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गांव-गांव मिल रहे बॉडी पार्ट्स... ISRO की तस्वीरें बता रहीं वायनाड भूस्खलन की कहानी, कितनी भीषण थी आपदा!

Wayanad Landslide: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (NRSC) की तरफ से भी तस्वीरें सामने आई हैं. जिनमें सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से केरल के वायनाड भूस्खलन की कहानी और साफ हो रही है.

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नदी के किनारे टूटे, 8 किलोमीटर बहा मलबा (Image: NRSC/PTI)

केरल के वायनाड में आए भूस्खलन (Wayanad Landslide) में मरने वालों की संख्या 300 पार कर गई है. हादसे के बाद चौथे दिन चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में ड्रोन की मदद से लोगों को खोजने की कोशिश की जा रही है. इसी दौरान ISRO की तरफ जारी सैटेलाइट तस्वीरों से भी त्रासदी का हाल पता चल रहा है. 

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सेना, नौसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और कोस्ट गार्ड की एक संयुक्त टीम फंसे लोगों को खोजने के लिए लगाई गई है. मदद के लिए तमिलनाडु से 4 कुत्ते भी लाए जाएंगे. बचाव कर्मियों की चालीस टीमों को 6 जोन में राहत कार्यों के लिए लगाया गया है. 

 इस दौरान वायनाड जिले में अगले कुछ दिनों तक, भारी बारिश के लिए रेड अलर्ड भी जारी किया गया है. 

ISRO ने आसमान से बताया जमीन का हाल

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (National Remote Sensing Centre) की तरफ से भी तस्वीरें सामने आई हैं. जिनमें सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से केरल के वायनाड भूस्खलन की कहानी और साफ हो रही है.

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भूस्खलन के पहले और बाद की तस्वीरें, ऊपर की तस्वीर में भूस्खलन के बाद खिसकी मिट्टी का अंदाजा लगाया जा सकता है (NRSC)

NRSC ने वायनाड जिले के चूरलमाला में लैंडस्लाइड के पहले और बाद की तस्वीरें साझा की हैं. जिनमें पता चल रहा है कि 30 जुलाई के भूस्खलन में करीब 86,000 वर्गमीटर जमीन अपनी जगह से खिसकी है. मिट्टी के इस बहाव की लंबाई करीब 8 किलोमीटर बताई जा रही है. कहा जा रहा है यह भूस्खलन, एक पुराने भूस्खलन की ही जगह पर हुआ है.

बताया जा रहा है पहाड़ से बहे मलबे के चलते इरुवंजिप्पुझा (Iruvaniphuza) नदी के किनारे टूट गए. जिसके चलते नदी के किनारे बसे घर और निर्माण क्षतिग्रस्त हुए. 

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चूरलमाला में लैंडस्लाइड के बाद मिट्टी के बहाव को देखा जा सकता है. (NRSC)

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इधर, भारी बारिश के चलते बचाव कार्यों में भी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं. सेना ने मुंदक्कई तक के लिए एक अस्थाई पुल भी बनाया है. जिससे फैली नदी को पार किया जा सके. BBC की खबर के मुताबिक, स्वास्थ्य अधिकारियों ने 256 पोस्टमार्टम किए जाने की बात बताई है. जिनमें से कई सिर्फ शरीर के हिस्से और अंग ही थे. अभी भी आसपास के इलाकों में मृतकों के शरीर के अंग पाए जा रहे हैं.

वहीं ये भी बताया जा रहा है कि अब तक 8 हजार से भी ज्यादा लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. और 82 राहत शिविरों में भेद दिया गया है.

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