राजस्थान रॉयल्स ने MS Dhoni की टीम चेन्नई सुपर किंग्स को 32 रन से हराया. सवाई मान सिंह इंडोर स्टेडियम में संजू सैमसन की टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की और पहले ही बॉल से मैच में दबदबा बनाए रखा. पोस्ट मैच प्रेसेंटेशन में चेन्नई के कैप्टन धोनी ने यशस्वी जायसवाल और मथीश पतिराना के प्रदर्शन पर कुछ ख़ास कहा है.
2005, 183 रन... धोनी ने जयपुर में क्या कह दिया?
यशस्वी को भी ख़ास तारीफ मिली.
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राजस्थान ने पहले बैटिंग करते हुए बोर्ड पर 202 रन टांग दिए. ऐसा इस सीज़न पहली बार हुआ है, जब किसी भी टीम ने इस स्टेडियम पर 200 से ज्यादा रन्स बनाए हो. धोनी ने कहा -
"उन्होंने उम्मीद से ज्यादा रन्स बना दिए थे. हमने पहले छह ओवर में कुछ ज्यादा ही रन्स गंवा दिए. बैटिंग के लिए विकेट अच्छी थी. हमारे बॉलर्स ने अच्छी बॉलिंग की. पर कई सारे एज लगे. 5-6 बाउंड्री उससे ही चली गई. इससे उन्होंने बहुत बड़ा टोटल खड़ा कर दिया. हमें बैटिंग करते हुए पावरप्ले में अच्छी शुरुआत नहीं मिली."
धोनी ने इसके बाद पतिराना की बॉलिंग पर बात की.
"मुझे लगा उन्होंने बहुत अच्छी बॉलिंग की. आप स्कोरकार्ड नहीं देखते हो, ये देखते हैं कि बॉलर ने कैसी बॉलिंग की है. मेरे हिसाब से उन्होंने अच्छी बॉलिंग की. स्कोरकार्ड हकीकत नहीं बयां करता है."
धोनी ने आगे यशस्वी जायसवाल की शानदार पारी पर भी बात की. उन्होंने कहा -
"यशस्वी ने बहुत अच्छी बैटिंग की. उन्हें बॉलर्स को अटैक करना था और रिस्क लेने थे. उन्होंने ये काम बखूबी किया. हमे अनुमान लगाना था, गुड लेंथ कौन सी है. बतौर कप्तान, आपको बताना होता है कि गुड लेंथ कहा हैं. पर पहले कुछ ओवर्स में बाउंड्री लग गई और फिर हम मैच में बराबरी करने की कोशिश करते रह गए. उनके लिए पारी की आखिर में (ध्रुव) जुरेल ने भी अच्छी बैटिंग की. मेरे हिसाब से पहले छह ओवर्स में हमने मैच गंवाया."
धोनी ने इस स्टेडियम से जुड़ी एक ख़ास बात भी बताई.
"ये स्टेडियम मेरे लिए स्पेशल है. विशाखापट्टनम में शतक लगाने से मुझे 10 मैच में मौका मिला था. पर यहां जो मैंने 183 रन की पारी खेली थी, उसने टीम में मेरी जगह एक साल के लिए पक्की कर दी थी. यहां लौटना शानदार था."
धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ इस मैदान में 183 रन की विस्फोटक पारी खेली थी. 145 बॉल पर खेली गई इस पारी में 15 चौके और 10 छक्के शामिल थे.
मैच में क्या हुआ?
अब मैच में क्या हुआ, ये जान लीजिए. राजस्थान के लिए कैप्टन संजू सैमसन ने टॉस जीत पहले बैटिंग करने का फैसला लिया. ओपनर्स यशस्वी जायसवाल और जॉस बटलर ने फैसले को सही साबित करते हुए शानदार शुरुआत दिलाई. 8 ओवर में दोनों प्लेयर्स ने मिलकर स्कोर को 80 के पार पहुंचा दिया था. धोनी का कोई भी बॉलर काम नहीं आ रहा था. फिर रविन्द्र जडेजा ने बटलर को आउट किया. 14वें ओवर में तुषार देशपांडे ने संजू सैमसन और जायसवाल को आउट कर राजस्थान को डबल झटका दिया. जायसवाल की 77 रन की पारी में आठ चौके और चार छक्के शामिल थे. हालांकि, आखिरी के पांच ओवर में ध्रुव जुरेल और देवदत्त पडिक्कल ने चेन्नई की बॉलर्स की खूब कुटाई की और अपनी टीम को 200 के पार पहुंचाया.
महीश तीक्षणा ने शानदार बॉलिंग की. चार ओवर में 24 रन देकर एक विकेट भी चटकाया. हालांकि, वो दो बार अनलकी भी रहे. उनके अलावा चेन्नई के हर बॉलर ने आठ से ज्यादा की इकनॉमी से गेंदबाज़ी की.
जवाब में चेन्नई की पारी की शुरुआत पूरी उल्टी रही. डेवन कॉन्वे का बल्ला आउट होते तक अटका ही रहा. 16 बॉल पर 8 रन बनाकर कॉन्वे लौट गए. रुतुराज ने 47 रन जरूर बनाए, पर 10वें ओवर में वो भी लौट गए. 11वें ओवर में चेन्नई को भी डबल झटका लगा. रवि अश्विन ने अजिंक्य रहाणे और अंबाती रायडू, दोनों को चलता कर दिया. इसके बाद मोईन अली ने शिवम दुबे के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया. दोनों ने कुछ अच्छे शॉट्स खेले. मोईन अली ने 12 बॉल में 23 रन बनाए. दुबे ने शानदार छक्के लगाते हुए अपना पचासा पूरा किया, पर टोटल कुछ ज्यादा ही बड़ा था. चेन्नई की टीम 170 रन ही बना सकी और 32 रन से मैच हार गई. मैच को जीत राजस्थान पॉइंट्स टेबल के शिखर पर पहुंच गई है.
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