गया में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करते छात्र. फोटो-ANI
आजतक से जुड़े बिमलेंदु चैतन्य की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन की बोगियों में लगी आग को बुझाने के लिए फायर बिग्रेड को बुलाया गया है. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है. आक्रोशित छात्रों को नियंत्रित करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. उग्र छात्रों ने कथित तौर पर कई ट्रेनों को निशाना बनाया है. श्रमजीवी एक्सप्रेस को भी छात्रों ने कथित तौर पर भारी क्षति पहुंचाई है. काबू में हालात गया के SSP आदित्य कुमार का कहना कि फिलहाल पुलिस ने हालात में काबू कर लिए हैं. उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI को बताया,
"हालात काबू में है. कुछ उपद्रवियों ने ट्रेन की बोगियों को आग के हवाले कर दिया था. हमने उनमें से कुछ लोगों की पहचान कर ली है."
आरा में ट्रेन में लगाई आग
इससे पहले 25 जनवरी को बिहार के आरा स्टेशन पर भी छात्रों ने कथित तौर पर एक पैसेंजर ट्रेन में आग लगी दी. यह पैसेंजर आरा से सासाराम के बीच चलती है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कथित तौर पर ट्रेनों पर पत्थरबाजी की और स्टेशन को घंटो अपने कब्जे में बनाए रखा. आरा पुलिस प्रशासन उपद्रवियों की पहचान करने में जुटा हुआ है.इस बीच 26 जनवरी की सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों ने जहानाबाद स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रगान भी गाया. छात्र समस्तीपुर में भी ट्रैक पर डटे रहे. इसकी वजह से वैशाली सुपरफास्ट, टाटा छपरा, ग्वालियर-बरौनी ट्रेनों को बछवाड़ा सहित अन्य स्टेशन्स पर रोका गया है. आक्रोशित छात्रों को लगातार समझाने की कोशिश की जा रही है.
जहानाबाद में रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन करते छात्र. फोटो-ANI
वहीं नवादा स्टेशन पर हंगामा करने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा 28 लोगों को PR Bond भरा कर छोड़ दिया गया है. कुल 32 लोगों को हंगामा करने के आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया था. स्टेशन पर पुलिस बल तैनात कर ट्रेनों का संचालन शुरू कराया गया है.
सरकार ने बनाई कमेटी
इस बीच विरोध प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने इन परीक्षाओं को रद्द घोषित कर दिया है. इसके साथ ही छात्रों की समस्याओं को हल करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो नतीजों पर पुनर्विचार करेगी. इसके बाद फिर से परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा. इस कमिटी में पांच सदस्यों को शामिल किया गया है.1. दीपक पीटर, अध्यक्ष प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध), रेलवे बोर्ड 2. राजीव गांधी, सदस्य सचिव कार्यकारी निदेशक स्थापना (आरआरबी), रेलवे बोर्ड 3. आदित्य कुमार सदस्य, मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन), पश्चिम रेलवे 4. जगदीश अलगर, अध्यक्ष आरआरबी/चेन्नई 5. मुकेश गुप्ता, अध्यक्ष आरआरबी/भोपाल
दूसरी तरफ रेलवे के इस फैसले के बाद भी छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है. जगह-जगह छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है.