The Lallantop

18 साल के अमन सहरावत ने U-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया!

जो बजरंग-सुशील नहीं कर पाए, अमन ने कर दिखाया!

Advertisement
post-main-image
मेडल जीतने के बाद अमन सहरावत (Courtesy: SAI Media)

भारत के युवा पहलवान अमन सहरावत ने वो कर दिखाया है, जो इतिहास में कभी नहीं हुआ. सहरावत ने इंडिया के लिए अंडर-23 रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत लिया है. ऐसा करने वाले वो पहले भारतीय रेसलर बने हैं. सिर्फ 18 साल की उम्र में ही अमन ने ये कमाल कर दिखाया है.

Advertisement

अमन 57kg कैटेगरी में कुश्ती करते हैं. फाइनल में उन्होंने टर्की के पहलवान अहमत डूमन के खिलाफ़ 12-4 से जीत दर्ज की. फाइनल में अमन की शुरुआत अच्छी नहीं रही, पर उन्होंने अच्छी वापसी की. पहले पीरियड में वो दो पॉइंट से पिछड़ गए थे. फिर दूसरे पीरियड में उन्होंने शानदार कुश्ती की और 12 पॉइंट बटोर डूमन का काम ख़त्म कर दिया.

फाइनल में जगह बनाने से पहले अमन ने सेमीफाइनल में बेक्जत अल्माज़ को 10-5 से हराया था. क्वॉर्टरफाइनल में उनके सामने जापान के पहलवान तोशिया आबे थे. तोशिया को अमन ने 13-2 से हराया था. राउंड ऑफ-16 में अमन का सामना श्रीलंका के हंसना मदुशंका से हुआ था. इस मैच को अमन ने 11-0 से जीता था. ये गोल्ड मेडल इसलिए भी अहम है, क्योंकि किसी भी इंडियन रेलसर ने आज तक ये कारनामा नहीं किया था. ओलंपिक्स मेडलिस्ट बजरंग पुनिया और रवि दहिया कुमार ने इससे पहले सिल्वर मेडल जीते थे.

Advertisement

हरियाणा के झज्जर जिले के भरोड़ गांव से आने वाले अमन पिछले कई सालों से दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग कर रहे हैं. और भारत के लिए यूथ लेवल पर कई मेडल्स जीत चुके हैं. अमन ने जून में बोलट तुर्लीखानोव कप में भी गोल्ड मेडल जीता था. उस टूर्नामेंट में बजरंग पुनिया ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. अमन के पिता सोमवीर ने उन्हें छत्रसाल स्टेडियम में भर्ती करवाया था. जब वो 13 साल के थे, तब सोमवीर की मृत्यु हो गई. मां कमलेश पहले ही गुज़र चुकी थीं. छत्रसाल का अखाड़ा ही अमन का घर बन गया.

इंडिया ने इस टूर्नामेंट में कुल छह मेडल्स जीते. भारत से सिर्फ नौ पहलवानों ने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया. भारत ने कुल 30 पहलवानों को हिस्सा लेने के लिए चुना था, पर वीज़ा की समस्याओं के चलते बाकी पहलवान स्पेन नहीं जा सके थे, जिसके बारे में हमने आपको पहले ही बता दिया है. वीज़ा क्यों नहीं मिला, ये ख़बर आप विस्तार से पढ़ सकते हैं. हालांकि कुछ पहलवानों को वीज़ा मिल गया था.

Advertisement

अमन के गोल्ड मेडल के साथ भारत मेडल्स टैली पर छठे स्थान पर पहुंच गया. अंकुश ने महिला कुश्ती 50kg कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता. मानसी अहलावत ने 59kg कैटेगरी में ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किया. जबकि नितेश और विकास ने ग्रीको-रोमन कैटेगरी में 97kg और 72kg कैटेगरी में ब्रॉन्ज़ मेडल जीते. बताते चलें कि साजन भानवाला इससे पहले अंडर-23 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बने थे.

विनेश फोगाट की ये चिट्ठी पढ़ उनके ही फै़न्स का दिल बैठ जाएगा

Advertisement