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अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम को क्यों मिले IND-ENG सीरीज़ के सात मैच?

इस बात एक नहीं कई कारण हैं

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मोटेरा स्टेडियम.
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है. वनडे और T20 सीरीज के बाद अब बारी टेस्ट मैचों की है. इधर टेस्ट सीरीज़ शुरू होने से पहले टीम इंडिया की अगली सीरीज़ का ऐलान हो गया है. टीम इंडिया फरवरी महीने से इंग्लैंड के साथ एक बड़ी सीरीज़ खेलने वाली है. इंग्लैंड की टीम दो महीने लंबे भारत दौरे पर आ रही है. जिसमें वो चार टेस्ट, पांच T20 और तीन वनडे मैच खेलेगी. सीरीज़ का शेड्यूल जारी हुआ. लोगों ने देखा कि पांचों T20 और दो टेस्ट मैचों की मेज़बानी एक ही मैदान को मिली है. अहमदाबाद के मोटेरा का सरदार पटेल स्टेडियम. मोटेरा के अलावा सीरीज़ के तीनों वनडे पुणे में. जबकि पहले दो टेस्ट चेन्नई के मैदान पर खेले जाएंगे. सीरीज का शेड्यूल आते ही लोगों ने सवाल करने शुरू कर दिए- अहमदाबाद को इतने मैच क्यों? कुछ लोगों का मानना था कि BCCI के सेक्रेटरी जय शाह हैं. इसकी वजह से ही मोटेरा के मैदान को सबसे ज़्यादा मैचों की मेज़बानी मिली है. लेकिन बात इतनी सीधी नहीं है. इसी साल तैयार हुआ मोटेरा स्टेडियम क्रिकेट का सबसे बड़ा मैदान है. इसमें तमाम ऐसी सुविधाएं हैं जो इसे पूरी दुनिया के स्टेडियमों से बेहतर बनाती हैं. कोविड के चलते अब टीमें ज्यादा ट्रेवल से बच रही हैं. इंग्लैंड ने कोविड काल में अपनी घरेलू सीरीज भी गिने-चुने मैदानों पर ही कराई थी. इसी सबको देखते हुए BCCI ने भी यह सीरीज कायदे से प्लान की है. चलिए अब आपको बताते हैं क्या है ये पूरी प्लानिंग.

# बीसीसीआई का प्लान

इंग्लैंड की टीम भारत आने से पहले श्रीलंका में सीरीज़ खेल रही होगी. कोलंबो में सीरीज़ खत्म करते ही जनवरी के आखिरी हफ्ते में इंग्लैंड के खिलाड़ी चेन्नई पहुंचेंगे. चेन्नई में सीरीज़ के पहले दोनों टेस्ट खेले जाने हैं. चेन्नई को पहला वेन्यू इसलिए चुना गया है क्योंकि यह कोलंबो से नजदीक है. 17 फरवरी के दिन दूसरा टेस्ट खत्म करके दोनों टीमें अहमदाबाद रवाना हो जाएंगी. सीरीज़ का तीसरा टेस्ट डे-नाइट है. उसका आयोजन मोटेरा के सरदार पटेल स्टेडियम में होगा. BCCI ने पहले ही ये तय किया कर लिया था.  कि भारत का अगला होम पिंक बॉल टेस्ट मोटेरा में खेला जाएगा. अब स्थिति ऐसी है कि बायो बबल की वजह से टीमें एक ही मैदान पर ज़्यादा से ज़्यादा मैच खेल रही हैं. ऐसे में BCCI ने आखिरी के दोनों टेस्ट के साथ T20 के पांचों मुकाबले भी इसी मैदान पर करवाने का फैसला लिया. इस मैदान पर पांचों T20 करवाने की एक वजह ये भी है, कि इसी साल भारत में T20 विश्वकप का आयोजन होना है. ऐसे में BCCI यह भी देखना चाहता है कि यह मैदान विश्वकप के लिए कितना तैयार है. जानने लायक है नए सिरे से बनने के बाद इस स्टेडियम पर अभी तक कोई मैच नहीं खेला गया. मोटेरा में टी20 सीरीज़ के बाद टीमें सीधे पुणे पहुंचेंगी. जहां पर वनडे सीरीज़ के तीनों मुकाबले खेले जाएंगे.मोटेरा स्टेडियम के बाहर की तस्वीर. (इंडिया टुडे) मोटेरा स्टेडियम के बाहर की तस्वीर. (इंडिया टुडे)

# मोटेरा की खासियत

# इस स्टेडियम की क्षमता 1 लाख 10 हज़ार दर्शकों की है. यह दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (1 लाख) से भी ज्यादा है. अगर सीरीज़ के दौरान दर्शकों को मैदान में आने की अनुमति मिलती है, तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने में ज़्यादा परेशानी नहीं होगी. # इस स्टेडियम में चार ड्रेसिंग रूम हैं. ऐसे में दोनों टीमें और उनके सपोर्ट स्टाफ भी उचित दूरी के साथ मैदान पर मौजूद रह सकते हैं. मैदान में मौजूद क्लब हाउस में 55 कमरे हैं. साथ ही यहां एक ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल भी है. # इस स्टेडियम में मुख्य मैदान के अलावा प्रैक्टिस के लिए दो क्रिकेट के और एक मल्टी स्पोर्ट ग्राउंड भी है. जिससे दोनों टीमों की प्रैक्टिस में भी रुकावट नहीं आएगी. # इस स्टेडियम के अंदर फिज़ियोथेरेपी सिस्टम और हाइड्रोथेरेपी सिस्टम भी रखा गया है, जो कि चोटिल खिलाड़ियों को मैदान में ही उपचार दे सकता है. ऐसे में खिलाड़ियों को उपचार के लिए बायो बबल से बाहर नहीं जाना होगा. # इस मैदान पर कुल 11 पिचें हैं, जिन्हें लाल और काली मिट्टी की मदद से तैयार किया गया है. ऐसे में पांच T20 और दो टेस्ट में अलग-अलग पिचों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. मोटेरा स्टेडियम में इस तरह के तमाम प्रबंध हैं, जिससे कोविड के समय में टीमों को मैदान के अंदर ही अत्यधिक सुविधाएं मिल पाएंगी. इसी वजह से BCCI ने इस स्टेडियम में सीरीज़ के सबसे ज़्यादा मैच करवाने का फैसला लिया है.

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