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उत्तराखंड क्रैश: हेलिकॉप्टर सर्विस कंपनी के अफसरों पर गैर-इरादतन हत्या का केस, CM का आदेश

आर्यन एविएशन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जिसमें गैर इरादतन हत्या का आरोप शामिल है.

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आर्यन एविएशन लिमिटेड के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

उत्तराखंड में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 लोगों की मौत हो गई. यह हेलीकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर कंपनी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. साथ ही आर्यन एविएशन के संचालन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है.

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इंडिया टुडे से जुड़े अंकित शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक यह FIR रविवार, 15 जून को दर्ज की गई है. आर्यन एविएशन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 के तहत मामला दर्ज किया गया है. आर्यन एविएशन के अकाउंटेबल मैनेजर कौशिक पाठक और मैनेजर विकास तोमर का नाम शामिल है. इनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का आरोप शामिल है.

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FIR

हेलीकॉप्टर क्रैश में मरने वालों में पायलट और 10 साल की एक बच्ची भी शामिल है. वहीं उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने चार धाम क्षेत्र में अगले आदेश तक सभी हेलीकॉप्टर सेवाओं को रद्द कर दिया है.

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उत्तराखंड में आर्यन एविएशन के एक हेलीकॉप्टर के लापता होने की खबर आई थी. ये हेलीकॉप्टर केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा था. रिपोर्ट आई कि गौरीकुंड के जंगलों में ये चॉपर अपना रास्ता भटक गया था. इसके बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जानकारी दी है कि ये हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है. पायलट और 10 साल की एक बच्ची समेत इसमें सात लोग सवार थे.

मृतकों के नाम राजवीर (पायलट), विक्रम रावत, विनोद, तृष्टि सिंह, राजकुमार, श्रद्धा और राशि (10 साल की बच्ची) हैं.

शुरुआती जानकारी के अनुसार मौसम की वजह से हेलीकॉप्टर रास्ता भटक गया. जिस इलाके में हेलीकॉप्टर लापता हुआ है, वो घने जंगलों से घिरा हुआ है. जिससे जमीन तक तुरंत ही पहुंच बनाना मुश्किल है. अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इलाके में मौसम बहुत खराब था. इसकी वजह से शायद हेलीकॉप्टर अपने तय रास्ते पर आगे नहीं बढ़ पाया.

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वहीं इस मामले पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हेलीकॉप्टर सेवाओं के संचालन में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने हेली ऑपरेटरों को सख्त गाइडलाइंस का पालन करने का आदेश दिया. इस दौरान कहा कि हेलीकॉप्टर संचालन की सुरक्षा प्रक्रियाओं की बारीकी से जांच की जा रही है. उनका प्रयास है कि भविष्य में ऐसी कोई भी दुर्घटना न हो. इसके लिए SOP को अधिक सख़्त और प्रभावी बनाया जा रहा है. सीएम ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा.

इसके अलावा ट्रांसभारत एविएशन के दो हेलीकॉप्टर को खराब मैसम में भी उड़ान भरते हुए पाया गया. इसमें VT-TBC, जिसे कैप्टन योगेश ग्रेवाल उड़ा रहे थे. और VT-TBF, इसे कैप्टन जितेंद्र हरजाई उड़ा रहे थे. इन दोनों पायलटों के लाइसेंस DGCA ने 6 महीने के लिए रद्द कर दिए हैं.

वीडियो: केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रहा हेलीकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 लोगों की मौत, क्या वजह सामने आई?

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