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शतक मार, जेब से पर्ची निकाल, विव रिचर्ड्स को चुप करने वाले ने लिया संन्यास!

वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश रामदीन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है.

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दिनेश रामदीन. फोटो: Getty Images

वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ दिनेश रामदीन ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. रामदीन ने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि उन्होंने वेस्ट इंडीज़ और ट्रिनिडैड एंड टोबैगो के लिए खेलते हुए अपने बचपन का सपना पूरा कर लिया है.

दिनेश रामदीन को आखिरी बार साल 2019 में दिसंबर के महीने में वेस्टइंडीज़ की T20 टीम में चुना गया था.  दिनेश रामदीन ने अपने संन्यास का ऐलान करते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा,

'यह बहुत खुशी की बात है कि मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर रहा हूं. पिछले 14 साले मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसे रहे. ट्रिनिडैड और टोबैगो और वेस्टइंडीज़ के लिए खेलते हुए मैंने अपने बचपन के सपने को सच कर लिया है.'

उन्होंने आगे कहा,

'मेरे करियर ने मुझे दुनिया देखने, दुनिया भर में अलग-अलग संस्कृति के दोस्त बनाने और अभी भी इस बात की सराहना करने का मौका दिया कि मैं कहां से आया हूं.'

इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद दिनेश रामदीन अब भी फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट खेलते रहेंगे. हालांकि दिनेश रामदीन को इस सीज़न CPL में किसी भी टीम ने नहीं खरीदा है. लेकिन इससे पहले वो गुआना अमेज़न वारियर्स, सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रिओट्स और ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के लिए साल 2013 से 2021 के बीच खेले हैं. वहीं पाकिस्तान सुपर लीग में उन्हें मुल्तान सुल्तान्स की टीम ने 2017-2018 सीज़न के लिए साइन किया था.

दिनेश रामदीन ने वेस्टइंडीज़ के लिए 74 टेस्ट, 139 वनडे और 71 T20 मुकाबले खेले. दिनेश रामदीन ने साल 2005 में टेस्ट क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की थी. जब वो कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ़ खेलने उतरे थे. उसी दौरे पर बाद में ट्राई सीरीज़ के दौरान उन्होंने भारत के खिलाफ अपने वनडे करियर की भी शुरुआत की.

दिनेश रामदीन वेस्टइंडीज़ की 2012 और 2016 T20 विश्वकप चैम्पियन टीम का भी हिस्सा रहे. 2012 में खेले गए विश्वकप में उन्हें बैटिंग का बहुत अधिक मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने विकेट के पीछे छह बल्लेबाज़ों को आउट किया. वहीं 2016 में खेले गए T20 विश्वकप में वो बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए. उन्होंने छह मैच की चार पारियों में 69.23 के स्ट्राइक रेट से महज़ 36 रन बनाए. विकेट्स के पीछे भी उन्होंने सिर्फ तीन डिस्मिस्ल में ही अपना योगदान दिया. 

2016 में आखिरी टेस्ट और वनडे खेलने के बाद से ही रामदीन चयनकर्ताओं की नज़र से दूर रहे. रामदीन ने अपने पूरे करियर में चार टेस्ट शतक लगाए. जिनमें तीन घऱ से बाहर आए. इन तीन में से एक शतक बेहद विवादित रहा. जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2012 में एजबेस्टन में खेले गए टेस्ट में शतक बनाने के बाद अपनी जेब से एक पर्ची निकाली और कैमरे की तरफ उसे दिखाया. जिसमें लिखा था,

'Yea Viv talk nah'

ये बैनर उन्होंने विव रिचर्ड्स के खुद पर दिए बयानों के बाद लहराया था. दरअसल इस दौरे पर पहले दोनों टेस्ट मैच में रामदीन के बल्ले से रन्स नहीं निकले थे. उन्होंने दौरे पर पहले दोनों मैच में महज़ 51 रन बनाए थे. साथ ही वो विकेटकीपिंग में भी बेहद अच्छे नहीं दिखे थे. लेकिन मैदान पर इस तरह से पर्चा निकालकर दिखाने के लिए ICC ने रामदीन पर जुर्माना लगाया. उस मुकाबले के बाद रामदीन की मैच फीस का 20% हिस्सा काट लिया गया.

रामदीन को साल 2014 में डैरेन सैमी के संन्यास लेने के बाद वेस्ट इंडीज़ की टेस्ट टीम का कप्तान भी बनाया गया. सितम्बर 2015 में कप्तानी से हटाए जाने से पहले रामदीन ने वेस्ट इंडीज़ टीम की 17 मुकाबलों में कप्तानी की. जिनमें 13 टेस्ट, तीन T20 और एक वनडे भी रहा.

रामदीन ने 13 में से चार टेस्ट में टीम को जीत दिलाई. ये सभी मुकाबले घर में खेले गए. जिनमें उनकी टीम ने न्यूज़ीलैंड, बांग्लादेश और इंग्लैंड को हराया. जबकि उनकी कप्तानी में टीम ने इकलौता वनडे और एक T20 भी जीता. लेकिन 2016 के मिड में भारत के खिलाफ़ टेस्ट टीम से उन्हें बाहर कर दिया गया. जिसके बाद वो उनका करियर खत्म होने की तरफ बढ़ चला. 

वेस्टइंडीज़ के खिलाफ़ T20 सीरीज़ के लिए टीम इंडिया का ऐलान: