भारतीय टीम में फिलहाल तीनों फॉर्मेट में तीन अलग-अलग कप्तान हैं. टेस्ट में भारत की कप्तानी शुभमन गिल (Shubman Gill) के हाथों में है, वहीं वनडे में रोहित शर्मा और टी20 में सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) को कप्तानी दी गई है. हालांकि तीनों ही फॉर्मेट में कोच की भूमिका गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) निभा रहे हैं. गंभीर के साथ लंबे समय तक साथ खेले दिग्गज हरभजन सिंह को लगता है कि कप्तान की तरह तीनों फॉर्मेट में अगर अलग-अलग कोच होंगे तो सभी का वर्कलोड कम हो जाएगा.
'हर फॉर्मेट में टीम का अलग कोच हो', गंभीर को लेकर हरभजन सिंह ने बड़ा बयान दे दिया
गौतम गंभीर को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद भारत का कोच बनाया गया था. बतौर कोच रेड और वाइट बॉल क्रिकेट में उनका प्रदर्शन बुहत अलग रहा है. उन्हें वाइट बॉल क्रिकेट में सफलता मिली लेकिन वो रेड बॉल फॉर्मेट में ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाए हैं.

भारत में अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ कि फॉर्मेट के हिसाब से अलग-अलग कोच बनाए गए हों. लेकिन हरभजन सिंह को लगता है कि ये एक अच्छा ऑप्शन है. उन्होंने इंडिया टुडे ने कहा,
मुझे लगता है कि अगर इसे लागू किया जा सकता है, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. आपके पास अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग टीमें और अलग-अलग खिलाड़ी होते हैं. अगर हम ऐसा कर सकते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प है. इससे कोच समेत सभी का काम का बोझ कम होगा.
इस पूर्व स्पिनर को लगता है कि खिलाड़ियों की तरह कोच को भी हर सीरीज की तैयारी के लिए समय चाहिए होता है. अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कोच होने से कोचेज को भी अपने परिवार के साथ समय बिताने को मिलेगा. हरभजन ने कहा,
आपके कोच को भी एक सीरीज की तैयारी के लिए समय चाहिए होता है. जैसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट, फिर इंग्लैंड में, फिर कहीं और. इसलिए कोच तैयारी कर सकता है और तय कर सकता है कि उसकी टीम कैसी होनी चाहिए. अगर आप पूरे साल एक कोच पर ज़रूरत से ज़्यादा काम थोपते हैं, तो उसका भी एक परिवार और जिम्मेदारियां होंगी. परिवार के साथ लगातार ट्रैवल करना आसान नहीं है. इसलिए, हां, अगर आप मुझसे पूछें, तो लाल गेंद और सफेद गेंद की कोचिंग को अलग-अलग करना एक अच्छा कदम है.'
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गौतम गंभीर को टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद भारत का कोच बनाया गया था. बतौर कोच रेड और वाइट बॉल क्रिकेट में अलग प्रदर्शन रहा है. उनके कोच रहते भारत ने वनडे फॉर्मेट में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. वहीं 13 टी20 में से उन्हें केवल दो में हार मिली है. हालांकि टेस्ट में भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा. भारत ने बांग्लादेश को टेस्ट सीरीज में मात दी लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर पर ही सीरीज हार गए. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत को 1-3 से हार मिली. तेंदुलकर एंडरसन ट्रॉफी में भी तीन मैच के बाद भारत 1-2 से पिछड़ रहा है.
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