देश का नया संसद भवन (New Parliament Building) तैयार हो गया है. 28 मई को उद्घाटन की तारीख तय की गई है. उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया गया है. लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि नये संसद भवन का उद्घाटन PM मोदी को नहीं करना चाहिए. दरअसल, जब से ये खबर आई है कि PM मोदी नये संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को करेंगे, तब से इस तारीख और PM मोदी से उद्घाटन कराए जाने पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
'PM मोदी को नहीं करना चाहिए नये संसद भवन का उद्घाटन'- राहुल गांधी ने ये वजह बताई
28 मई को नये संसद भवन का उद्घाटन होना है.
राहुल गांधी ने भारत के नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री से नहीं, बल्कि राष्ट्रपति से कराए जाने की बात कही है. 21 मई को राहुल गांधी ने ट्वीट किया,
"नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए, प्रधानमंत्री को नहीं!"
18 मई को लोकसभा सचिवालय की ओर से 28 मई को नये संसद भवन का उद्घाटन कराए जाने की जानकारी दी गई थी. सचिवालय की ओर से कहा गया था कि लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने PM मोदी से मुलाकात कर उन्हें नए भवन का उद्घाटन करने का निमंत्रण दिया है.
इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि इस काम के लिए लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को क्यों नहीं चुना गया. ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा,
"PM को संसद का उद्घाटन क्यों करना चाहिए? वह कार्यपालिका के प्रमुख हैं, विधायिका के नहीं. हमारे यहां शक्तियां बांटी गई हैं और माननीय लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के सभापति उद्घाटन कर सकते हैं. यह (संसद) जनता के पैसे से बनाया गया है, PM ऐसा क्यों बर्ताव कर रहे हैं जैसे उनके 'दोस्तों' ने इसे अपने प्राइवेट फंड से स्पॉन्सर किया है?"
28 मई की तारीख पर भी राजनीतिक टिप्पणी की गई क्योंकि 28 मई को वीडी सावरकर की जयंती होती है. तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सुखेंदु शेखर रे ने एक ट्वीट में उद्घाटन की तारीख पर सवाल उठाते हुए कहा,
"26 नवंबर 2023- राष्ट्र को संसदीय लोकतंत्र का तोहफा देने वाला भारतीय संविधान 75वें साल में प्रवेश करेगा, जो नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए उपयुक्त होता. लेकिन यह 28 मई सावरकर के जन्मदिन पर किया जाएगा- ये कितना प्रासंगिक है?"
पीएम मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को इस नये संसद भवन का शिलान्यास किया था. इसे 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया गया है. नये भवन में एक बार में 1200 से ज्यादा सांसदों के बैठने की सुविधा है. इसमें 888 सांसद लोकसभा में और 384 सांसद राज्यसभा में बैठ सकते हैं.
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