अभय शर्मा
Chief Sub-Editor
बिना अपनी मौजूदगी दर्ज कराए लगातार अच्छा काम करते रहने वाले शख्स हैं अभय. आसानी से 'शेप-शिफ्टिंग-शख़्स' का ख़िताब दिया जा सकता है. जो कराना हो, करा लो. ख़बरें लिखते भी हैं और एडिट भी करते हैं. चाहे लंबे एक्सप्लेनर लिखवा लीजिए, चाहे एडिट डेस्क का ज़िम्मा सौंप दीजिए. मुस्तैद मिलेंगे. तारीख़ में ख़ासी रुचि है, सो तारीख़ भी लिख देते हैं. क्यूट आदमी हैं. अमूमन ख़ामोश रहते हैं, लेकिन किसी सुहाने दिन अगर नृत्य का मौक़ा मिल जाए, तो ख़ुद के रोके भी नहीं रुकते. लल्लनटॉप वालों के लिए अब पोस्टर फटता है, तो हीरो नहीं निकलता.. अभय शर्मा निकलता है.