नागपुर में तीन मैच की सीरीज़ 1-1 की बराबरी पर खड़ी थी. इस दिलचस्प मुकाबले में बांग्लादेश ने टॉस जीता. भारत को बल्लेबाजी के लिए कहा. उनका ये फैसला सही भी साबित हुआ. पिछले मैच के हीरो रोहित शर्मा(2 रन) और शिखर धवन(19 रन) जल्दी-जल्दी में वापस लौट गए. लेकिन आज टीम को नए स्टार मिलने थे. श्रेयस अय्यर ने केएल राहुल के साथ मिलकर बांग्लादेश की नाक में दम कर दिया.
उन्होंने तीसरे विकेट के लिए 59 रन जोड़े और टीम को मुश्किल से निकाल दिया. अय्यर ने 33 गेंदों पर विस्फोटक 62 रन बनाए. जिसमें 5 छक्के भी लगाए. वहीं दूसरी तरफ लगातार निशाने पर रहने वाले केएल राहुल भी चमके. इन्होंने आज सबको चुप कर दिया. 35 गेंदों पर 52 रन ठोके जिसमें 7 चौके लगाए.

तीसरे टी20 में विस्फोटक अर्धशतक लगाने वाले बल्लेबाज़ श्रेयस अय्यर.
फोटो: BCCI ट्विटर
इन दोनों के अर्धशतक और आखिर में मनीष पांडे की नॉट-आउट 22 रन की पारी से भारत ने 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 174 रन बनाए.
चाहर का कमाल: इसके बाद बाकी काम गेंदबाज़ों पर था. गेंदबाज़ी में तो जलवा ही दिख गया. दीपक चाहर(6/7) ने टी20 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और हैट्रिक के साथ कमाल कर दिया. उन्होंने शिवम दूबे(3/30) के साथ मिलकर जीत की कसर पूरी की. आइये बताते हैं कैसे.
गेंदबाज़ी की शुरुआत करने दीपक चाहर आए. इन्होंने तीसरे ओवर में ही बांग्लादेश का काम खराब कर दिया. पहले लिटन दास(9 रन) को गुडबाय कहा. फिर सौमय सरकार को 0 पर वापस ड्रेसिंग रूम में भेज दिया.
हालांकि बांग्लादेश के युवा बल्लेबाज़ मोहम्मद नईम ने अकेले दम पर मैच को पकड़ लिया. उन्होंने बेहतरीन पारी खेली और मोहम्मद मिथुन के साथ टीम को 100 रनों के पार पहुंचा दिया.
महज़ 13 ओवर में 110 रन और सिर्फ 2 विकेट गिरे थे. रोहित मुश्किल में थे, बांग्लादेशी खुश थे. लेकिन फिर आया टर्निंग पॉइंट. रोहित ने चाहर को गेंद दी और उन्होंने मिथुन को कैच आउट करवाकर टीम को सुकून दिया. मिथुन ने 29 गेंद पर 27 रन बनाए.
इसके बाद रोहित ने फिर अपनी कप्तानी का नमूना दिखाया. पहले ओवर में बुरी तरह से पिटने वाले शिवम दूबे को फिर मौका दिया. वो आए और आते ही इन्होंने मुश्फिकुर रहीम(0 रन) को बोल्ड करके भारत की मैच में वापसी करवा दी. मुश्फिकुर को आउट करने के बाद दूबे ने नईम को भी बोल्ड कर दिया.
नईम बांग्लादेश की आखिरी उम्मीद थे. वो 48 गेंदों पर 81 रन बनाकर आउट हुए.
इसके बाद तो दूबे ने आफिफ हुसैन को भी पहली गेंद पर कैच आउट कर लिया. वो भी खाता नहीं खोल सके. वहीं कप्तान महमूदुल्लाह को इसी बीच चहल ने चलता और फिर भारत ने मैच पर पकड़ बना ली.
दीपक चाहर की हैट्रिक: लेकिन अभी मैच का असली रोमांच आना बाकी थी. मतलब दीपक चाहर की हैट्रिक. पारी के 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर पहले उन्होंने शफीउल इस्लाम(4 रन) को आउट किया. फिर आखिरी ओवर की पहली दोनों गेंदों पर मुस्तफिज़ुर और अमीनुल को आउट करके हैट्रिक पूरी कर ली.
टी20 अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले वो भारत के पहले गेंदबाज़ बने. इसके साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय टी20 की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी भी की. उन्होंने अजंता मेंडिस का साल 2012 का रिकॉर्ड तोड़ा. मेंडिस ने ज़िम्बाबवे के खिलाफ 8 रन देकर 6 विकेट झटके थे. अब चाहर ने 7 रन देकर इतने विकेट लिए हैं.
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