मार्कस स्टोइनिस (दाएं) ने मैच में अहम पारी खेली, दिल्ली की पारी का टेंपो सेट किया. नतीजा रहा डेविड वॉर्नर (बाएं) की टीम की हार. (फाइल फोटो- PTI)
जब हमें पता चला कि दिल्ली कैपिटल्स और हैदराबाद सनराइजर्स के बीच क्वॉलिफायर-2 खेला जाना है, तो बड़े खुश हो गए. काहे कि हमारे दिमाग में एक बहुत बुरी सी पंचलाइन आई- कुतुब मीनार vs चार मीनार. लेकिन डिसअपॉइंट तब हो गए, जब मैच 15वीं गेंद पर ही खल्लास हो गया. जानें कैसे..
होल्डर कांट होल्ड दैट
दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीता, चुनी बैटिंग. ओपनिंग उतरे शिखर धवन और साथ में नए साथी मार्कस स्टोइनिस. पहला ओवर फेंका संदीप शर्मा ने, आए तीन रन. दूसरा ओवर फेंका जेसन होल्डर ने, आए आठ रन. तीसरा ओवर लेकर आए संदीप. पहली गेंद पर धवन ने सिंगल लिया, दूसरी गेंद स्टोइनिस ने डॉट खेली.
मितरों, स्टोइनिस इस मैच से पहले दिल्ली के मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते आ रहे थे. कुछ ख़ास नहीं किए. लेकिन तासीर से आक्रामक बल्लेबाज हैं, तो हैदराबाद के लिए ज़रूरी था कि उन्हें आउट करे. जल्दी.
हां तो हम दूसरे ओवर में थे. ओवर की तीसरी गेंद संदीप हल्की सी अंदर की ओर लाए. स्टोइनिस ने अनमने मन से पंच किया और गेंद मिड ऑन की तरफ हवा में उछल गई. वहां खड़े थे जेसन होल्डर, जो दाईं ओर कूदे. गेंद हाथ में भी आई, लेकिन लपक नहीं पाए. होल्डर के हाथ से गेंद छटक गई. स्टोइनिस का तीन रन पर कैच ड्रॉप.
मार-कस के
मार्कस स्टोइनिस ने इसके बाद अगली दो गेंद पर दो चौके मारे. होल्डर को जता दिया कि बहुत बड़ी गलती किए हो. लेकिन असली पिच्चर अभी बाकी थी. अगला ओवर होल्डर ही लेकर आए. सामने स्टोइनिस.
पहली गेंद- मिडविकेट पर चौका. दूसरी गेंद- डॉट. लवली इनस्विंगर. तीसरी गेंद- मिड ऑन पर चौका. चौथी गेंद- डॉट. पांचवीं गेंद- इस बार छक्का. छठी गेंद- चौका. पॉइंट और थर्ड मैन के बीच से.
ओवर में आए कुल 18 रन. दिल्ली ने पिछले 10 मैच में 9 बार पहला विकेट दो ओवर के अंदर ही खोया था. लेकिन इस सेमीफाइनल मानिंद मैच में स्टोइनिस को ओपन करने भेजा गया और इस आदमी ने भम-भम मारकर दिल्ली की पारी का पूरा टेंपो ही सेट कर दिया. स्टोइनिस ने 27 गेंद पर 38 रन बनाए. पांच चौके, एक छक्का. स्ट्राइक रेट 140.74 का. जब आउट हुए तो दिल्ली का स्कोर था 8.2 ओवर में 86 रन. यानी खिलाड़ी अपना रोल निभाकर वापस जा रहा था. दिल्ली कैपिटल्स ने यहां से कैपिटलाइज़ किया और बोर्ड पर टांगे 189 रन. बताने की ज़रूरत नहीं होनी चाहिए कि सनराइजर्स को बड़े स्कोर के दबाव में लाकर मैच भी जीता. इस पूरी कथा का सार इतना होगा – दिल्ली की पारी की 15वीं गेंद पर स्टोइनिस का तीन रन पर कैच गिरना
मैच का पलटू मूमेंट रहा.