रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने 3 जून को पहली बार IPL ट्रॉफी अपने नाम की. फाइनल मुकाबले में पंजाब किंग्स (RCB vs PBKS) को हराकर RCB ने 18 साल के लंबे इंतजार के बाद यह खिताब जीता. टीम की जीत के बाद भगोड़ा करार दिए गए विजय माल्या (Vijay Mallya) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी खुशी जाहिर की. इसके बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों को यह भ्रम हुआ कि RCB के असली मालिक अब भी विजय माल्या ही हैं.
RCB को विजय माल्या से जोड़ने वालो, पता है इस टीम का मालिक कौन है?
RCB की जीत के बाद भगोड़ा करार दिए गए विजय माल्या (Vijay Mallya) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी खुशी जाहिर की. इसके बाद सोशल मीडिया पर कई लोगों को यह भ्रम हुआ कि RCB के असली मालिक अब भी विजय माल्या ही हैं.

लेकिन सच्चाई इससे काफी अलग है. दरअसल, माल्या और RCB का साथ करीब 10 साल पहले ही छूट चुका है. ऐसे में सवाल उठता है कि अब इस टीम का मालिकाना हक किसके पास है? क्या विजय माल्या का RCB से अब भी कोई लेना-देना है?
कौन है RCB का मालिक?साल 2015 से RCB का मालिकाना हक यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के पास है. USL भारत की सबसे बड़ी शराब निर्माता कंपनी है. इसके CEO और MD प्रवीन सोमेश्वर हैं. यह कंपनी ब्रिटिश मल्टीनेशनल कंपनी डियाजियो (Diageo) की सहायक कंपनी है, जो विश्व की सबसे बड़ी स्पिरिट्स और एल्कोहल ब्रांड्स बनाने वाली कंपनियों में से एक मानी जाती है.
USL का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है. Diageo और USL के प्रमुख ब्रांड्स में Royal Challenge, Johnnie Walker, McDowell’s No.1, Signature, Antiquity, Smirnoff, Guinness और Baileys जैसे नाम शामिल हैं.
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RCB का संचालन अब Royal Challengers Sports Private Limited के ज़रिए होता है, जो USL की ही एक सहायक कंपनी है. इस कंपनी के चेयरमैन प्रथमेश मिश्रा हैं, जो Diageo India के Chief Commercial Officer भी हैं. प्रथमेश मिश्रा ने जुलाई 2021 में RCB की कमान संभाली थी. USL के अधिग्रहण के बाद Diageo ने भारत में अपनी पकड़ और भी मजबूत की है.
RCB का शुरुआती मालिकाना हक विजय माल्या के पास था. उन्होंने 2008 में इस टीम को खरीदने के लिए 112 मिलियन डॉलर (करीब 464 करोड़ रुपये) की बोली लगाई थी, जो उस समय की दूसरी सबसे बड़ी बोली थी. हाल ही में यूट्यूबर राज शमानी के साथ एक पॉडकास्ट बातचीत में माल्या ने कहा,
जब मैंने 2008 में RCB खरीदने के लिए बोली लगाई, तब मैंने IPL को भारतीय क्रिकेट के लिए एक गेमचेंजर के तौर पर देखा. मेरी सोच थी कि एक ऐसी टीम बनाई जाए जो बेंगलुरु की पहचान बने. बिल्कुल जोश से भरी, मॉडर्न और ग्लैमरस. हमने उस समय करीब 112 मिलियन डॉलर (464 करोड़ रुपये) की बोली लगाई थी, जो उस वक्त की दूसरी सबसे बड़ी बोली थी. मुझे इस लीग के पोटेंशियल पर पूरा भरोसा था. मैं चाहता था कि RCB सिर्फ एक क्रिकेट टीम न होकर एक ब्रांड बने. इसलिए मैंने इसे 'रॉयल चैलेंज' से जोड़ा, जो हमारी सबसे ज़्यादा बिकने वाली शराब ब्रांड्स में से एक थी. इससे टीम को एक मजबूत और प्रीमियम पहचान मिली.
बताते चलें कि Brand Finance की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2023 में RCB की मार्केट वैल्यू 117 मिलियन डॉलर (1000 करोड़ रुपये से ज्यादा) थी. RCB के ट्रॉफी जीतने के बाद इस वैल्यूएशन में और भी इज़ाफा होने की संभावना है.
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