फेसबुक और गूगल ने बार-बार यही बताया है कि ये यूजर्स को हर वक्त नहीं सुनते और न ही उसके हिसाब से ऐड परोसते हैं. इन प्लेटफॉर्म्स का कहना है कि इनके पास सिर्फ वही जानकारी जाती है, जो आप इन्हें खुद देते हैं. चाहे लिखकर या बोलकर. आपका फोन आपकी जासूसी करता है या नहीं, इस बारे में हम कभी और विस्तार से चर्चा करेंगे. अभी हम ये देख लेते हैं कि आप अपनी मर्जी से Google Assistant और Siri से जो बात करते हैं, ये ऐप उनका क्या करते हैं. गूगल असिस्टेंट आपकी बातों का क्या करता है? गूगल असिस्टेंट से बात करना ठीक वैसा ही है जैसे गूगल पर सर्च करना. आप इससे जो भी बात करते हैं वो आपकी ‘गूगल ऐक्टिविटी’ का हिस्सा बन जाती है. इसी ऐक्टिविटी से जुड़े ऐड गूगल आपको दिखाता है. मान लीजिए आपने गूगल से पूछा कि सबसे बढ़िया ब्लीच किस कंपनी की है, तो ऐसा मुमकिन है कि आपको ब्लीच के ऐड दिखना शुरू हो जाएं. गूगल असिस्टेंट को चालू करने के लिए आप एंड्रॉयड फोन में दिए हुए शॉर्टकट को इस्तेमाल कर सकते हैं, ऐप खोल सकते हैं या फिर वॉयस कमांड जैसे ‘हे गूगल’ या ‘ओके गूगल’ बोल सकते हैं. गूगल न उससे पहले कही हुई बात (या सर्च) को रिकॉर्ड करता है और न ही उस बातचीत को सेव करता है जो आप इससे करते हैं.

गूगल असिस्टेंट से की हुई बातों की रिकॉर्डिंग डिफ़ॉल्ट तरीके से गूगल के पास नहीं जाती.
अगर आप खुद चाहते हैं कि गूगल असिस्टेंट को चालू करने के बाद इससे जो भी बात करते हैं वो रिकार्ड हो, तो आप गूगल अकाउंट की सेटिंग में जाकर इसे चालू कर सकते हैं. गूगल इस रिकॉर्डिंग का क्या करता है? वो इसके टुकड़े काट कर अपनी आवाज पहचानने वाली टेक्नॉलजी को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल करता है. गूगल के रिव्यूअर्स इन वॉयस सैम्पल को सुनते हैं, लिखते हैं और नोट्स लेते हैं. यह जानने के लिए कि आवाज पहचानने वाले सिस्टम ने कैसा काम किया. इससे इन्हें टेक्नॉलजी को बेहतर बनाने में मदद मिलती है. आपकी प्राइवेसी के लिए गूगल पहले आपके वॉयस डेटा को आपकी जानकारी से अलग कर देता है. तो गूगल में रिकॉर्डिंग सुनने वालों को ये नहीं पता होता कि ये आवाज किसकी है. आप जब भी चाहें तो इन रिकॉर्डिंग को गूगल अकाउंट सेटिंग में जाकर डिलीट कर सकते हैं या फिर ऑटो-डिलीट का ऑप्शन सेट कर सकते हैं.
लेकिन गूगल को आवाज भेजने में एक दिक्कत जरूर है. जब गूगल असिस्टेंट वॉयस कमांड पर लगा होता है तो कई बार ये गलती से बिना ‘ओके गूगल’ सुने ही चालू हो जाता है. इस सूरत में आपकी पर्सनल बातचीत के हिस्से भी इनके पास पहुंच सकते हैं. आपकी रिकॉर्डिंग पर भले ही आपका नाम न लिखा हो, लेकिन अगर आपकी बातचीत में ही आपकी जानकारी उजागर हो रही है तो उसका कोई तोड़ नहीं है. इससे बचने के लिए आप चाहें तो गूगल असिस्टेंट को सिर्फ बटन या शॉर्टकट के जरिए चालू करिए और ‘ओके गूगल’ टाइप के वॉयस कमांड को बंद कर दीजिए. इस सेटिंग को चालू या बंद करने के लिए आप असिस्टेंट से बोल सकते हैं. ऐपल का सीरी आपकी आवाज का क्या करता है? गूगल के असिस्टेंट की तरह ऐपल का सीरी भी सिर्फ वही चीज सुनता है जो आप इसे चालू करने के बाद बोलते हैं. सीरी से आप जो भी बातें करते हैं वे स्टोर होती हैं और इनके आवाज सुनने वाले सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल होती हैं. कुछ टाइम पहले ऐपल ने इन सैम्पल को सुनने के लिए थर्ड-पार्टी कॉन्ट्रैक्टर रखे हुए थे, जिसके बारे में लोगों को पता नहीं था. इन कॉन्ट्रैक्टर में से एक के एम्प्लॉयी ने राज खोल दिया और साथ ही ये भी बताया कि इनके पास सिर्फ सीरी से की हुई बातचीत नहीं आती थी, बल्कि लोगों की पर्सनल बातचीत भी होती थी. इनमें ड्रग डील, क्वालिटी टाइम बिताते हुए कपल, डॉक्टर से बातचीत वगैरा शामिल था. ये वो रिकॉर्डिंग थीं, जो सीरी के गलती से चालू हो जाने पर रिकार्ड हो गईं. इसे देखते हुए ऐपल ने थर्ड-पार्टी वाला सिस्टम खत्म कर दिया. अब ये काम ऐपल के कर्मचारी ही करते हैं.

सीरी आपकी आवाज़ को मार्केटिंग के लिए इस्तेमाल नहीं करता.
ऐपल कहता है कि सीरी की रिकॉर्डिंग में आपकी ऐपल ID नहीं जुड़ी होती, बल्कि एक रैंडम नंबर होता है जिससे इसे आप तक जोड़ा नहीं जा सकता. ऐपल ये भी कहता है कि वो आपकी और सीरी की बातचीत से आपकी मार्केटिंग प्रोफाइल नहीं बनाता और न ही उसे किसी को बेचता है. आपकी और सीरी की बातचीत ऐपल के पास 6 महीनों तक रहती है. अगर इन्हें किसी वॉयस मॉडल की आगे के लिए जरूरत पड़ती है, तो वे उसमें से हर तरह की जानकारी निकालकर उसे 2 साल तक सेव रखते हैं. लेकिन आप चाहें तो Settings > Siri & Search > Siri & Dictation History में जाकर Delete Siri & Dictation History ऑप्शन को दबाकर इन रिकॉर्डिंग को डिलीट कर सकते हैं.
सीरी जो गलती से चालू होकर आपकी पर्सनल बातचीत भी सुनने लगता है, उससे बचने के लिए आप सीरी का ‘हे सीरी’ वाला वॉयस कमांड बंद कर सकते हैं. इसके बाद सीरी को ऐप की तरह खोलकर या दूसरे शॉर्टकट की मदद से चलाया जा सकता है.