महाराष्ट्र पुणे के पिंपरी-चिंचवड इलाके के कुंडमाला में रविवार, 15 जून को एक बड़ा हादसा हो गया. इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक गिर गया, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई. हादसे के समय पुल पर करीब 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे. 15 से ज्यादा लोग पुल टूटने की वजह से नदी में बह गए थे.
पुणे पुल हादसा: पुल की हालत की वजह से आवाजाही पर रोक थी, तो कैसे लगी इतनी भीड़?
Pune Bridge Collapse: इंद्रयाणी नदी पर बने पुल पर काफी लोग घूमने के लिए आए थे. यह एक फेमस टूरिस्ट स्पॉट है, क्योंकि पास ही Kundamala Waterfall है, जहां लोग नदी और झरने का नजारा लेने आते हैं.

यह हादसा उस वक्त हुआ जब लोग नदी के तेज बहाव और आसपास के प्राकृतिक नजारों को देखने के लिए जमा हुए थे. कुंडमाला एक लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट है, जहां कुंडमाला झरना और कुंडजाई देवी मंदिर जैसी जगहें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. कुंडमाला से पुणे की दूरी करीब 30 किलोमीटर है.
इंडिया टुडे से जुड़े ओंकार वाबले की रिपोर्ट के मुताबिक, पुल की हालत पहले से ही काफी खराब थी और उस पर आवाजाही रोक दी गई थी. लेकिन रविवार को लोगों की भारी भीड़ पुल के पास जमा हो गई. कुछ लोग दोपहिया वाहन लेकर भी पुल पर चढ़ गए, जिससे पुल पर बोझ और बढ़ गया. माना जा रहा है कि वजन ज्यादा होने के कारण पुल भरभराकर गिर गया.
पुल टूटने की वजह से नदी के बीचों-बीच स्थित कुंडजाई देवी मंदिर तक जाने का रास्ता भी टूट गया. यह मंदिर इस इलाके का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है.
पुणे में हाल ही में भारी बारिश के कारण ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था. लोनावाला और भुशी डैम जैसे बड़े टूरिस्ट स्पॉट बंद कर दिए गए थे. इसके चलते लोग आसपास के अन्य पर्यटन स्थलों की ओर बढ़े, जिसमें कुंडमाला भी शामिल था.
कुंडमाला झरना, इंद्रायणी नदी के बहाव से बनी चट्टानें और हरी-भरी वादियां इस जगह को और भी आकर्षक बनाती हैं. यहां तक पहुंचना भी आसान है. एक्सप्रेसवे से जुड़ने वाले पुराने पुणे-मुंबई हाईवे से महज 15 मिनट की दूरी पर यह इलाका स्थित है.
बेगडेवाड़ी रेलवे स्टेशन और कुछ रेलवे क्रॉसिंग पार करने के बाद लोग सीधे नदी किनारे पहुंच सकते हैं. यहां आकर पर्यटक ग्रामीण महाराष्ट्र की झलकियां देख सकते हैं, जहां छोटे-छोटे खेत, रेलवे ट्रैक और स्थानीय घर हैं.
पुलिस ने पहले भी इस पुल पर जाने से मना किया था, लेकिन कुंडमाला की सुंदरता और फेमस लोकेशन होने की वजह से लोग यहां बार-बार पहुंच जाते थे.
पुणे पुल हादसे की बात करें तो अब तक 38 लोगों को बचाया जा चुका है. इनमें 18 लोग घायल हैं जिन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है. नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की दो टीमें, डिजास्टर रिस्पॉन्स वॉलंटियर (आपदा मित्र), पुणे और पिंपरी-चिंचवड के अग्निशमन दल, PMRDA और स्थानीय बचाव संगठन बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं.
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