भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) के अनुसार भारतीय टीम को एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी (Anderson-Tendulkar Trophy) में 3-0 से आगे होना चाहिए था. उनके अनुसार, लॉर्ड्स टेस्ट (Lord's Test) में टीम की हार में दो टर्निंग पॉइंट्स थे. पहला ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का पहली इनिंग में रनआउट और दूसरा करुण नायर (Karun Nair) का दूूूूसरी इनिंग में विकेट. उनके अनुसार, अगर ये दोनों उस मोमेंट पर आउट नहीं हुए होते तो इंडियन टीम 22 रनों से ये मैच नहीं हारती. इस हार के साथ ही इंडियन टीम अब सीरीज में 2-1 से पिछड़ गई है. लॉर्ड्स टेस्ट की चौथी इनिंग में 193 रन के टारगेट को चेज करते हुए टीम इंडिया 170 रन पर ऑलआउट हो गई थी.
करुण नायर ने सीधी बॉल छोड़कर लॉर्ड्स टेस्ट की हार का दरवाजा खोला? रवि शास्त्री का बड़ा दावा
Lord's Test में टीम इंडिया की 22 रनों से हार के बाद पूर्व कोच Ravi Shastri काफी नाराज़ हैं. उनके अनुसार, भारतीय टीम को इस Anderson-Tendulkar Trophy में 3-0 से आगे होना चाहिए था, लेकिन किस्मत ने टीम का साथ नहीं दिया. अब टीम 2-1 से सीरीज में पिछड़ रही है.

द आईसीसी रिव्यू में बात करते हुए शास्त्री ने कहा,
मेरे लिए इस टेस्ट मैच में सबसे पहला टर्निंग पॉइंट पहली इनिंग में ऋषभ पंत का रनआउट था.
उन्होंने इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स की जमकर तारीफ की. उनके अनुसार पंत को तीसरे दिन लंच से ठीक पहले 74 रन पर आउट करने के लिए स्टोक्स ने जो प्रेजेंस ऑफ माइंड दिखाया वो कमाल था. उन्होंने कहा,
बेन स्टोक्स का प्रेजेंस ऑफ माइंड की किस एंड पर बॉल फेंकनी है वो कमाल थी. लंच से ठीक पहले उन्हें ये विकेट मिलना कमाल था. क्योंकि अगर ये विकेट उन्हें नहीं मिली होती तो टीम इंडिया लीड ले लेती और मैच में ड्राइवर सीट पर होती.
193 रन के टारगेट को चेज करते हुए करुण नायर और केएल राहुल ने चौथी इनिंग में इंडिया को 1 विकेट पर 41 रन तक पहुंचा दिया था. हालांकि, करुण ने ब्राइडन कार्स की बॉल को लीव किया और गेंद सीधी उनके पैड पर जा लगी. नतीजा ये हुआ कि अंपायर ने उन्हें आउट करार कर दिया. इंग्लैंड को इसके कारण मैच में वो ब्रेक थ्रू मिल गई, जिसकी उन्हें तलाश थी. एक समय 42 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद से टीम इंडिया ने सिर्फ 82 रन पर 7 विकेट गंवा दिए. शास्त्री ने करुण के आउट होने के तरीके पर भी सवाल उठाया है. उन्होंने कहा,
मैच का दूसरा टर्निंग पॉइंट करुण नायर का विकेट था. दूसरी इनिंग में टीम इंडिया एक समय 1 विकेट पर 40 रन बना चुकी थी. लेकिन, मुझे लगता है कि करुण नायर का कंसनट्रेशन भंग हो गया था. उन्होंने एक सीधी बॉल लीव कर दी. यहीं से इंग्लैंड को वो दरवाजा मिल गया जिसकी उन्हें तलाश थी. उनके डिस्मिसल की टाइमिंग ने ही पूरा खेल बिगाड़ दिया.
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टॉप ऑर्डर पर भी उठाए सवालशास्त्री ने इसके साथ ही दूसरी इनिंग में इंडियन टॉप ऑर्डर के प्रदर्शन पर भी सवाल उठाया. उन्होंने आगे कहा,
जडेजा के साथ सिराज और बुमराह जब बैटिंग कर रहे थे और बॉल 40 ओवर पुरानी हो गई थी, तो उन्होंने शायद ही कोई गलती की. वो डिफेंस में सॉलिड थे. लंच के वक्त 82 रन का टारगेट बचा था, और टीम ने 8वां विकेट गंवा दिया था. हमें लगा कि 10 मिनट के भीतर खेल खत्म हो जाएगा. हालांकि, उस टारगेट को 22 रन तक लाना बहुत बड़ी उपलब्धि है. ये दर्शाता है कि अगर टॉप ऑर्डर चौथे दिन थोड़ा मेंटली स्ट्रॉन्ग होता तो मैच में रिजल्ट इंडिया के पक्ष में होता.
शास्त्री के अनुसार अभी भी टीम इंडिया सीरीज में वापसी कर सकती है. उनके अनुसार, अगर किस्मत ने थोड़ा साथ दिया होता तो टीम इंडिया सीरीज में 3-0 से आगे होती. उन्होंने कहा,
सीरीज में 15 दिन बीत चुके हैं. हर मैच काफी रोमांचक रहा है. सीरीज में इंडिया 3-0 से आगे होती अगर किस्मत ने टीम का साथ दिया होता. अभी भी सीरीज में दो मैच बाकी हैं. अगर टीम इंडिया मैनचेस्टर में वापसी करती है तो द ओवल टेस्ट और रोमांचक हो जाएगा.
रवि शास्त्री ने मैच के दौरान पूरी ताकत झोंकने के लिए इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स की भी खूब तारीफ की. उन्होंने कहा,
एजबेस्टन टेस्ट में ही देखकर मुझे लग गया था कि स्टोक्स अपना बेस्ट बचाकर रख रहे हैं. लॉर्ड्स टेस्ट के अंतिम दिन वो 8-9 ओवर का स्पेल डाल रहे थे.
स्टोक्स ने लॉर्ड्स टेस्ट की दूसरी इनिंग में 24 ओवर बॉलिंग की थी. ये किसी भी इंग्लिश बैटर्स में सबसे ज्यादा थी. उन्होंने इस दौरान तीन विकेट भी चटकाए. इनमें केएल राहुल का विकेट भी शामिल था, जिन्होंने पहली इनिंग में सेंचुरी लगाई थी. भारत को अब अगला मुकाबला 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेलना है, जहां टीम इंडिया पहली जीत के इरादे से उतरेगी. अब तक यहां खेले 9 मैचों में टीम को 4 बार इंग्लैंड ने हराया है, जबकि 5 मुकाबले ड्रा हुए हैं.
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