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नफरत ना फैलाने की अपील की तो ट्रोल हुईं हिमांशी नरवाल, बचाव में उतरे KJS Dhillon

Himanshi Narwal के प्रति इस नफरत की शुरुआत पिछले हफ्ते एक इंटरव्यू से हुई. जब दुख में होने के बावजूद भी हिमांशी ने मुसलमानों और कश्मीरियों के प्रति नफरत ना फैलाने की अपील की. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक गिरोह उन्हें ट्रोल करने लगा. अब हिमांशी के बचाव में लेफ्टिनेंट जनरल KJS Dhillon (रिटायर्ड) खुलकर सामने आए हैं.

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हिमांशी ने मुसलमानों और कश्मीरियों के प्रति नफरत ना फैलाने की अपील की थी (फोटो: PTI)

मैं किसी के प्रति कोई नफरत नहीं चाहती. मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ नफरत फैल रही है. हम ऐसा नहीं चाहते. हम शांति चाहते हैं. बेशक हमें न्याय चाहिए, जिन लोगों ने उनके साथ गलत किया है, उन्हें सजा मिलनी चाहिए.

ये शब्द हैं पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (Vinay Narwal) की पत्नी हिमांशी नरवाल के. हमले के बाद एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई. जिसमें हिमांशी अपने पति के शव के पास मौन बैठी हुई हैं. जल्द ही ये तस्वीर इस त्रासदी का चेहरा बन गई. लेकिन इस तस्वीर से उपजी सहानभूति और समर्थन इतनी जल्दी हिमांशी के प्रति नफरत में बदल जाएगा, ये किसी ने नहीं सोचा था. इस नफरत की शुरुआत पिछले हफ्ते एक इंटरव्यू से हुई. जब दुख में होने के बावजूद भी हिमांशी ने मुसलमानों और कश्मीरियों के प्रति नफरत ना फैलाने की अपील की. ये उनका सकरात्मक बयान था. इसके बाद सोशल मीडिया पर एक गिरोह उन्हें ट्रोल करने लगा (Himanshi Narwal Trolled). ट्रोलिंग भी कोई आम नहीं, निहायती फूहड़ और असभ्य भाषा से लबरेज जबान में ट्रोलिंग. इसका अंदाजा ऐसे लगाया जा सकता है, जब एक यूजर ने लिखा,

ये चुनाव लड़ेगी और कुछ ही दिनों में ये दूसरी शादी कर लेगी.

himanshi narwal
(फोटो X)

एक दूसरे यूजर ने लिखा, “इस औरत की वजह से ही उसका पति मर गया.”

कुछ यूजर्स ने हिमांशी के JNU से ही कनेक्शन ही तलाश लिये. कहा, “हिमांशी JNU की सदस्य रह चुकी हैं. यहां उनका मुस्लिम व्यक्ति से अफेयर था.” एक यूजर ने टिप्पणी की, “उसे भी गोली मार देनी चाहिए थी.” कुछ लोगों ने तो यहां तक ​​कहा कि हमले के बाद के वीडियो में वह इतनी "शांत" कैसे दिख रही थीं, और कहा कि “वह कभी सदमे में नहीं दिखीं”. एक ने लिखा, "ऐसा लगता है कि यह सब उसकी संलिप्तता के कारण हुआ है. सुरक्षा एजेंसियों को उसकी पृष्ठभूमि की जांच करनी चाहिए." 

इस तरह के हजारों कमेंट्स हिमांशी को लेकर किए गए. कुछ टुटपुंजिए ट्रोल्स की भाषा का स्तर तो इस हद तक गिरा हुआ कि हम उसे यहां नहीं लिख सकते. ये ट्रोल्स एक ऐसी महिला को गाली देने में लग गए, जिसने शादी के कुछ ही दिनों बाद अपनी आंखों के सामने अपने पति को खो दिया. ऐसे ही एक यूजर ने दावा किया गया था कि JNU में हिमांशी का एक बहुत अच्छा कश्मीरी दोस्त था. इस पोस्ट का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (रिटायर्ड) हिमांशी के बचाव में उतर आए और उन्होंने बड़ी शालीनता से उस यूजर को जवाब दिया. उन्होंने कहा,

ऐसा इसलिए नहीं है, क्योंकि वह एक शहीद नौसेना अधिकारी की पत्नी हैं या उनके दिवंगत पति को पहलगाम कश्मीर में आतंकवादियों ने मार डाला था या फिर उनकी सोच आपसे मेल नहीं खाती. बल्कि ऐसा इसलिए है क्योंकि वह एक भारतीय और एक महिला हैं. जहां महिलाओं का सम्मान करने की हमारी सांस्कृतिक परंपरा है मैं उनका सम्मान करता हूं.

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NCW ने दी प्रतिक्रिया

इस मामले को लेकर अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की भी प्रतिक्रिया आई है. NCW ने कहा,

लेफ्टिनेंट विनय नरवाल जी की मृत्यु के पश्चात उनकी पत्नी सुश्री हिमांशी नरवाल जी को उनके एक बयान के संदर्भ में सोशल मीडिया पर जिस प्रकार से निशाना बनाया जा रहा है, वह बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है.

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. जिनमें लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे.

वीडियो: पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए विनय नरवाल के वायरल वीडियो की सच्चाई कुछ और ही निकली...