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स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद BJP ने क्या फैसला लिया है?

पार्टी को लगे झटकों से बीजेपी आलाकमान सक्रिय हो गया है

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स्वामी प्रसाद मौर्या और अखिलेश यादव के साथ रोशन लाल वर्मा (फोटो: रोशन लाल वर्मा/फेसबुक)

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की घोषणा होते ही राजनीतिक पार्टियों में हलचल तेज हो गई है. मंगलवार 11 जनवरी को योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. इसके कुछ देर बाद ही खबर उड़ी कि उन्होंने सपा का दामन थाम लिया है. हालांकि इस बारे में उनकी तरफ से कोई बयान नहीं आया है. वहीं बीजेपी की संघमित्रा मौर्य ने दावा किया है कि स्वामी प्रसाद ने सपा जॉइन नहीं की है.
इस बीच स्वामी प्रसाद के समर्थन में 3 बीजेपी विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी है. इनमें बांदा (Banda) जिले की तिंदवारी विधानसभा से विधायक बृजेश प्रजापति, शाहजहांपुर की तिलहर सीट से विधायक रोशनलाल वर्मा और कानपुर के बिल्हौर से विधायक भगवती सागर शामिल हैं. ये तीनों जल्द ही सपा जॉइन करेंगे. बृजेश प्रजापति का आरोप- योगी सरकार भेदभाव करती है तिंदवारी विधानसभा से विधायक बृजेश प्रजापति ने यूपी बीजेपी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा,
"बीजेपी की 5 साल की सरकार के दौरान दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को कोई तवज्जो नहीं दी गई और न ही उन्हें उचित सम्मान दिया गया. इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षा की गई है. राज्य सरकार के ऐसे कूटनीतिक रवैये के कारण मैं बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं. माननीय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य जी शोषित पीड़ितों की आवाज हैं और वह हमारे नेता हैं, मैं उनके साथ हूँ."
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बृजेश प्रजापति का बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को लिखा गया पत्र

बृजेश कुमार प्रजापति ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के जगदीश प्रसाद को 37 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. बीते साल वह तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए थे. उन्होंने कहा था कि योगी सरकार पर भ्रष्ट अधिकारियों का सिंडिकेट हावी है.
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विधायक बृजेश प्रजापति स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ (फोटो: बृजेश प्रजापति/फेसबुक )
15 साल से विधायक हैं रोशन लाल वर्मा, जितिन प्रसाद को हराया था शाहजहांपुर जिले की तिलहर सीट से विधायक रोशन लाल वर्मा ही मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा,
"स्वामी प्रसाद मौर्य ही मेरे नेता हैं. जहां वो जाएंगे, वहीं मैं भी जाऊंगा. योगी सरकार में मेरी 5 सालों तक की गई शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई, जिसके चलते मुझे यह निर्णय लेना पड़ा."
आपको बतादें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा का दामन छोड़कर बीजेपी जॉइन की थी, तब रोशन लाल वर्मा भी बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे. उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में तिलहर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी जितिन प्रसाद को तकरीबन 5 हजार वोटों से शिकस्त दी थी. रोशन लाल वर्मा लगातार 15 साल से तिलहर सीट से विधायक हैं. दिल्ली में बीजेपी उम्मीदवारों को लेकर मंथन जारी इंडिया टुडे को मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी दिल्ली में यूपी विधानसभा के अपने उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर रही है. सूत्रों के मुताबिक आगामी चुनाव में करीब 45 से ज्यादा मौजूदा विधायकों का टिकट कट सकता है. भाजपा के आला नेताओं का मानना है कि योगी सरकार के खिलाफ जनता में नाराजगी नहीं है. लोग लोकल विधायकों से नाराज हैं. इसलिए बड़ी संख्या में बीजेपी के मौजूदा विधायकों का टिकट काटा जा सकता है. बीजेपी नेताओं का यह भी कहना है कि इस समय वही विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं जिन्हें टिकट कटने की आशंका है. नाराज नेताओं को मनाने में जुटी बीजेपी आजतक के कुमार अभिषेक के मुताबिक उत्तर प्रदेश में चुनावों से पहले पार्टी को मिले झटकों से बीजेपी आलाकमान सक्रिय हो गया है. प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है. अब यूपी बीजेपी के दोनों बड़े नेता पार्टी से नाराज नेताओं को बुलाकर उनकी मांगों और शिकायतों को सुनेंगे. शरद पवार का दावा- 13 और विधायक सपा में जाएंगे महाराष्ट्र की पार्टी एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 4 बीजेपी विधायकों के इस्तीफे पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने मुंबई में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो रहा है. इसका करारा जवाब यूपी की जनता देगी. एनसीपी भी सपा और कुछ छोटे दलों के साथ मिलकर यूपी का चुनाव लड़ेगी. इस दौरान पवार ने दावा किया कि यूपी में स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा अभी शुरुआत है, आगे 13 और विधायक सपा में शामिल होने जा रहे हैं.