सुनाई दे रहे Statue of Equality की मदद से की-वर्ड्स सर्च शुरू की. सर्च के बाद हमें News 18 में 28 अगस्त 2020 को पब्लिश हुआ एक आर्टिकल मिला. रिपोर्ट के मुताबिक,
‘भारत के महान संतों में से एक रामानुजाचार्य की सहस्त्राब्दी वर्ष यानी 1000 साल पूरे हो चुके हैं. उनकी याद में हैदराबाद के श्रीराम नगर जीवा आश्रम के पास 216 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जा चुकी है. इसे स्टैचू ऑफ इक्वालिटी का नाम दिया गया है. इसका निर्माण अष्टधातु के मिश्रण से कराया गया है.’
डेक्कन क्रोनिकल अखबार की वेबसाइट पर मिले 5 जुलाई 2016 के आर्टिकल के मुताबिक,
जीयर एजुकेशनल ट्रस्ट रामानुजाचार्य की मूर्ति को बना रहा है.
Statue of Equality के नाम से हमें एक फेसबुक पेज भी मिला. पेज पर 4 जनवरी 2022 को किए गए पोस्ट में वायरल वीडियो में दिख रही मूर्ति को देखा जा सकता है. फेसबुक पोस्ट के मुताबिक,
2 फरवरी को भव्य उद्घाटन के लिए हमसे जुड़ें. 5 फरवरी को नरेंद्र मोदी रामानुजाचार्य की मूर्ति का अनावरण करेंगे.
The Statue of Equality is not just a statue, it is a reminder to the world that ‘Equality’ should stand tall along with…
Posted by Statue of Equality on Tuesday, 4 January 2022
statueofequality.org वेबसाइट पर 18 सितंबर 2021 को एक आर्टिकल में पीएम मोदी को निमंत्रण देने का जिक्र किया गया है. वेबसाइट के मुताबिक,
‘परम पूज्य श्री त्रिदंडी श्रीमन्नारायण रामानुज चिन्ना जीयर स्वामी जी ने 216 फीट के भगवद् रामानुजाचार्य और प्रेरणा के 108 केंद्रों के उद्घाटन समारोह के लिए माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित किया. यह आयोजन 2 फरवरी से 14 फरवरी, वर्ष 2022 तक होने वाला है.’
statueofequality.org वेबसाइट पर हमें मूर्ति से जुड़ी ऑडिट रिपोर्ट भी मिली. रिपोर्ट में मूर्ति के लिए चंदे का जिक्र है. डोनेशन वाली लिस्ट में कहीं पर भी पीएम मोदी के नाम का जिक्र नहीं है. साथ ही वेबसाइट पर अभी भी डोनेशन का विकल्प खुला है.
नतीजा
हमारी पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ. वायरल वीडियो में दिख रही मूर्ति वैष्णव संत रामानुजाचार्य की है. मूर्ति का निर्माण पीएम नरेन्द्र मोदी ने नहीं बल्कि जीयर एजुकेशनल ट्रस्ट ने करवाया है, जिसके कर्ता-धर्ता चिन्ना जीयर स्वामी हैं. साथ ही मूर्ति के साथ संग्रहालय का निर्माण डोनेशन से किया जा रहा है.
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