पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जो कहा, उससे देश में रहने की गारंटी फिर भी नहीं है
महाराष्ट्र के पुणे में एबीवीपी के प्रदेश अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे धर्मेंद्र प्रधान.
आप देश के नागरिक हैं या देश से प्रेम करते हैं, इसका सर्टिफिकेट मांगने वाले इन दिनों थोक के भाव बढ़ गए हैं. सबकी अलग-अलग शर्तें हैं. अलग-अलग खांचे हैं और उनमें लोगों को फिट कर देना है. जो फिट न हो उसे गिरिराज सिंह, मेरठ एसपी और सोशल मीडिया के ट्रोल्स के शब्दों में ‘पाकिस्तान चले जाना चाहिए.’ कौन भारत में रह सकता है, इसकी एक और ‘शर्त’ लेकर आए हैं धर्मेंद्र प्रधान. मोदी सरकार में प्रधान, मंत्री हैं (पन इंटेंडेड). पेट्रोलियम मंत्री. ओडिशा के रहने वाले हैं. मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. 28 दिसंबर को उन्होंने बताया कि जो ‘भारत माता की जय’ बोलेंगे वही भारत में रह पाएंगे. कोई कन्फ्यूजन न हो इसलिए उन्होंने ये भी ‘साफ’ कर दिया कि ये देश धर्मशाला नहीं है.