केंद्रीय मंत्री सीतारामन और पीयूष गोयल ने कोविड वैक्सीन पर गलत जानकारी दी
नीति आयोग का भ्रामक दावा, "दुनियाभर में कहीं भी बच्चों को वैक्सीन नहीं लग रही."
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दावा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने एक ट्वीट में दावा किया,
"दुनिया का कोई भी देश बच्चों को वैक्सीन (कोविड) नहीं लगा रहा है. बच्चों को वैक्सीन लगाने पर WHO का कोई सुझाव नहीं है. भारत में बच्चों पर जल्द ही ट्रायल शुरू होंगे. ट्रायल आधारित डेटा उपलब्ध होने के बाद वैज्ञानिकों को फैसला लेना है" (आर्काइव
)
सीतारामन के ट्वीट में इन दावों के साथ सरकारी सूचनाओं की नोडल एजेंसी 'प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो(PIB)' का एक लिंक चस्पाAs of now,no country in the world is giving vaccines to children.
WHO has no recommendation on vaccinating children.
Trials on children in India are going to begin soon.
The decision is to be taken by scientists after data is available based on trials. https://t.co/Ib7iz5XP6t
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 27, 2021
है. ये एक प्रेस रिलीज़ का लिंक है जिसकी जानकारियां नीति आयोग की ओर से तैयार की गई हैं.
नीति आयोग के मुताबिक, आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल ने इस प्रेस रिलीज़ के ज़रिए भारत में चल रही कोविड टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी है. यानी, जो बातें निर्मला सीतारामन ने लिखी हैं, उसका मूल स्रोत नीति आयोग और सदस्य डॉ. पॉल हैं.
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार का ये ट्वीट देखिए-
"मिथक और सत्य" बताते फॉर्मेट में उपलब्ध इस प्रेस रिलीज़ के सातवें पॉइंट मेंDuring these times of crisis, it is necessary to have our news checked twice, if not thrice.
Dr. VK Paul, Member (Health), @NITIAayog
addresses some myths with necessary facts.
A #thread
: https://t.co/tuUGbml6NN
— Rajiv Kumar 🇮🇳 (@RajivKumar1) May 27, 2021
लिखा है-
"मिथक 7: केंद्र बच्चों के टीकाकरण के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा हैसीतारामन के साथ-साथ यही जानकारी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल
तथ्य: अभी तक दुनिया का कोई भी देश बच्चों को वैक्सीन नहीं दे रहा है। साथ ही, डब्ल्यूएचओ ने बच्चों का टीकाकरण करने की कोई सिफारिश नहीं की है। बच्चों में टीकों की सुरक्षा के बारे में अध्ययन किए गए हैं, और यह उत्साहजनक रहे हैं। भारत में भी जल्द ही बच्चों पर ट्रायल शुरू होने जा रहा है। हालांकि, बच्चों का टीकाकरण व्हाट्सएप ग्रुपों में फैलाई जा रही दहशत के आधार पर तय नहीं किया जाना चाहिए और क्योंकि कुछ राजनेता इस पर राजनीति करना चाहते हैं। परीक्षणों के आधार पर पर्याप्त डेटा उपलब्ध होने के बाद ही हमारे वैज्ञानिकों द्वारा यह निर्णय लिया जाना है।"
ने साझा की है.
ऑल इंडिया रेडियो❌ Myth: Centre is not taking any step to vaccinate children
✔️ Fact: As of now, no country in the world is giving vaccines to children. Also, WHO has no recommendation on vaccinating children. pic.twitter.com/nkasogeo19
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 27, 2021
और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से चलाए जा रहे कोविड ट्विटर हैंडल
से भी इसे शेयर किया गया है.
पड़ताल पड़ताल करने पर हमने पाया, केंद्रीय मंत्रियों- निर्मला सीतारामन, पीयूष गोयल समेत नीति आयोग का ये दावा ग़लत है. दुनिया में 12-15 साल की उम्र के बच्चों को कोविड वैक्सीन लग रही है या फिर लगाने पर मंजूरी दे दी गई है.#IndiaFightsCorona
Myth: Centre is not doing enough to buy vaccines from abroad
#Myths
& #Facts
on India’s Vaccination Process
Fact: Government has remained engaged continuously with all the major international vaccine manufacturers right from mid-2020. #StaySafe
1/7 pic.twitter.com/A7aDSgTTw4
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) May 27, 2021
कुछ कीवर्ड्स की मदद से हमने खोजा तो इंटरनेट पर कई मीडिया रिपोर्ट्स मिल गईं.
दुनिया में कम से कम- अमेरिका, कानाडा, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात(UAE) में 12-15 साल के बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध है.
अमेरिका के 'फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(FDA)' ने 10 मई 2021 को
12 से 15 साल के बच्चों को फाइज़र-बायो'न'टेक वैक्सीन
(फाइज़र वैक्सीन) देने के लिए मंज़ूरी दे दी थी.
अमेरिका में बीमारियों की रोकथाम के लिए जिम्मेदार संस्था CDC (Centers for Disease Control and Prevention) ने भी फाइज़र-बायो'न'टेक वैक्सीन को 12 से ज़्यादा उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित
बताया है.
CDC ने अपनी वेबसाइट पर 12-15 साल के बच्चों को वैक्सीन लगवाने संबंधी दिशा-निर्देश
और आम भ्रांतियों के जवाब दिए हैं.
अमेरिका में बच्चों को कोविड वैक्सीन दी जा रही है. रॉयटर्स में 18 मई 2021 को छपी एक रिपोर्ट
के मुताबिक,
अमेरिका ने बीते एक हफ़्ते(18 मई से पहले) में 12 से 15 साल की उम्र के क़रीब 6 लाख बच्चों को वैक्सीन दी है. CDC से मिली जानकारी के मुताबिक, 17 साल तक के क़रीब 40 लाख बच्चों को अमेरिका में अबतक कोविड वैक्सीन लग चुकी है.
अमेरिका में 12-15 साल के बच्चों को लगी वैक्सीन के आंकड़े.
कनाडा में भी वैक्सीन लग रही है. वहां अमेरिका से भी पहले, 5 मई 2021 को
12 से 15 साल के बच्चों को फाइज़र वैक्सीन लगाने की मंज़ूरी दे दी गई थी. कनाडा के संघीय स्वास्थ्य मंत्रालय में वरिष्ठ सलाहाकार सुप्रिया शर्मा
ने फाइज़र वैक्सीन को बच्चों (12-15 साल) के लिए सुरक्षित बताया था.
अमेरिका और कनाडा के अलावा, UAE में भी बच्चों को कोविड वैक्सीन देने के लिए स्लॉट बुक किए जा रहे हैं. ख़लीज टाइम्स पर 23 मई को छपी जानकारी के मुताबिक,
दुबई में फाइज़र-बायो'न'टेक वैक्सीन को 12-15 सालसिंगापुर ने भी मामले बढ़ते देख 18 मई 2021 को 12 से 15 साल
के बच्चों के लिए खोल दिया गया है.
तक के बच्चों को फाइज़र वैक्सीन लगाने की मज़ूरी दे दी
थी.
सिंगापुर की हेल्थ साइंस अथॉरिटी का वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी का स्क्रीनशॉट.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से 12 से 15 साल बच्चों को वैक्सीन देने का कोई सुझाव हमें नहीं मिला. ये रिपोर्ट लिखे जाने तक WHO, 16 से ज़्यादा उम्र के इंसानों को ही वैक्सीन लगाने
की सलाह दे रहा है.
हालांकि, कई देश WHO की सिफारिशों का इंतज़ार किए बिना अपनी आबादी को कोविड वैक्सीन लगा रहे हैं. नतीजा इंटरनेट पर उपलब्ध तमाम सरकारी और मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक, अमेरिका, कनाडा, UAE और सिंगापुर में 12 साल से ज़्यादा के बच्चों को कोविड वैक्सीन दी जा रही है या मंज़ूरी दी जा चुकी है. भारत सरकार के मंत्रियों निर्मला सीतारामन, पीयूष गोयल और नीति आयोग का दुनिया में कहीं भी बच्चों को कोविड वैक्सीन ना देने का दावा ग़लत है.
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