'बचकाने' आरोप की वजह से भारतीय पहलवानों को नहीं मिला वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में जाने के लिए वीज़ा
ये टूर्नामेंट 17 अक्टूबर सोमवार से शुरू हुआ है.

U-23 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप का आगाज़ सोमवार 17 अक्टूबर से स्पेन के पॉन्टेवेद्रा में हो रहा है. इस टूर्नामेंट में दुनिया भर के देशों के पहलवान हिस्सा लेंगे. कई नए टैलेंट्स इसमें अपना हुनर दिखाएंगे, और सीनियर रेसलर्स को चुनौती पेश करेंगे. लेकिन इस टूर्नामेंट में भारतीय पहलवान शामिल नहीं हैं. अब भारतीय पहलवान इस टूर्नामेंट में हिस्सा क्यों नहीं ले रहे, इसकी वजह जानकर आपका सर घूम जाएगा.
इंडियन रेसलिंग फेडरेशन से लल्लनटॉप स्पोर्ट्स को मिली ख़बर के अनुसार स्पेन दूतावास ने भारतीय पहलवानों का वीज़ा ही अप्रूव नहीं किया. इसकी वजह और भी चौंकाने वाली है. स्पेन ने वीज़ा एप्लीकेशन फॉर्म में बताया है कि उन्हें संदेह है कि भारतीय पहलवान वीज़ा की अवधि समाप्त होने से पहले स्पेन से भाग कर दूसरे देश जा सकते हैं. इसके साथ ही दूतावास ने ये भी बताया कि टीम के ट्रेवल की वजह उचित नहीं है.

इंडियन रेसलिंग फेडरेशन ने लल्लनटॉप स्पोर्ट्स को बताया -
भारतीय कुश्ती टीम अंडर-23 विश्व प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तैयार थी लेकिन स्पेन दूतावास के नकारात्मक रवैये की वजह से भारत को अंडर-23 विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने से वंचित होना पड़ा. भारतीय कुश्ती संघ ने सभी खिलाड़ियों और कोचों की वीज़ा एप्लीकेशन 4 अक्टूबर 2022 को स्पेन दूतावास में जमा कर दी थी. लेकिन स्पेन दूतावास ने सभी वीज़ा एप्लीकेशन 17 अक्टूबर 2022 को रिजेक्ट करके वापस भेज दी.
भारतीय कुश्ती के इतिहास में ये पहली बार हुआ है जब किसी बड़ी प्रतियोगिता में किसी दूतावास के रवैये की वजह से भारतीय खिलाड़ियों को खेलने से वंचित होना पड़ा. भारतीय कुश्ती संघ इस बात पर विश्व कुश्ती संघ को लिखित में शिकायत देगी. साथ ही स्पेन दूतावास के इस रवैये की आलोचना करेगी और साथ ही स्पेन में किसी महत्वपूर्ण प्रतियोगिता के आयोजन पर भी रोक लगाने के लिए शिकायत करेगी.'
जिस कारण से भारतीय पहलवानों का वीज़ा रद्द किया गया है. ये पूरी तरह से हैरान करने वाला है. हालांकि पाकिस्तान और श्रीलंका के एथलीट्स ऐसी हरकतें कई बार कर चुके हैं. श्रीलंकाई दल के 10 मेंबर्स - नौ एथलीट्स और एक ऑफिशियल - कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के बाद गायब हो गए थे. दो पाकिस्तानी बॉक्सर्स भी बर्मिंघम से गायब हो गए थे. ऐसी खबरें कॉमनवेल्थ गेम्स के पहले भी आती रही हैं. लेकिन भारत के एथलीट्स ने ऐसा कुछ नहीं किया है. इसको देखते हुए लगाए गए आरोप सही नहीं हैं.
भारत ने अब तक अंडर-23 वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल नहीं जीता है. हालांकि देश के पहलवानों ने अब तक सात सिल्वर और चार ब्रॉन्ज़ मेडल अपने नाम किए हैं. इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले भारतीय पहलवानों में अमन सहरावत, साहिल अहलावत, अंतिम पंघाल और सितू जैसे बड़े नाम शामिल थे, जिनसे देश को बड़े मेडल्स की उम्मीद थी.
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