मीडिया ट्रायल. मीडिया पर नज़र रखने वाले इस शब्द को बेहतर समझते होंगे. वो हालात जब मीडिया हाथ धोकर किसी अभियुक्त के पीछे पड़ जाए. कई बार मामला सनसनीख़ेज होता है. कई बार बना दिया जाता है. ISI टेरर फंडिंग मामले में आरोप झेल रहे ध्रुव सक्सेना ने भी मीडिया पर इसी तरह का आरोप लगाया है. सक्सेना और उनके करीबियों का कहना है कि वह मीडिया ट्रायल का शिकार हुए हैं. मध्य प्रदेश के भोपाल में रहने वाले ध्रुव सक्सेना पर राजद्रोह का मुकदमा चल रहा है. 8 फरवरी, 2017 को उन्हें एंटी-टेरर स्क्वॉड ने गिरफ़्तार किया था. उनपर पाकिस्तानी हैंडलर्स के लिए काम करने का आरोप है. अभी बेल पर बाहर हैं. कोर्ट ने ध्रुव को निर्दोष नहीं कहा है. न ही जांच एजेंसियां उनके ख़िलाफ़ कुछ भी ठोस साबित कर पाई हैं.