15 अगस्त (15 August). देश के लिए इससे बड़ी तारीख कोई और नहीं हो सकती है. पूरा देश आजादी की 75वीं सालगिरह के जश्न में डूबा हुआ है. पूरा भारत इसे आज़ादी के अमृत महोत्सव के तौर पर मना रहा है. सन 1947 में आज़ादी लेने वाला भारत आज दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में शुमार हो चुका है. करीब 200 साल तक अंग्रेजों के चंगुल में फंसे भारत ने इन 75 सालों में बेमिसाल तरक्की है और दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी में से एक है.
आज़ादी मिलने के बाद इन 75 सालों में देश में काफी कुछ बदला है. जहां इन 75 सालों में देश ने कच्ची सड़क से एक्सप्रेस वे तक का सफर तय किया है. वहीं कोयले से चलने वाली ट्रेन से देश ने मेट्रो रेल तक का सफर तय किया है. देश ने इस दौरान सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. इन तमाम क्षेत्रों के साथ खेल जगत में भी भारत की उपलब्धियां कमाल हैं.
आज़ादी के बाद खेलों में भारत ने कई ओलंपिक्स, कई कॉमनवेल्थ गेम्स और कई विश्वकप में शानदार प्रदर्शन किया. लेकिन खासतौर पर क्रिकेट में भारत वर्ल्ड क्रिकेट की एक बड़ी शक्ति बना है. आज भारतीय टीम दुनिया की सबसे बेहतरीन क्रिकेट टीम्स में शुमार है. टीम के पास 3 वर्ल्ड कप (T20 को मिलाकर) हैं. नए भारत की क्रिकेट टीम ने सभी क्रिकेट प्लेइंग नेशंस में अपना झंडा बुलंद किया है. इस दौरान कुछ ऐसे मौके भी आए, जब भारतीय टीम ने स्वतंत्रता के मौके पर क्रिकेट मैच खेला. लेकिन इस खास मौके पर भारतीय क्रिकेट टीम ने कैसे प्रदर्शन किया. आज हम आपको यही बताएंगे. आइए जानते हैं 15 अगस्त को खेले गए क्रिकेट मैच में कैसा रहा है टीम इंडिया का परफॉर्मेंस.
पहले आजादी ली, फिर घर में घुसकर 'मारा'...15 अगस्त के दिन कुछ ऐसा रहा भारतीय टीम का प्रदर्शन!
1936 से लेकर अब तक काफी बदल चुका है भारतीय क्रिकेट.

आज़ादी से पहले ही भारत में क्रिकेट की शुरुआत हो चुकी थी. जिसका श्रेय विजय आनंद गजपति राजू और सीके नायडू जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को जाता है. साल 1936 में पहला मौका आया जब भारतीय टीम ने 15 अगस्त के दौरान कोई मैच खेला. हालांकि तब देश आजाद नहीं हुआ था. लेकिन हम 15 अगस्त की बात कर रहें तो इस मैच का जिक्र करना भी ज़रूरी हो जाता है. इस दौरान भारतीय टीम इंग्लैंड के दौरे पर गई थी. लार्ड्स में जहां पहले टेस्ट में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. वहीं मैनचेस्टर में मैच ड्रॉ रहा. सीरीज का तीसरा मैच 15 से 18 अगस्त के बीच ओवल के मैदान पर खेला गया.
मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. टीम ने पहली पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 471 रन बना लिए. जबकि भारतीय टीम पहली पारी में महज 222 बनाकर आउट हो गई. इस वजह से भारत को फॉलोऑन का सामना करना पड़ा. टीम ने अपनी दूसरी पारी में सीके नायडू के 81 रन की बदौलत 313 रन बनाए और इंग्लैंड को मैच जीतने के लिए 64 रन का लक्ष्य मिला. जिसे उन्होंने 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया.
आज़ाद देश के तौर पर भारत ने पहली बार साल 1952 में 15 अगस्त को क्रिकेट मैच खेला. इस दौरान टीम इंडिया ने उसी देश का दौरा किया. जिनसे उन्होंने लड़कर आजादी ली थी. इंग्लैंड और भारत के बीच सीरीज का चौथा मैच ओवल के मैदान पर खेला गया. सीरीज में 3-0 से आगे चल रहे इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए छह विकेट पर 326 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. जिसके जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में महज़ 98 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. हालांकि इस दौरान बारिश के कारण मैच को कई बार रोकना भी पड़ा. भारतीय पारी के बाद मैच में फिर बारिश आ गई और खेल आगे नहीं हो सका. इस तरह से यह टेस्ट मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ.
साल 1952 में 15 अगस्त को हुए टेस्ट मैच के बाद अगले 49 साल तक भारतीय टीम ने इस तारीख पर कोई भी मैच नहीं खेला. इन 49 सालों में देश का क्रिकेट काफी बदल चुका था. कपिल देव की अगुवाई में टीम वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम कर चुकी थी. वहीं टेस्ट क्रिकेट में टीम ने अपनी धाक जमानी शुरू कर दी थी. लंबे इंतज़ार के बाद साल 2001 में वो मौका आया जब भारत ने 15 अगस्त को क्रिकेट मैच खेला. ये मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ़ खेला गया. जिसमें पहली पारी में टीम इंडिया महज 187 रन्स पर सिमट गई. जबकि श्रीलंका ने धाकड़ ओपनर सनथ जयसूर्या के शतक की बदौलत पहली पारी में 362 रन बनाए. भारत का खराब प्रदर्शन दूसरी पारी में भी जारी रहा और टीम महज 180 रन पर आउट हो गई. श्रीलंका ने छह रन के मामूली से लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल कर मैच में 10 विकेट से जीत हासिल कर ली.
#(15-17 अगस्त, 2014) इंडिया vs इंग्लैंड, ओवलसाल 2014 में एक बार फिर भारत को 15 अगस्त के दौरान टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला. अब तक भारतीय क्रिकेट में और भी कई बदलाव आ गए. टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दो विश्व कप जीत लिए थे. इस टेस्ट मैच में भी माही के हाथ में ही टीम की कमान थी. लेकिन आज़ाजी वाली तारीख पर यहां भी टीम की नहीं चली. पहली पारी में भारत मात्र 148 रन पर सिमट गया. जवाब में जो रूट के शानदार 149 रन की बदौलत इंग्लैंड ने पहली इनिंग में 486 रन बना लिए. पहली पारी में खराब दिखने वाली टीम इंडिया की दूसरी पारी का अंत और भी खराब तरीके से हुआ और पूरी टीम 94 रन पर सिमट गई. भारत को इस मैच में एक पारी और 244 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा.
अगले ही साल इस तारीख के दौरान भारत का सामना श्रीलंका की टीम से हुआ. मैच की पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन की धारदार गेंदबाज़ी के आगे श्रीलंका महज 183 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. जवाब में भारत ने पहली पारी में शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली की शतकीय पारी की बदौलत 375 रन बना डाले. दूसरी इनिंग में दिनेश चांदीमल के 162 रन की बदौलत 367 रन बनाए और भारत को 176 रन का आसान लक्ष्य मिला. लेकिन श्रीलंका के गेंदबाज़ों के आगे भारतीय टीम महज 112 रन पर धराशाई हो गई और एक बार फिर हम आज़ादी के मौके पर मैच जीतने से चूक गए. भारत ने इस मैच को 63 रन से गंवाया. रंगना हेराथ ने श्रीलंका के लिए 7 विकेट हासिल किए.
#(14-15 अगस्त 2019), इंडिया vs वेस्टइंडीज़, पोर्ट ऑफ स्पेनलंबे इंतज़ार के बाद पहली बार इस तारीख को भारतीय टीम को कोई वनडे मैच खेलने को मिला. साल 2019 में वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया 14 अगस्त को वनडे सीरीज के आखिरी मुकाबले के लिए उतरी. 14 अगस्त को भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे से शुरू हुए इस निर्णायक मैच का नतीजा गुरुवार की सुबह आया. और तब तक तारीख बदलकर 15 अगस्त हो चुकी थी. अब तक 15 अगस्त को जीत से महरूम रही टीम इंडिया के लिए ये मैच लकी साबित हुआ. बारिश से प्रभावित इस मैच में भारत ने 6 विकेट से जीत हासिल की. पहले बैटिंग करते हुए वेस्टइंडीज़ ने 35 ओवर्स में 240 रन बनाए. डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर भारत को 255 रनों का लक्ष्य मिला. जिसे टीम ने चार विकेट खोकर हासिल कर लिया. कप्तान विराट कोहली ने मैच में 114 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली. इसी के साथ इतिहास में यह पहला मौका आया जब भारत को 15 अगस्त के दिन मैच में जीत मिली.
#(12-16 अगस्त 2021) इंडिया vs इंग्लैंड, लॉर्ड्सएक बार फिर स्वतंत्रता दिवस के दिन भारत का सामना इंग्लैंड की टीम से हुआ. अब तक इस खास मौके पर इंग्लैंड को नहीं हरा पाने वाली टीम इंडिया के पास लॉर्ड्स के मैदान पर इतिहास रचने का मौका था. मैच में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए फर्स्ट इनिंग में 364 रन बनाए. केएल राहुल ने 129 और रोहित शर्मा ने 83 रन की पारी खेली. इंग्लैंड ने फर्स्ट इनिंग में जो रूट के नाबाद 180 रनों की बदौलत 391 रन बनाए और टीम को 27 रन की बढ़त दिला दी. दूसरी पारी में भारत ने 8 विकेट खोकर 298 रन बनाए.
अब इंग्लिश टीम के सामने जीत के लिए 272 रन का लक्ष्य था. जो कि ज्यादा मुश्किल नहीं लग रहा था. लेकिन भारतीय खिलाड़ियों पर इस बार इतिहास रचने का भूत सवार था. बुमराह की अगुवाई में गेंदबाज़ों ने शानदार शुरुआत की और एक रन के स्कोर पर दोनों ओपनर्स को पवेलियन भेज इंग्लैंड की कमर तोड़ दी . इन शुरुआती झटकों के बाद इंग्लिश टीम संभल नहीं पाई और पूरी टीम महज 120 रन बनाकर ऑल आउट हो गई. मैच वैसे तो 16 अगस्त को खत्म हुआ. लेकिन 15 अगस्त से ही देश ने जश्न मनाना शुरू कर दिया. जिसे अगले दिन भारतीय बोलर्स ने अंजाम तक पहुंचाया. सिराज ने दूसरी पारी में चार जबकि बुमराह ने तीन विकेट हासिल किए.
आखिरकार भारत ने लंबे इंतजार के बाद आज़ादी के मौके पर मुकाबले जीतने शुरू किए. ये जीत इसलिए और स्पेशल हो गई, क्योंकि ये उसी टीम के खिलाफ मिली जिससे लड़कर भारत ने आजादी छीनी थी.
मुंबई इंडियंस की टीम से जुड़े लिविंगस्टन और रबाडा जैसे दिग्गज!