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कन्हैयालाल पर हमले का हथियार रियाज ने बनाया, आतंकियों ने कराई शादी, बाइक का नंबर 2611

उदयपुर मर्डर केस के आरोपी मोहम्मद रियाज की बाइक का नंबर 2611 है. 26/11 मुंबई हमले की तारीख है

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रियाज और गौस ने 20 जून को मीटिंग कर बनाया मर्डर का प्लान | फोटो: आजतक

उदयपुर (Udaipur) में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड (kanhaiya lal murder case) में बड़ा खुलासा हुआ है. हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने खुद एसके इंजीनियरिंग वर्क्स नाम की फैक्ट्री में धारदार हथियार बनाए थे. इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल इस हत्याकांड में किया गया. आरोपियों ने हत्याकांड से पहले और बाद में इसी फैक्ट्री में वीडियो भी शूट किया था. आजतक के शरत कुमार के मुताबिक कन्हैयालाल की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार इसी फैक्ट्री से बरामद हुए.

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एक और वीडियो डालने वाले थे

शरत कुमार के मुताबिक भाजपा नेत्री नुपूर शर्मा मामले में हत्या की धमकी और हत्या का वीडियो आरोपी गौस मोहम्मद ने डाला था. हत्या के बाद ये दोनों उदयपुर से अजमेर भाग रहे थे. इन दोनों का प्लान अजमेर पहुंचकर एक और वीडियो बनाकर डालने का था. यह भी बताया जा रहा है कि वीडियो बनाने का आइडिया एक पाकिस्तानी हैंडलर ने दिया था ताकि ज़्यादा दहशत फैले.

बाइक का नंबर 2611

आजतक से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी मोहम्मद रियाज की बाइक का नंबर 2611 है. 26/11 मुंबई हमले की तारीख है. बता दें कि 2008 में 26 नवंबर को मुंबई पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 170 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. शुरुआती जानकारी में ये भी सामने आया है कि पाकिस्तान के दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े गौस मोहम्मद ने - अल्लाह के बंदे, लब्बो या रसूलुल्लाह - जैसे कई वॉट्सऐप ग्रुप बना रखे थे और इनसे हजारों लोगों को जोड़ रखा था. उसने कन्हैयालाल की हत्या के बाद जो वीडियो बनाया था, वो इन्हीं ग्रुप में डाला था. यह भी बताया जाता है कि दावत-ए-इस्लामी संगठन से जुड़े लोगों ने ही आरोपी मोहम्मद रियाज का निकाह कराया था. 

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हमले के दौरान बाइक बंद नहीं की

आजतक के मुताबिक इन दोनों ने कन्हैयालाल पर हमला करने के दौरान उनकी दुकान के बाहर अपनी बाइक स्टार्ट करके रखी थी, जिससे मर्डर करने के बाद आसानी से फरार हो सकें. हत्या के बाद ये दोनों इसी बाइक से भागकर देवगढ़ मोटर गैराज पर पहुंचे, जहां 6 महीने पहले रियाज काम करता था. लेकिन गैराज वाले ने इन दोनों को पनाह देने से इंकार कर दिया और इसी दौरान किसी ने देवगढ़ पुलिस को इनकी सूचना दे दी. इन्हें इस बात की भनक लग गई, जिसके बाद ये सड़क का रास्ता छोड़ गांवों के रास्ते भीम पहुंचे, जहां का गौस रहने वाला है. इसके बाद ये अजमेर के लिए निकले.

20 जून को मीटिंग कर बनाया मर्डर का प्लान

दैनिक भास्कर से मिली जानकारी के मुताबिक सऊदी अरब के सलमान और अबू इब्राहिम ने नूपुर शर्मा के बयान के बाद रियाज और गौस को 'मिसाल कायम करने' के लिए कहा था. उन्होंने ही इन दोनों को उकसाया था. इसके बाद 20 जून को उदयपुर में इन दोनों ने कुछ लोगों के साथ एक मीटिंग की और कन्हैयालाल को मारने का प्लान बनाया. NIA की जांच में भी सामने आया है कि दोनों आरोपी विदेशों में मौजूद कुछ लोगों के लगातार संपर्क में थे.

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