महाराष्ट्र में एक साल पहले जो शिवसेना के उद्धव ठाकरे के साथ हुआ, अब NCP के शरद पवार के साथ होता दिख रहा है. उनसे बगावत कर महाराष्ट्र के डिप्टी CM बने अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल ने एक तरह से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर अपना दावा ठोका है. हालांकि वे अभी भी शरद पवार को ही पार्टी अध्यक्ष मान रहे हैं.
महाराष्ट्र में अब 'महायुति' सरकार, अजित पवार की बातें सुन उद्धव ठाकरे की याद आ जाएगी
अजित पवार बोले, 'कुछ लोग इसे पीठ में छुरा भोंकने जैसा मानेंगे, लेकिन...'

सोमवार, 3 जुलाई की शाम को अजित पवार और उनके गुट के नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि सुनील तटकरे को NCP का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है. बताया गया कि शिवसेना, BJP और अजित पवार गुट के गठबंधन को ‘महायुति’ (युति मतलब मिलन या योग) कहा जाएगा.
‘हम NCP को आगे लेकर जाएंगे’अजित पवार ने कहा कि NCP के ज्यादातर विधायक उनके साथ हैं, इसका मतलब है कि NCP उनके साथ है. उन्होंने कहा कि वो किसी को भी पार्टी से नहीं निकाल रहे हैं. अजित पवार ने कहा,
“हम पार्टी को बढ़ा रहे हैं और इसे आगे लेकर जाएंगे. महायुति सरकार महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करेगी. कुछ लोग इसे पीठ में छुरा भोंकने जैसा मानेंगे, लेकिन ये मायने नहीं रखता है.”
इंडिया टुडे के सौरभ वक्तानिया की रिपोर्ट के मुताबिक अजित पवार से जब पूछा गया कि NCP का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, तो उन्होंने जवाब दिया,
"क्या आप ये भूल गए हैं कि शरद पवार पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं?"
अजित पवार से पहले प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से बात की. उन्होंने बताया कि NCP की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल को पद से हटा दिया गया है. उन्होंने सुनील तटकरे को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने की जानकारी देते हुए बताया कि सुनील तटकरे ही अब महाराष्ट्र में पार्टी से जुड़ी कोई भी नियुक्ति करेंगे. प्रफुल्ल पटेल ने कहा,
“हम अजित पवार के नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए थे. हमने NCP के तौर पर कुछ फैसले लिए हैं, जिनके बारे में हम महाराष्ट्र के लोगों को बताना चाहते हैं. हमने पार्टी के लिए बड़े स्तर पर फैसले लिए हैं.”
प्रफुल्ल पटेल ने कहा,
'किसी MLA को पार्टी अयोग्य नहीं ठहरा सकती'"आखिरकार चुनाव आयोग को फैसला लेना है. हम नहीं चाहते कि कोई आंतरिक लड़ाई हो या ये मुद्दा चुनाव आयोग तक जाए. हमें मिलकर काम करना चाहिए. हम चुनाव आयोग के पास नहीं जाना चाहते. लेकिन फैसला नहीं होने पर अंतिम फैसला चुनाव आयोग को लेना होता है. हम उनसे (शरद पवार से) हाथ जोड़कर विनती कर रहे हैं कि पार्टी के अधिकतर सदस्य जो चाहते हैं, वह उसे स्वीकार कर लें."
प्रफुल्ल पटेल ने ये भी बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा में अनिल भाईदास पाटिल पार्टी के चीफ व्हिप होंगे. उन्होंने कहा,
"अजित पवार NCP के विधिमंडल के नेता रहेंगे. उन्हें आधिकारिक तौर पर चुना गया है. अनिल पाटिल अपने पद पर बने रहेंगे. किसी भी विधायक को अयोग्य ठहराने का फैसला पार्टी या फिर चुनाव आयोग नहीं कर सकता. यह काम सिर्फ विधानसभा स्पीकर कर सकता है."
इससे पहले शरद पवार ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे को NCP से निकालने का आदेश दिया. उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी,
"मैं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर, पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए श्री सुनील तटकरे और श्री प्रफुल्ल पटेल के नाम NCP पार्टी के सदस्यों के रजिस्टर से हटाने का आदेश देता हूं."
वहीं NCP की अनुशासन समिति ने अजित पवार सहित नौ विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए प्रस्ताव पारित किया है. इन सभी विधायकों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में अयोग्य करार दिया गया है. इसे लेकर काफी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. एक ही पार्टी में बने दो पक्ष विरोधी गुट के नेताओं को हटाने की बात कर रहे हैं.
वीडियो: अजित पवार बने महाराष्ट्र के डिप्टी CM , एकनाथ शिंदे ने तारीफ में क्या कहा?