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पीएम मोदी से एलन मस्क की मुलाकात के बाद टेस्ला ने शुरू की भारत में हायरिंग

Elon Musk की कंपनी Tesla ने भारत में Hiring शुरु की है. टेस्ला के इस कदम के बाद कंपनी के Indian Market में एंट्री के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि अभी कंपनी की ओर से ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं आई है.

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टेस्ला ने भारत में हायरिंग शुरू की है. (इंडिया टुडे)

अमेरिकी अरबपति एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी Tesla ने भारत में हायरिंग शुरू कर दी है. 17 फरवरी को Tesla ने लिंक्डइन पर 13 पदों के लिए भर्ती का विज्ञापन दिया है, जिसमें ग्राहक सेवा (Customer Service) और बैकएंड ऑपरेशंस से जुड़े पद शामिल हैं.  Tesla के इस कदम से उसके भारतीय बाजार में एंट्री के संकेत मिल रहे हैं. बता दें कि पिछले हफ्ते पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने अमेरिकी दौरे के दौरान टेस्ला के CEO मस्क से मुलाकात की थी.

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मुंबई और दिल्ली में इन पोस्ट पर होगी हायरिंग

टेस्ला ने सर्विस टेक्नीशियन (Service Technician) और एडवाइजरी रोल्स (Advisory Roles) जैसी नौकरियों के लिए मुंबई और दिल्ली दोनों जगह आवेदन मांगे हैं. वहीं कस्टमर एंगेजमेंट मैनेजर (Customer Engagement Manager) और डिलीवरी ऑपरेशंस स्पेशलिस्ट (Delivery Operations Specialist) जैसे रोल्स सिर्फ मुंबई के लिए उपलब्ध हैं.

भारत सरकार से बातचीत चल रही है

टेस्ला और भारत सरकार के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही है. लेकिन अब तक कंपनी भारत में इन्वेस्टेमेंट से बचती रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह भारत में हाई इंपोर्ट ड्यूटी रही है. हालांकि, भारत सरकार ने अब 40 हजार डॉलर से ज्यादा कीमत वाली कारों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी 110 प्रतिशत से घटाकर 70 प्रतिशत कर दी है. जिसके चलते टेस्ला के लिए भारत में एंट्री के रास्ते आसान हो गए है. 

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भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में Tesla के लिए मौका

भारत का इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बाजार चीन के मुकाबले अभी काफी छोटा है. लेकिन टेस्ला के लिए यह एक नया अवसर साबित हो सकता है.  क्योंकि हाल के दशक में पहली बार टेस्ला की सालाना इलेक्ट्रिक व्हिकल की बिक्री में गिरावट दर्ज हुई है. भारत में साल 2023 में लगभग 1 लाक इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई थी. वहीं चीन में यह आंकड़ा 1.1 करोड़ था.

भारत की नई EV पॉलिसी

पिछले साल मार्च में भारत सरकार ने अपनी नई EV पॉलिसी का ऐलान किया था. इसके मुताबिक जो भी कंपनी भारत में आकर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना चाहती है, उसे कम से कम 4 हजार 1 सौ 50 करोड़ का निवेश करना होगा. साथ ही ऑटो कंपनियों को 3 साल के भीतर प्लांट लगाकर इलेक्ट्रिक व्हीकल का उत्पादन शुरू करना होगा.  और  5 साल के भीतर डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन (DVA) को 50 प्रतिशत पहुंचाना होगा. यानी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में लोकल सोर्सिंग को बढ़ाना होगा. 

वीडियो: एलन मस्क ने US में किस प्रोजेक्ट की फंडिंग रोकी जो भारत में बवाल कटने लगा?

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