दावा
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री मोदी की केंद्रीय मंत्रियों के साथ चल रही बैठक का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत कई अधिकारी नज़र आ रहे हैं. वीडियो के साथ चल रहे ऑडियो में भारतीय फौज से सिखों को निकालने की बात सुनाई दे रही है . दावा है कि केंद्रीय मंत्रियों की इस बैठक में सिखों को आर्मी से निकालने पर चर्चा हुई.
वायरल पोस्ट पंजाबी में है हम हिंदी अनुवाद यहां लिख रहे हैं – (आर्काइव)
मोदी सरकार ने की सिखों के खिलाफ युद्ध की घोषणा.सेना में सिख जनरलों पर हमले हो रहे हैं️.मंत्रियों ने 6 जनवरी को कैबिनेट बैठक के
दौरान सिखों को भारतीय सेना से निकालने का फैसला किया

कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने भी ऐसे ही दावे शेयर किए – (आर्काइव)
[Jan 7, 2022 at 9:10 AM]
🚨 ਅਲਰਟ 🚨
ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਸਿੱਖਾਂ ਖਿਲਾਫ ਜੰਗ ਦਾ ਕੀਤਾ ਐਲਾਨ☄️ ਆਰਮੀ ਵਿੱਚ ਸਿੱਖ ਜਰਨੈਲਾਂ ਖਿਲਾਫ ਹਮਲੇ ਦੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ ਵੀਊਂਤ-ਬੰਦੀ….
☄️ 6 ਜਨਵਰੀ ਨੂੰ ਹੋਈ ਕੈਬੀਨਟ ਮੀਟਿੰਗ ਦੋਰਾਨ ਮੰਤਰੀਆਂ ਵੱਲੋਂ ਸਿੱਖਾਂ ਨੂੰ ਭਾਰਤੀ ਫੋਜ ਵਿੱਚੋਂ ਕੱਢਣ ਦਾ ਫੈਂਸਲਾ ਲਿਆ ਗਿਆ
#Sikhs From #IndianArmy— bhajan singh (@lsnlovely) January 8, 2022
पड़ताल
‘दी लल्लनटॉप’ ने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा गलत साबित हुआ.
दावे की पड़ताल के लिए हमने ‘प्रधानमंत्री और कैबिनेट बैठक’ से जुड़े कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो हमे टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 8 दिसंबर, 2021 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला, जो शेयर किए जा रहे वीडियो से मेल खाता है. इसी वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक ये वीडियो तमिलनाडु में CDS बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर क्रैश दुर्घटना के बाद हुई कैबिनेट कमेटी की मीटिंग का है. (आर्काइव)

साथ ही ANI NEWS के आधिकारिक यूट्यूब चैनल से 8 दिसंबर 2021 को ये वीडियो पोस्ट किया गया था. इसमें सिखों को आर्मी से निकालने के बारे में कुछ नहीं कहा गया था. (आर्काइव)
ट्विटर पर हमें ‘दिल्ली पुलिस‘ के वेरिफाइड ट्विटर एकाउंट से 7 जनवरी 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में दिल्ली पुलिस के डीएसपी के.पी.एस. मेहरोत्रा बताते हैं कि,
वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा गलत है. ये वीडियो CDS बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना के बाद हुई कैबिनेट बैठक का है. (आर्काइव)
A morphed video of Cabinet Committee meeting after CDS Gen Rawat’s demise has been circulated with the ill-intent to create social discord in Sikh community. Case has been registered against propagators of the said video on Social media. We urge you to exercise caution.@CPDelhi pic.twitter.com/5n9hej4h6A
— #DelhiPolice (@DelhiPolice) January 7, 2022
साथ ही हमें PIB के ट्विटर एकाउंट पर भी शेयर किए जा रहे दावे का फैक्ट-चेक मिला. इस फैक्ट-चेक ने वायरल वीडियो में किये जा रहे दावों का खंडन किया है.(आर्काइव)
A tweet referring to a viral video claim that in a #Cabinet Committee meeting on Security, there was a call for the removal of Sikhs from the Indian Army.#PIBFactCheck
▶️ The claim is #Fake
▶️ No such discussion/meeting has taken place pic.twitter.com/ESec0ALjr3— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 7, 2022
ऑडियो की पड़ताल के लिए हमने उसमें बोली गईं बातों को कीवर्ड्स की तरह फेसबुक और ट्विटर पर सर्च किया. हमें फेसबुक पेज Media VS Modia पर अपलोड किया गया एक ऑडियो क्लिप मिला. ये ऑडियो वायरल वीडियो में सुनाई दे रहे ऑडियो से मेल खाता है. (आर्काइव)
देखने से लग रहा है कि ये ऑडियो clubhouse के किसी चैटरूम में चल रही बातचीत का हिस्सा है. हालांकि असल में इस ऑडियो के सोर्स के बारे में नहीं बताया जा सकता लेकिन कैबिनेट मीटिंग के वीडियो पर इस ऑडियो को अलग से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
नतीजा
हमारी पड़ताल में वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला. शेयर किए जा रहे कैबिनेट मीटिंग के वीडियो पर ऑडियो अलग से जोड़ा गया था. ये कैबिनेट मीटिंग CDS बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद हुई थी. इस मीटिंग में सिखों को आर्मी से हटाने के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई थी.
पड़ताल की वॉट्सऐप हेल्पलाइन से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें.
ट्विटर और फेसबुक पर फॉलो करने के लिए ट्विटर लिंक और फेसबुक लिंक पर क्लिक करें.
पड़ताल: क्या वाकई इस न्यूज चैनल ने अखिलेश यादव से मांगी माफी?