शिरोमणि अकाली दल (shiromani akali dal) के मुखिया सुखबीर सिंह बादल (sukhbir singh badal) ने कहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (punjab cm bhagwant mann) को वो सिख नहीं मानते. बादल, दिल्ली में सिख समुदाय की एक बैठक में बोल रहे थे. उन्होंने मुस्लिम और सिख आबादी की तुलना करते हुए भी कुछ दो टूक बयान दिए. उन्होंने कहा कि मुसलमान 18 फीसद होते हुए भी एकजुट नहीं हैं, क्योंकि उनका कोई नेता नहीं है.
'मुसलमान 18 फीसदी, लेकिन एकजुट नहीं क्योंकि...', सुखबीर बादल ने सिखों के बीच ऐसा क्यों बोला?
Sukhbir Singh Badal ने कहा कि मुसलमानों में एकजुटता नहीं, उसकी वजह भी बताई. Punjab के CM Bhagwant Mann को वो Sikh नहीं मानते, आखिर क्यों ये भी बताया है?

25 दिसंबर को दिल्ली में बादल ने शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली यूनिट के अध्यक्ष एस परमजीत सिंह सरना के घर पर श्री पटना साहिब (बिहार) और मुंबई (महाराष्ट्र) की सिख संगत के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल सिख आबादी वाले सभी राज्यों में पार्टी यूनिट्स खड़ी करेगा. भगवंत मान पर तीखा हमला करते हुए बादल ने दिल्ली में कहा कि वो उन्हें सिख नहीं मानते. क्योंकि वो (मान) सिखों का इतिहास नहीं जानते.
उन्होंने कहा,
“मैं उन्हें (भगवंत मान को) सिख नहीं मानता. वह ये दिखाने के लिए पगड़ी पहनते हैं कि वह एक सिख हैं. वह सिखों का इतिहास नहीं जानते. जब हम उन्हें देखते हैं और उनके बयान सुनते हैं तो हमें दुख होता है.”
उन्होंने मुस्लिम और सिख नेताओं की बात की. और दोनों वर्गों की आबादी की तुलना भी की. उन्होंने कहा,
"देश में मुसलमानों की आबादी लगभग 18 फीसद है, लेकिन उनके पास कोई नेतृत्व नहीं है क्योंकि वे एकजुट नहीं हैं. हम (सिख) 2 फीसद हैं लेकिन हम श्री अकाल तख्त साहिब के तहत एकजुट हैं."
बादल ने ये भी आरोप लगाया किया कि पंजाब सरकार, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी चीफ़ अरविंद केजरीवाल के हाथों चलाई जा रही है.
उन्होंने कहा,
"वे (आप) पंजाब को लूट रहे हैं और अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री हैं, भगवंत मान नहीं."
बता दें कि आम आदमी पार्टी, साल में पंजाब में हुए विधानासभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर सत्ता में आई है. पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में आप को 92 सीटें मिली थीं.
उन्होंने सिख समुदाय के लोगों से बात करते हुए सभी से एकजुट रहने की अपील की. उन्होंने कहा,
“मैं आप सभी से अपील करता हूं कि आपस में न बंटें और एकजुट रहें...शिरोमणि अकाली दल सभी राज्यों में पार्टी यूनिट्स बनाएगा.”
बैठक में ही दिग्गज अकाली नेता एस मंजीत सिंह जीके भी अपनी ‘जागो पार्टी’ के लोगों सहित शिरोमणि अकाली दल में शामिल हुए. इस पर बादल ने कहा कि उन्हें यकीन है कि ये एकता न केवल सिख समुदाय को मजबूत करेगी, बल्कि इससे हमारी सभी पुरानी मांगों के समाधान का रास्ता भी निकलेगा.
बादल ने सिख एकता की चर्चा करते हुए आगे कहा,
"ये सिख कौम में पंथ की एकता को प्रभावित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है. समुदाय कई चुनौतियों का सामना कर रहा है और सभी का समाधान केवल पंथ के झंडे के नीचे ही हासिल किया जा सकता है. जो कि शिरोमणि अकाली दल का झंडा है."
ये भी पढ़ें:- रेप आरोपी IGI एयरपोर्ट से निकल भागा, आपस में भिड़ गए इमीग्रेशन और CISF वाले
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में उन्होंने असंतुष्ट अकाली नेताओं से अपने मतभेद भुलाकर एक झंडे के नीचे आने की अपील की थी.
तब उन्होंने कहा था कि
“जिनके पास पंथ की सोच है, जिनके दिल और खून में शिरोमणि अकाली दल है, उनके लिए शिरोमणि अकाली दल एक है. बाकी गुट बंटवारा करना चाहते हैं. मैं उन्हें बताना चाहूंगा कि एकता में ताकत है.”
ये सारी बातें बादल ने गुरुद्वारा शहीद बाबा गुरबख्श सिंह में एक सभा को संबोधित करते हुए कही थीं.
वीडियो: दी सिनेमा शो: शिरोमणी अकाली दल ने राष्ट्रपति से कंगना रनौत से पद्म श्री वापिस लेने की मांग की