दावा
देश में इन दिनों नमाज़ और हनुमान चालीसा की बहस जोरों पर है. पहले सांसद नवनीत राणा ने मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया तो उन्हें पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है. इसके बाद NCP की नेता फहमीदा हसन खान ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री आवास के बाहर हनुमान चालीसा और नमाज पढ़ने की अनुमति मांगी थी. सियासत के बीच सोशल मीडिया पर नमाज़ से जुड़ा एक दावा वायरल हो रहा है. दावे में मौजूद वायरल वीडियो में कुछ लोग एक चलती ट्रेन पर पत्थर फेकतें नज़र आ रहे हैं. दावा है कि –
पत्थर फेंकने वाले लोग मुस्लिम हैं जिन्हें नमाज़ पढ़ते वक्त ट्रैन के हॉर्न से दिक्कत हो रही थी तो उन्होंने ट्रेन पर पत्थर बरसा दिए.
वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा है – (आर्काइव)
शांतिदूतों को ट्रेन के हॉर्न से इनको नमाज पढ़ने में दिक्कत हो रही थी. इसलिए ट्रेन पर पत्थर फेंक रहे है. इनको सामने से पत्थर मरना चाहिए था. तभी तो ड्राइवर देखता इनको.
शांतिदूतो को ट्रेन के हॉर्न से इनको नमाज पढ़ने में दिक्कत हो रही थी।
इसलिए ट्रेन पर पत्थर फेंक रहे है।इनको सामने से पत्थर मरना चाहिए था।तभी तो ड्राइवर देखता इनको। pic.twitter.com/ctvHs4egHU
— शिवम भैया@ शिवपूजन राजभर एडवोकेट🇮🇳 (@advshivam438) April 23, 2022
कई और सोशल मेसिया यूज़र्स ने ऐसे ही दावे शेयर किए. (आर्काइव)

ट्रेन के होरन से इनको दिक्कत हो रही थी नमाज पढ़ने में
इसलिए पत्थर फेंक रहे है#jihad #stonejihaad#jihaadvirus pic.twitter.com/iSEhipg0a2— Rakesh b Sheth (@RakeshS16832632) April 23, 2022
पड़ताल
‘दी लल्लनटॉप’ ने वायरल दावे की पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला. दरअसल वायरल वीडियो चेन्नई का है जहां दो अलग कॉलेज के लड़कों में हुई झड़प के बाद, ट्रेन पर पत्थर बरसाए गए थे.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए शेयर हो रहे वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजने पर हमें Sathiyam News नामक तमिल यूट्यूब चैनल पर 12 अप्रैल, 2022 को पोस्ट की गई न्यूज़ रिपोर्ट का वीडियो मिला. इस रिपोर्ट में वीडियो को चेन्नई के पेरंबूर का बताया गया है. (आर्काइव)
इसे ध्यान में रखते हुए हमने पेरंबूर और ट्रेन पर हुई पत्थरबाज़ी की घटना से जुड़े कीवर्ड्स से सर्च किया तो हमें ETV Bharat की वेबसाइट पर इसी वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट मिली. (आर्काइव)

13 अपैल, 2022 को पब्लिश इस रिपोर्ट में मिली जानकारी के मुताबिक –
चेन्नई के पेरंबूर रेलवे स्टेशन पर कॉलेज के छात्रों के दो गिरोहों के बीच एक विवाद छिड़ गया, जिसके कारण उन्होंने एक ट्रेन पर पथराव कर दिया. इससे यात्रियों में दहशत फैल गई है. सोमवार को हुई इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पचैयप्पा कॉलेज के छात्र अरक्कोनम की ओर जा रही ट्रेन में थे जबकि स्टेट कॉलेज के छात्र तिरुपति एक्सप्रेस में थे.
साथ ही हमें India Today की वेबसाइट पर 12 अप्रैल, 2022 को पोस्ट की गई एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में दो राइवल स्टूडेंट ग्रुप्स के बीच हुई पत्थरबाज़ी की घटना के बारे में जानकारी मौजूद है. (आर्काइव)

नतीजा
‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ. वायरल वीडियो चेन्नई का है. यहां पेरंबूर रेलवे स्टेशन के पास पचैयप्पा कॉलेज और स्टेट कॉलेज के स्टूडेंट्स आपस में भिड़ गए थे. पचैयप्पा कॉलेज के स्टूडेंट्स अरक्कोनम जा रही ट्रेन में सफर कर रहे थे जबकि स्टेट कॉलेज के स्टूडेंट्स तिरुपति एक्सप्रेस में थे. शेयर हो रहे वीडियो का मुस्लिमों के पत्थरबाज़ी करने वाले दावों से कोई संबंध नहीं है.
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