भारतीय महिला टीम को वर्ल्ड कप में पहली बार हार का सामना पड़ा. 9 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में हुए मुकाबले में टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ ग्रुप स्टेज में 3 विकेट से हार मिली. पहले बैटिंग करते हुए भारतीय टीम ने खराब शुरुआत के बावजूद ऋचा घोष (Richa Ghosh) और स्नेह राणा (Sneh Rana) के कारण 49.5 ओवर में 251 रन बना लिए थे. हालांकि, यह भी टीम के लिए काफी नहीं रहा. साउथ अफ्रीका ने यह लक्ष्य 7 विकेट पर 7 गेंद पहले ही हासिल कर लिया. इसकी नायक रहीं साउथ अफ्रीकी कप्तान लॉरा वोलवॉर्ट (70) (Laura Volwaardt) और नदिन डीक्लार्क (84*)(Nadine DeKlarke). वोलवॉर्ट फिर भी प्रेेशर बनने पर आउट हो गईं, लेकिन डीक्लार्क ने मैैच जिताकर ही दम लिया. उन्होंने 54 गेंदों में 84 रन की पारी खेली और 7 गेंद रहते मैच खत्म कर दिया.
महिला वर्ल्ड कप : डीक्लार्क ने ऋचा की पारी पर फेरा पानी, टीम इंडिया को मिली पहली हार
साउथ अफ्रीकी ऑलराउंडर Nadine DeKlarke ने Richa Ghosh की मेहनत पर पानी फेर दिया. इसके कारण टीम इंडिया को महिला वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में पहली हार का सामना करना पड़ा.


साउथ अफ्रीका की भी शुरुआत अच्छी नहीं रही थी. छह रन के स्कोर पर युवा गेंदबाज क्रांति गौड़ ने तजमिन ब्रिट्स को आउट किया. वहीं, सुन लू भी महज 5 रन बनाकर 9 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट गईं. भारतीय टीम इस शुरुआत के बाद जोश में थीं. हालांकि, मरिजाने कैप ने कप्तान लॉरा वोलवार्ट के साथ सधी हुई साझेदारी की. स्नेह राणा ने कैप को आउट करके साउथ अफ्रीका को बड़ा झटका दिया. वहीं, अगले ही ओवर में दीप्ति शर्मा ने अन्नेके बोश को कॉट एंड बॉल किया और भारत को राहत की सांस दिलाई.
शिनालो जाफ्ता भी ज्यादा देर टिक नहीं सकीं. उन्होंने 20 गेंदों पर 14 रन बनाए और वो श्री चरिणी की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गईं. हालांकि, क्लोई ट्रायोन और लॉरा ने छठे विकेट विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी की, जिससे भारतीय टीम मैच से बाहर होने लगी. क्रांति गौड़ ने ही कप्तान लॉरा को बोल्ड किया. लेकिन, क्लोई ने डीक्लार्क के साथ मिलकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचा दिया. भारत की ओर से क्रांति गौड़ और स्नेह राणा ने 2-2 विकेट लिए.
डीक्लार्क की बात करें तो, उन्होंने 54 गेंदों में 84 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली. ये डीक्लार्क का हाईएस्ट इंडिविजुअल स्कोर भी हो गया. इससे पहले, 51 मुकाबलों में उनके नाम सिर्फ दो फिफ्टी आई थी. उनका हाईएस्ट इंडिविजुअल स्कोर भी 60 रन ही था, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ इनिंग खेल दी. मैच का रुख, उन्होंने 47वें ओवर में पलटा. साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 4 ओवर में 41 रन चाहिए थे. डीक्लार्क 39 बॉल्स पर 45 रन बनाकर स्ट्राइक पर थीं. क्रांति ने ओवर की पहली गेंद वाइड कर दी. इसके बाद लगातार तीन बॉल्स पर दो छक्के और एक चौका जड़कर डीक्लार्क ने चेज को बहुत आसान बना दिया. 49वें ओवर में साउथ अफ्रीका को 12 बॉल्स पर 12 रन चाहिए थे. डीक्लार्क ने तीसरी और 5वीं गेंद पर छक्का लगाकर मैच खत्म कर दिया.
टीम इंडिया की शुरुआत रही खराबइससे पहले, दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लॉरा वोलवाॅर्ट ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया. प्रतिका रावल (37) और स्मृति मंधाना (23) ने पहले विकेट के लिए 55 रन जोड़कर टीम को सधी शुरुआत दी, लेकिन यह ऐसी शुरुआत नहीं थी जिसकी उनसे उम्मीद की जाती है. प्रतिका बेहतर लय में दिखीं. स्मृति ने खाका की गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा. वहीं, डीक्लार्क के पहले ओवर में चौका भी लगाया. हालांकि, 11वें ओवर में मलाबा की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर सुने लुस को कैच दे बैठीं.
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पिछले मैच में शानदार पारी खेलने वाली हरलीन देओल सिर्फ 13 रन बनाकर मलाबा की गेंद पर बोल्ड हो गईं. तेज गेंदबाज तुमी सेखुखुने ने 20वें ओवर में प्रतिका को ताजमिन ब्रिट्स के हाथों कैच कराया. ट्रायोन ने अगले ओवर में जेमिमा रोड्रिग्स को एलबीडब्ल्यू किया. वो अपना खाता भी नहीं खोल पाईं. भारत के रनों का शतक 25वें ओवर में जाकर पूरा हुआ. कप्तान हरनमप्रीत कौर एक बार फिर फ्लॉप रहीं और महज 9 रन बनाकर ट्रायोन की गेंद पर कैच दे बैठीं.
कैप ने अगले ओवर में दीप्ति शर्मा (04) को विकेटकीपर सिनालो जाफ्ता के हाथों कैच कराया. यहां पर भारत की स्थिति काफी खराब हो गई थी क्योंकि उनका स्कोर छह विकेट पर 102 रन हो गया था. इसके बाद युवा खिलाड़ी अमनजोत और ऋचा ने पारी को संभालने की जिम्मेदारी उठाई. ऋचा अच्छी लय में नजर आईं जबकि अमनजोत ने समझदारी से बल्लेबाजी की.
ऋचा की पारी हुई नाकामऋचा ने ट्रायोन की गेंद पर चौका लगाया जो कि उस समय 86 गेंद बाद आया था. इसके बाद खाका पर चौका और सेखुखुने पर छक्का जड़ा. अमजोत (13) ने ट्रायोन के ओवर में लुस को कैच दे बैठीं. ऋचा और स्नेह राणा ने रनरेट बढ़ाया.
ऋचा ने डीक्लार्क पर चौके और फिर एक रन के साथ 53 गेंद में एकदिवसीय वर्ल्ड कप का पहला और करियर का सातवां अर्धशतक पूरा किया. स्नेह ने कैप पर लगातार दो चौके मारे लेकिन फिर लॉरा वोलवार्ट को कैच दे बैठीं. ऋचा ने अंतिम ओवर में डीक्लार्क पर लगातार दो चौके मारे, लेकिन डीक्लार्क ने उन्हें और श्री चरणी (00) को लगातार गेंद पर आउट करके भारतीय पारी का अंत किया.
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