लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया को 22 रनों से मिली हार के बाद अब इंग्लैंड एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 2-1 से आगे हो गई है. 193 रनों के टारगेट को चेज करते हुए टीम इंडिया 170 रनों पर ऑलआउट हो गई. 5वें दिन टीम इंडिया को जीत के लिए 135 रन बनाने थे. हाथ में 6 विकेट थे. इनमें 5 बैटर्स ऐसे थे, जिनसे उम्मीद थी कि वो रन बनाएंगे ही. हालांकि, रवींद्र जडेजा को छोड़ दें तो सब ने निराश ही किया. जडेजा नाबाद 61 रन बनाकर रह गए, दूसरी तरफ पूरी टीम ऑलआउट हो गई. जिन दो प्लेयर्स से कोई उम्मीद नहीं थी, अंत में उन्होंने ही जडेजा के साथ पार्टनरशिप की. दोनों ने रन ज्यादा नहीं बनाए, लेकिन उनके कारण टीम टारगेट के नजदीक भी पहुंच पाई. जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज. हालांकि, सिर्फ दूसरी इनिंग में टीम की खराब बैटिंग टीम इंडिया की हार की वजह नहीं रही. आइए देखते हैं, इस मुकाबले में हार की 5 मुख्य वजहें क्या रहीं?
खराब बैटिंग ही नहीं, इन पांच वजहों से लॉर्ड्स में हार गई टीम इंडिया!
Lord's Test को इंग्लैंड ने 22 रनों से जीतकर Anderson-Tendulkar Trophy में 2-1 से बढ़त बना ली है. टीम इंडिया चौथी इनिंग में 193 रनों के टारगेट को चेज करते हुए 170 रन ही बना सकी. इंडियन टीम की इस टेस्ट में हार का कारण सिर्फ चौथी इनिंग में खराब बैटिंग नहीं थी.

लॉर्ड्स टेस्ट की पहली इनिंग में टीम इंडिया ने इंग्लैंड के 7 मुख्य बैटर्स को 271 रन पर ही पवेलियन की राह दिखा दी थी. टीम यहां से 300 के भीतर इंग्लिश टीम को समेट सकती थी, लेकिन जेमी स्मिथ के साथ ब्राइडन कार्स की पार्टनरशिप के दम पर इंग्लैंड ने 387 रन बना लिए. नतीजा, ये हुआ कि इंग्लैंड ने पहली इनिंग में बड़ा टोटल बना दिया.
2# ऋषभ पंत का रन आउटतीसरे दिन के पहले सेशन में टीम इंडिया ने 3 विकेट पर 145 रन से आगे खेलना शुरू किया. केएल राहुल और ऋषभ पंत ने शानदार बैटिंग कर टीम इंडिया के स्कोर को 250 के आसपास पहुंचा दिया. राहुल 97 और पंत 74 रन बना चुके थे, लेकिन तभी राहुल की सेंचुरी पूरी कराने के लिए पंत ने जबरदस्ती सिंगल चुराकर उन्हें स्ट्राइक पर लाना चाहा. स्टोक्स को इसी मौके की तलाश थी, उन्होंने सीधा नॉन स्ट्राइकर एंड पर डायरेक्ट थ्रो किया और पंत की इनिंग्स पर विराम लगा दिया. पंत अगर यहां अपना विकेट नहीं फेंके होते तो पहली इनिंग में टीम इंडिया 387 की जगह 450 रन बना लेती. यही बढ़त दूसरी इनिंग में टीम इंडिया के काम आता.
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3# दोनों इनिंग्स मिलाकर 63 एक्स्ट्रा रनटीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच अगर बॉलिंग को तुलना करें तो सबसे बड़ा अंतर एक्सट्रा रन का दिखेगा. टीम इंडिया ने पहली इनिंग में 31 रन एक्स्ट्रा दिए. कमाल तो ये हो गया कि दूसरी इनिंग में इंग्लैंड के 192 रन के स्कोर में 32 रन एक्स्ट्रा का है. वहीं, इंग्लैंड ने बॉलिंग में दोनों इनिंग्स मिलाकर भी 30 रन ही दिए. उन्होंने पहली इनिंग में 18, जबकि दूसरी इनिंग में 12 रन एक्स्ट्रा दिए. अगर दोनों टीम की तुलना करें तो टीम इंडिया ने 33 रन इंग्लैंड से ज्यादा एक्सट्रा में दिए.
टीम इंडिया की हार में बहुत बड़ा रोल तीसरे दिन के अंतिम सेशन के 5 मिनट में हुए ड्रामा का भी रहा. इसका असर कप्तान शुभमन गिल की बैटिंग पर भी दिखा. इंग्लिश टीम चौथे दिन के अंतिम सेशन से लेकर अंतिम दिन दूसरे सेशन के खत्म होने से पहले तक काफी आक्रामक दिखी. तीसरे दिन का बदला लेते हुए उन्होंने हर बैटर पर अतिरिक्त दबाव बनाया. इसके कारण बैटर्स अपना कंपोजर खोते दिखे.
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5# दूसरी इनिंग में फ्लॉप बैटिंग193 रनों के टारगेट को चेज करने के लिए टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर से सिर्फ 50 रन की पार्टनरशिप की जरूरत थी. हालांकि, टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर में केएल राहुल को छोड़ दें तो कोई 20 रन भी नहीं बना सका. यशस्वी बहुत ही साधारण बॉल पर अपना विकेट फेंक गए. करुण नायर फिर स्टार्ट मिलने के बावजूद उसे लंबी इनिंग में तब्दील नहीं कर सके. पंत और गिल दोनों ने भी निराश ही किया. सुंदर और रेड्डी से भी कुछ रनों की उम्मीद थी, लेकिन सुंदर खाता भी नहीं खोल सके. वहीं, रेड्डी ने भी स्टार्ट मिलने के बाद अपना विकेट लंच से ठीक पहले गंवा दिया.
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