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इन 5 वजहों से 'सैयारा' देश की सबसे कमाऊ लव स्टोरी बन गई!

ट्रेड एनलिस्ट्स ने बताया कि क्यों अगले कई सालों तक कोई भी फिल्म 'सैयारा' का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाएगी.

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कोमल नाहटा ने हमें बताया कि अभी जो 'सैयारा' के साथ हो रहा है, वैसा आखिरी बार ऐसा 'कहो ना प्यार है' के वक्त हुआ था.

जुलाई का महीना चल रहा है. 18 जुलाई की तारीख को एक फिल्म आती है. दोनों हीरो-हीरोइन की पहली पिक्चर. डायरेक्टर लंबे समय से फिल्म इंडस्ट्री का हिस्सा रहा. उसका म्यूज़िक सेंस इतना जबरदस्त कि फिल्म आने से पहले गाने निकल पड़ते थे. मगर बीते कुछ समय से वो कमाल गायब था. बॉक्स ऑफिस पर फिल्में पिट रही थीं. अब नए लोगों को लेकर नई फिल्म रिलीज़ को तैयार थी. ट्रेड सर्कल में इशारे होने लगे कि ये इस साल की अंडरडॉग स्टोरी हो सकती है. सभी को चौंकाकर रख देगी. सब के अनुमान, गणित हवा हो जाएंगे. ऐसा ही हुआ भी.

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18 जुलाई 2025 को Mohit Suri की Saiyaara रिलीज़ हुई. लीड रोल्स में Ahaan Panday और Aneet Padda थे. दोनों न्यूकमर्स. उसके बावजूद फिल्म ने कमाई के ऐसे रिकॉर्ड टांग दिए कि स्टार्स का पहुंचना मुश्किल हो जाए. ‘सैयारा’ को 21.5 करोड़ रुपये की ओपनिंग मिली. आमतौर पर बड़ी ओपनिंग पाने के बाद फिल्में नीचे खिसकने लगती हैं. यहां ऐसा नहीं हुआ. फिल्म की कमाई ऊपर ही गई. ट्रेड वेबसाइट Sacnilk के मुताबिक ‘सैयारा’ ने 12 दिनों में 266.5 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. इस पर ब्लॉकबस्टर का तमगा लग चुका है. और ये सिर्फ इंडिया का कलेक्शन है. दुनियाभर से फिल्म ने 409 करोड़ रुपये छाप लिए हैं.

‘सैयारा’ चला रहे सिनेमाघर हाउसफुल दौड़ रहे हैं. सोशल मीडिया रील्स से पटा पड़ा है. हर तरफ ये कीवर्ड आग की तरह उबल रहा है. मगर ‘सैयारा’ इतना बड़ा ब्रांड कैसे बना. ये फिल्म इतनी कैसे चली कि इतिहास रच दिया. इस सवाल को लेकर सभी के पास अपनी कोई-न-कोई थ्योरी है. ऐसे में हमने उन लोगों से बात की जो ट्रेड को पहचानते हैं. फिल्म मार्केट की नस पकड़ना जिनका पेशा है. हमने ट्रेड एनलिस्ट तरण आदर्श से बात की. उनसे वो वजहें पूछी जिन्होंने सैयारा को इतनी बड़ी फिल्म बना दिया. उन्होंने बताया:

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"पहली वजह तो फिल्म की कहानी है. लड़का (अहान का किरदार कृष) कहता है कि तुम्हें कुछ भी हो जाए, बेशक तुम्हारी याददाश्त चली जाए, फिर भी मैं तुम्हारा साथ नहीं छोड़ूंगा. ये लव स्टोरी दिलों को छू गई.

दूसरी बात है ऐज फैक्टर. कास्टिंग में फ्रेशनेस है. लड़का और लड़की दोनों ही पहली बार बड़े परदे पर नज़र आ रहे हैं. फिल्म की कहानी उसी ऐज ग्रुप में फिट बैठती है जिसके लिए इन दोनों एक्टर्स को कास्ट किया गया है. उनकी परफॉरमेंसेज़ बहुत लाजवाब हैं. इस फिल्म की कहानी यंग लड़के-लड़कियों के बारे में है. क्या ऐसे में शाहरुख, सलमान, आमिर, अर्जुन कपूर या वरुण धवन फिट बैठते? बिल्कुल भी नहीं. ये एक यंग लव स्टोरी है.

तीसरी बात फिल्म का म्यूज़िक है. संगीत फिल्म की जान है. इस फिल्म के सारे गाने जबरदस्त हैं. लेकिन टाइटल ट्रैक एक रेज बन गया है. वो आम और खास सभी की ज़ुबान पर है. ये सबसे बड़ा प्लस पॉइंट भी है. जब ये गाना फिल्म के एंड में आता है तो पूरा थिएटर झूम उठता है. हम लव स्टोरी और म्यूज़िक को भूल चुके थे. ये हमारी फिल्मों से गायब हो चुके थे. आप कहेंगे कि लव स्टोरी तो हर हिंदी फिल्म में होती है और गाने भी हर फिल्म में सुनते हैं, हम ज़रूर सुनते हैं लेकिन ये फिलर्स की तरह होते हैं. उन्हें बस कहानी को आगे बढ़ाने के लिए बीच में डाल दिया जाता है. एक आउट-एंड-आउट म्यूज़िकल और एक आउट-एंड-आउट लव स्टोरी बहुत अरसे के बाद आई है. 

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चौथी वजह है मोहित सूरी का शानदार डायरेक्शन. जिस तरह से उन्होंने चुनी है और उसे कहा है, उसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम है. उन्होंने जिस तरह से डेलिकेट मोमेंट को हैंडल किया है, उन्हें देखकर आंखों से आंसू आ जाते हैं. इमोशन पैदा करना बहुत मुश्किल होता है. ये फिल्म वो करने में कामयाब होती है.

पांचवा और सबसे अहम कारण ये है कि प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा ने जो जिज्ञासा बनाकर रखी. कोई सिटी टूर नहीं हुई, कोई कॉलेज कैम्पस टूर नहीं हुई, बहुत कम प्रमोशन रखा. न ही एक्टर्स को किसी पॉडकास्ट में जाने दिया, न ही उन्हें कोई इंटरव्यू देने दिए. सिर्फ ट्रेलर और म्यूज़िक पर ध्यान दिया. फिल्म की टीम से सिर्फ मोहित सूरी ने इंटरव्यूज़ दिए, और उन्होंने भी सिर्फ फिल्म पर ही बात की. फिल्म के कम प्रमोशन से लोगों में इसे देखने की उत्सुकता बढ़ गई, कि आखिर ये है क्या."

हमने ट्रेड एनलिस्ट कोमल नाहटा से भी बात की. उनसे वो कारण पूछे जिन्होंने ‘सैयारा’ की कामयाबी की कहानी रची. उनका जवाब था:

"फिल्म की कहानी ने लोगों के दिल और दिमाग में घर बना लिया. एक प्रेमी अपनी प्रेमिका के लिए किस हद तक जा सकता है, इस कहानी को इतनी अच्छी तरह दिखाया गया है कि आपको रोना आता ही है. फिल्म का ऑडियंस से लाजवाब कनेक्ट है. ये सबसे बड़ी वजह है.

दूसरी वजह इसके हीरो-हीरोइन हैं. अगर ये स्थापित स्टार्स के साथ बनती तो इसका आधा बिज़नेस करती. नए एक्टर्स की कोई इमेज नहीं थी. इसलिए उनके साथ जो फ्लेवर निकलकर आया है, वो कुछ निराला ही है.

तीसरा कारण म्यूज़िक है. गानों ने जो किया है खासतौर पर टाइटल म्यूज़िक ने, ये किसी भी फिल्म को लंबी खींचने में सुपरहिट म्यूज़िक की ज़रूरत होती है. इस फिल्म में वो भी है.

लीड एक्टर्स के अलावा बाकी एक्टर्स ने भी बढ़िया काम किया है. आप ऐसे डूब जाते हैं कि आपको लगता है कि यही आपकी दुनिया है. मैं खुद बुरी तरह रोया हूं. छह-सात जगह रोया. एक सीन में तो मेरी चीख निकल गई थी, ऐसे रोने लगा मैं. एक सीन है जहां लड़की की मां लड़के को दही खिलाती है. वो दोनों कहीं जा रहे हैं. उस सीन में इतनी बुरी तरह रोना आता है. आप सोच रहे हैं कि आप क्यों रो रहे हैं. दही खिलाना कोई इमोशनल सीन नहीं है. ये तो हम सभी करते हैं. लेकिन उस फ्रेम से उन्होंने ऑडियंस को जकड़ लिया. फिल्म के राइटर संकल्प सदाना और डायलॉग राइटर रोहन शंकर की जितनी तारीफ की जाए, उनकी कम है.

मोहित सूरी इस जहाज के कप्तान थे. उन्होंने बड़े कमाल के साथ फिल्म की कहानी नैरेट की है. मैं इसका श्रेय आदित्य चोपड़ा को भी दूंगा. क्योंकि 60-70 करोड़ रुपये न्यूकमर्स की फिल्म पर लगाना, इसमें हिम्मत चाहिए. आजकल बिज़नेस इतना अस्थिर है. फिल्में फ्लॉप हो रही हैं. ऐसे में लोगों को लगता है कि न्यूकमर्स को देखने कौन आएगा. फिल्में सिर्फ दो हफ्ते तक चलती हैं. ऐसे में लोग सोचते हैं कि न्यूकमर्स के साथ लव स्टोरी बनाएंगे, तो उसे पहले हफ्ते कोई देखने नहीं आएगा. तो न्यूकमर्स के साथ लव स्टोरी मत बनाओ. आदित्य चोपड़ा ने दो न्यूकमर्स को लेकर 60-70 करोड़ की फिल्म बनाई, उसी बात की दाद देनी चाहिए. आदित्य चोपड़ा ने मोहित सूरी से कहा था कि अगर तुम्हारी फिल्म को चार करोड़ की ओपनिंग भी मिलती है तो भी ये 100 करोड़ रुपये कमा लेगी. उन्हें इतना कॉन्फिडेंस था."

कोमल नाहटा ने आगे कहा कि उन्होंने 'कहो ना प्यार है' के बाद पहली बार न्यूकमर्स की फिल्म के लिए इतना क्रेज़ देखा है. उन्होंने आगे जोड़ा कि मेकर्स ने फिल्म का बहुत सीमित प्रमोशन किया. उस वजह से लोगों में उत्सुकता बढ़ने लगी. मेकर्स का कहना था अगर आपको ज़्यादा जानना है तो थिएटर में आइए. फिल्म को सबसे ज़्यादा फायदा वर्ड ऑफ माउथ से हुआ और उससे बेहतर कोई पब्लिसिटी नहीं हो सकती थी. 'सैयारा' की लगातार तारीफ हो रही है. यही वजह है कि 12 दिनों की कमाई में फिल्म ने सिर्फ एक ही दिन सिंगल डिजिट में कमाई की. बाकी दिनों में फिल्म अच्छा पैसा ही बनाती रही. बॉक्स ऑफिस पर जैसा ट्रेंड चल रहा है, उसे देखकर लग रहा है कि ये 500 करोड़ रुपये से ऊपर का कलेक्शन करेगी.                                                                             

वीडियो: 'सैयारा' का दूसरा वीकेंड भी दमदार, दंगल-पठान को पछाड़ा

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