तस्वीरें वायरल वीडियो से निकाली गई हैं.
राजस्थान के भीलवाड़ा में 9 जुलाई को एक दलित युवक को पेड़ से बांध कर पीटा गया. उस पर बकरी चुराने का आरोप था. युवक चीख-चीख कर चोरी से मना करता रहा, लेकिन कुछ लोग उसे बेंत से पीटते रहे. इसी दौरान किसी ने वीडियो बना लिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. इंडिया टुडे से जुड़े भीलवाड़ा संवाददाता प्रमोद तिवारी ने बताया कि मांडलगढ़ थाना इलाके के मोहनपुरा गांव में करीब 10 दिन पहले एक महिला की बकरी चोरी हो गई थी. लोगों को इस चोरी का शक गांव के ही रमेश बलाई नाम के युवक पर था. 9 जुलाई को भीड़ ने रमेश को पकड़ लिया. पहले गांव की चौपाल पर उसे पीटा गया और फिर एक पेड़ से बांध दिया गया. काफी देर उसे लटकती हुई स्थिति में पेड़ से बांध कर रखा गया. इस दौरान गांव के दबंग लोगों ने उसकी पिटाई की. रमेश सफाई देता रहा लेकिन उसकी सफाई किसी ने नहीं सुनी. कई घंटों के बाद उसे पेड़ से उतारा गया. घबराए हुए रमेश ने ना तो घटना की कोई पुलिस शिकायत की और ना ही किसी से कोई मदद मांगी. लेकिन गांव के ही किसी शख्स ने पिटाई का वीडियो बनाया जो वायरल हो गया. https://twitter.com/Suribijarniya/status/1413902386909704196 वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस 10 जुलाई को मोहनपुरा पहुंची. इस दौरान पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार करना शुरू किया जो वीडियो में रमेश को पीटते दिख रहे थे. पुलिस कार्रवाई का विरोध करने वाले और पुलिस को गिरफ्तारी से रोकने वालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. 8 वो लोग जिन्होंने रमेश को पीटा था, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया और 7 ऐसे लोग जिन्होंने पुलिस के काम में बाधा डाली, उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इस मामले में 'दी लल्लनटॉप' की बात पुलिस उपाधीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह से हुई. उन्होंने कहा,
"ऐसा नहीं है कि युवक को दलित होने के कारण पीटा गया हो. एक महिला की बकरी चोरी हुई थी. किसी ने कह दिया कि मैंने फलां को देखा शायद बकरी के साथ. इस पर लोगों ने युवक की शक के आधार पर पिटाई कर दी. युवक डर गया. हमें पता चला तो हमने चश्मदीद के बयान के आधार पर ही केस दर्ज किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की. 8 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. जो अन्य 7 लोग हंगामा कर रहे थे उन्हें भी गिरफ्तार किया है, लेकिन उन्हें 151 में गिरफ्तार किया है. शांति भंग में."
राजस्थान से लगातार दलित उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे हैं. झालावाड़ हो या फिर भीलवाड़ा हर जगह से ऐसे केस सामने आ रहे हैं. प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी इस तरह के मामलों को लगातार उठा रही है. भीलवाडा से बीजेपी के विधायक विट्ठल शंकर अवस्थी ने फोन पर हुई बातचीत में कहा कि,
"हमारी एक टीम मोहनपुरा जाएगी और पीड़ित से मुलाकात करेगी. इस मामले को हम लोग प्रशासन से शासन तक उठाएंगे. पीड़ित को कानूनी सहायता और अन्य सहायता भी दिलाएंगे. राज्य की कांग्रेस सरकार पूरी तरह विफल रही है. कानून व्यवस्था की बात हो या फिर दलित उत्पीड़न रोकने की बात, सरकार फेल साबित हुई है. सीएम केवल अपनी कुर्सी बचा रहे हैं."
वहीं इस पूरे मामले में एक पुलिस अधिकारी नाम नहीं छापने की शर्त पर कहते हैं कि ये मामला दलित उत्पीड़न से ज्यादा पिछड़ेपन का है क्योंकि पिटाई करने वाले 8 में से 3 दलित समुदाय के ही हैं. बाकी 4 लोग ओबीसी के हैं. सभी बहुत गरीब हैं. इसलिए इसे दलित उत्पीड़न के नजरिए ये देखा नहीं जाना चाहिए.